2 बार माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली पहली भारतीय महिला संतोष यादव की इस्पायरिंग कहानी के बारे में जानें

माउंट एवरेस्ट की चोटी को पार करना किसी पर्वतारोही के लिए सपने से कम नहीं है। ऐसे में जानें 2 बार माउंट एवरेस्ट की चोटी को फतह करने वाली संतोष के बारे में।

Santosh yadav Mountaineer

हर पर्वतारोही का सपना होता है कि वो अपने जीवन में माउटं एवरेस्ट की चोटी को जरूर फतह करे। इस कोशिश में हर साल कई लोग अपनी जान भी गवां देते हैं। जब भी कोई पर्वतारोही माउंट आबू की चोटी को फतह करता है, वो अपने नाम कई रिकॉर्ड भी बनाता है।

लेकिन शुरुआती दौर में ज्यादातर पर्वतारोही पुरुष ही होते थे। लेकिन बीते समय में महिलाएं भी पर्वतारोहण में नए-नए रिकॉर्ड अपने नाम कर रही हैं। इन्हीं में से एक नाम संतोष यादव का, हरियाणा की रहनेवाली संतोष यादव ने नाम 2 बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई करने का रिकॉर्ड है। वो ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला हैं।

आज के आर्टिकल में हम आपको संतोष की कहानी बताएंगे कि आखिरकार घर की चार दीवारी से माउंट एवरेस्ट का तक सफर संतोष के लिए कैसा रहा?

कौन हैं संतोष यादव?

santosh yadav the first women mount everest climber

संतोष यादव दुनिया की पहली महिला हैं, जिन्होंने 8848 मीटर शिखर माउंट एवरेस्ट को 2 बार फतह किया है। संतोष यादव रेवाड़ी जिले के छोटे से गांव जोनियावास से आती हैं। बचपन में उनके गांव में लड़कियों को पढ़ाने पर पाबंदी थी, बावजूद इसके वह अपने परिवार के सहयोग से स्कूल की शिक्षा पूरी कर सकीं।

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संतोष यादव की शिक्षा

When Did Santosh Yadav Climb Mount Everest

संतोष यादव ने महाविद्यालय जयपुर से अपनी शिक्षा पूरी की। उसी दौरान उन्होनें बड़े आगे चलकर पर्वतारोही बनने की तरह तैयार करना शुरू कर दिया। उनके रास्ते में कई तरह की दिक्कतें आईं, इसके बावजूद भी उन्होंने पर्वतारोहण के क्षेत्र में अपना नाम बनाया और अपने हौसलों को टूटने नहीं दिया। आखिरकार वो 2 बार माउंट एवरेस्ट की चोटी फतह करने वाली पहली महिला पर्वतारोही बनी।

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पहली बार फतह की माउंट एवरेस्ट की चोटी

India’s First Two Times Women Mount Everest Climber

साल 1992 में उन्होंने पहली बार माउंट एवरेस्ट को फतह किया इसके बाद साल 1993 में वह दोबार एवरेस्ट को फतह करने गईं। 2नों ही प्रयासों में वो सफल रहीं। आज संतोष भारत-तिब्बत सीमा पुलिस पर बतौर अधिकारी तैनात हैं। अपने प्रयासों के चलते संतोष यादव को साल 2000 में पद्मश्री जैसे बड़े सम्मान से सम्मानित किया गया।

संतोष देश में रहने वाली अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का श्रोत हैं। छोटे से गांव से निकलकर उन्होंने दुनिया भर में देश का गौरव बढ़ाया। आपको हमारा यह आर्टिकल अगर आपको पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें, साथ ही ऐसी जानकारियों के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी के साथ।

Image Credit- wikipedia

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