Women's Day 2024 Special: पापा की थी छोटी सी दुकान, बेटी ने खड़ी की करोड़ों की कंपनी.. कुछ ऐसी है प्रेरणा कालरा की कहानी

मिलीए दालचीनी इंस्टेंट स्नैकिंग स्टोर की को-फाउंडर प्रेरणा कालरा से, जिन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष किया है।

success story of prerna kalra

Women's Day 2024: आज देश के हर क्षेत्र में महिला आगे बढ़ रही हैं और पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। समाज में ऐसी कई महिलाएं हैं, जो आम लोगों की सुविधाओं के लिए कार्य कर रही हैं। इन्हीं में से एक हैं- प्रेरणा कालरा, जिन्होंने अपनी मेहनत से करोड़ों की कंपनी खड़ी की हैं। दरअसल, प्रेरणा आज दालचीनी टेक्नोलॉजी की सह-संस्थापक और सीईओ हैं। उन्होंने साल 2018 में इस वेंडिंग मशीन की शुरुआत की थी।

अपने पैरेंट्स को बचपन में स्ट्रगल करते देख प्रेरणा के मन में की सवाल आते थें। दरअसल, उनके पिता की एक छोटी सी दुकान है, जहां उनके माता और पिता दोनों काम करते थे। घर वालों को दुकान चलाते देख प्रेरणा हमेशा उनके काम को आसान बनाने के ऊपर सोचती थी। बाद में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर उन्होंने वेंडिंग मशीनों और स्मार्ट स्टोर्स की शुरुआत की। उनकी पूरी यात्रा के बारे में जानने के लिए हमने प्रेरणा कालरा से बातचीत की है और कई उन्होने बहुत कुछ बताया भी है।

भारत का पहला 24*7 इंस्टेंट स्नैकिंग स्टोर

women's day  special

दालचीनी भारत का पहला 24*7 इंस्टेंट स्नैकिंग स्टोर है, जिसकी शुरुआत प्रेरणा कालरा ने की है। हालांकि, इससे पहले उन्होंने पेटीएम, पेटीएम पेमेंट्स बैंक और FINO जैसे कॉरपोरेट्स में भी काम किया है। उनके पास काम का 12 साल का अनुभव है। दालचीनी में, प्रेरणा ने शिक्षित महिलाओं, गृह-निर्माताओं, एचएनआई, कामकाजी पेशेवरों, खाद्य व्यवसाय ऑपरेटरों जैसे भागीदारों के माध्यम से समुदाय के नेतृत्व वाले 1 लाख से अधिक स्मार्ट स्टोर की कल्पना की है।

प्रेरणा के यहां तक पहुंचने का सफर

हमने प्रेरणा से सीईओ के पद तक पहुंचने तक के सफर के बारे पूछा तो उन्होंने बताते हुए कहा कि, 'मैंने इस दौरान कई मुश्किलों का सामना किया है। मेरी डालचिनी स्मार्ट वेंडिंग मशीनों के सीईओ बनने के पीछे कहीं न कहीं पेटीएम में मेरा कार्य का अनुभव भी था।' इसके बाद हमने उनसे एक महिला के रूप में उनकी भूमिका में आने वाली चुनौतियों के बारे में पूछा, तो उन्होंने बताते हुए कहा, 'महिला के रूप में, मुझे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिनमें लैंगिक पूर्वाग्रह, रूढ़िवादिता और पुरुष-प्रधान उद्योगों में गंभीरता से लिए जाने का संघर्ष शामिल है। इन चुनौतियों पर काबू पाने के लिए मेरी दृढ़ता, आत्मविश्वास और एक सक्रिय दृष्टिकोण ने मेरा साथ दिया है।

इसे भी पढ़ें- Women's Day 2024: कमलादेवी चट्टोपाध्याय ने की ऑल इंडिया विमेंस कॉन्फ्रेंस की स्थापना,जानें पूरी कहानी

महिलाओं के रूप में क्या-क्या चुनौतियां आईं

women's day  special

प्रेरणा ने कहा, 'एक महिला के रूप में, मुझे उन बाधाओं और रूढ़िवादिता का सामना करना पड़ा, जिन्होंने मेरी क्षमताओं को कम आंका। हालाँकि, मैंने लगातार परिणाम देकर और नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन करके अपने कार्यों से रूढ़िवादिता को चुनौती दिया है। इसके अलावा, हमने उनसे कॉर्पोरेट परिदृश्य में कोई सकारात्मक बदलावों के बारे में भी पूछा है। इस पर उन्होंने कहा, 'मैंने अपने पूरे करियर के दौरान लैंगिक समानता के संबंध में कॉर्पोरेट परिदृश्य में सकारात्मक बदलाव देखे हैं। कंपनियां नेतृत्व पदों पर महिलाओं की उन्नति का समर्थन रही हैं और इसे हासिल करने के लिए अभी भी काम किया जा रहा है।

इसे भी पढ़ें-Women's Day 2024: भारत की पहली महिला बैरिस्टर जिन्होंने महिलाओं के हक के लिए लड़ी थी लड़ाई

2000 से अधिक वेंडिंग मशीन

हमने उनसे उनकी कंपनी और उपलब्धियों के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा, 'दालचीनी अपने स्मार्ट वेंडिंग समाधानों के साथ वेंडिंग मशीन उद्योग में क्रांति ला रही है, जो ताजा और स्वस्थ भोजन व पेय पदार्थ की सुविधा देती है। हमारे पास 67 से ज्यादा शहरों में 6 लाख से अधिक मासिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं के साथ 2000 से अधिक वेंडिंग मशीनें हैं। आज देश भर में 210 से ज्यादा फ्रैंचाइज़ी हैं।

इसे भी पढ़ें-Women's Day 2024: न्यायाधीश बन महिलाओं के लिए कानून के क्षेत्र में बनाया नया रास्ता,कुछ ऐसी है जस्टिस लीला सेठ की कहानी

महिला दिवस पर संदेश

who started daalchini vending machine system

महिला दिवस पर संदेश देते हुए प्रेरणा ने कहा, 'महिला दिवस पर, महिलाओं की उल्लेखनीय उपलब्धियों और लैंगिक समानता की दिशा में हमने जो प्रगति की है, उस पर विचार करती हूं। महिलाओं के लिए मेरा संदेश है कि वे खुद पर विश्वास करें, अपनी अद्वितीय शक्तियों और प्रतिभाओं को अपनाएं। साथ ही, अपने लक्ष्यों और आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने से कभी न कतराएं। एकजुट होकर, हम बाधाओं को तोड़ सकते हैं। गलतफहमियों को दूर कर सकते हैं और भावी पीढ़ियों के लिए अधिक न्यायसंगत और स्वागत योग्य समाज का निर्माण कर सकते हैं।

इसे भी पढ़ें-Success Story Of Dr. Rennie Joyy: बिजनेस में हुआ नुकसान फिर भी हार न मानी.. खुद के बलबूते हासिल किया बड़ा मुकाम, कुछ ऐसी है इनकी कहानी

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ

Image credit- Prerna Kalra

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP