herzindagi
Who was the first recorded artist in India

भारत की पहली महिला सिंगर जिनकी आवाज को किया गया रिकॉर्ड

Women's Day 2024: आज हम आपको भारत की पहली महिला सिंगर के बारे में बताने जा रहे जिसे ग्रामोफोन क्वीन के नाम से जाना जाता है। ये पहली महिला सिंगर थी जिनके गानों को रिकॉर्ड किया गया था। <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2024-02-27, 17:03 IST

Gauhar Jaan: गायकी की दुनिया सदियों से फलती-फूलती चली आई है। दौर बदला , तरीका बदला, गाने के तराने बदले और माध्यम के साथ गायकी को नए-नए रूपों में सजाया गया। भारत में एक ऐसी सिंगर थी, जिन्होंने अपनी सुरीली आवाज को टेप में रिकॉर्ड कराया था। साल 1903 के दशक में पहला गाना रिकॉर्ड किया गया। ये रिकॉर्डिंग गायिका गौहर जान की आवाज में की गई थी।

गौहर जान, गायकी की दुनिया का ऐसा चमकता सितारा जिनके निधन के 96 साल बाद भी उनकी आवाज लोगों के कानों में गूंजती है। गौहर जान सिंगिंग की दुनिया की वह सितारा थी जो अपने गाने के लिए 3 हजार रुपये फीस चार्ज किया करती थी। उस दौर में सोना 20 रुपये तोला हुआ करता था।

राजा-महाराजा थे दीवाने 

gauhar jaan

गौहर जान की आवाज में वह जादू था, कि बड़े-बड़े राजा-महाराजा उनके दीवाने हुए बैठे थे। आपको बता दें कि गौहर जान ने अपने संगीत की तालीम किसी शास्त्रीय संगीतकार से नहीं बल्कि कोठे से अपने गाने के सुर-ताल को संवारा। इनकी की आवाज ने इन्हें बॉलीवुड की पहली करोड़पति महिला बना दिया था। गौहर कई भाषाओं में गाना गया करती थी।

इसे भी पढ़ें- मिलिए उस महिला से जिनके संघर्षों की वजह से बदला भारत का 'रेप कानून'

ग्रामोफोन क्वीन का मिला दर्जा

Who was the first indian woman to record a song in hindi

26 जून, 1873 को जन्मी गैहर जान भारत की पहली महिला गायिका थी जिनके गानों को 78 आरपीएम पर रिकॉर्ड किया गया था। इनके गानों को भारत की प्रसिद्ध ग्रामोफोन कंपनी ने इनके गानों को रिलीज किया था। गौहर जान ने 18 साल में 600 से अधिक गाने गाए थे। गौहर के पिता आर्मेनिया और माता विक्टोरिया थी। गौहर के पिता ने जब  उनकी मां विक्टोरिया का छोड़ा तो उन्होंने एक मुस्लिम व्यक्ति से शादी रचा ली। आपको बता दें, कि गौहर की मां कोठे पर महफिल सजाने का काम किया करती थी। अपनी मां के साथ रहकर गौहर ने संगीत की तालीम ली।

इसे भी पढ़ें-कभी दस महिलाओं के साथ की थी सफर की शुरुआत आज 35 हजार महिलाएं हैं संगठन का हिस्सा

1930 में हमेशा के लिए शांत हो गई गौहर

gauhar jaan struggel story

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि गौहर खान इकलौती ऐसी कलाकार थी जिससे मदद मांगने के लिए देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी मदद मांगने गए थे। साल 1920 में स्वराज आंदोलन की शुरुआत हुई थी। इस आंदोलन के लिए महात्मा गांधी ने सभी तवायफों से मदद की गुहार लगाई थी। गौहर का निधन 7 जनवरी,साल 1930 में हुआ था।

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ

Image credit- Wikipedia

 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।