herzindagi
Bector Foods story

20 हजार रुपये से शुरू किया बिजनेस और बना ली 6 हजार करोड़ की कंपनी, मिलिए आइसक्रीम लेडी ऑफ इंडिया से

16 साल की उम्र में ही रजनी की शादी कर दी गई थी और उसके बाद उन्होंने बंटवारे का दर्द भी झेला। अपनी जिंदगी को नया मोड़ देने के लिए उन्होंने जो किया वह तारीफ के काबिल है। 
Editorial
Updated:- 2024-03-13, 14:33 IST

कई बार जिंदगी हमारे लिए कोई रास्ता चुन लेती है और लोग उसी रास्ते पर चलते रहते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही ऐसे हैं जिनमें इस रास्ते को बदलकर कुछ अलग करने की खूबी होती है। आज हम ऐसी ही एक शख्सियत के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। अगर आपने बेक्टर फूड्स का नाम सुना है, तो आप भारत के सबसे लोकप्रिय एफएमसीजी ब्रांड्स में से एक के बारे में जानती हैं। इस ब्रांड की मालकिन हैं मिसेज रजनी बेक्टर। 

उनकी जिंदगी किसी फिल्मी कहानी की तरह है जहां जल्दी शादी होना, पाकिस्तान से हिंदुस्तान आना और एक इंटरनेशनल कंपनी शुरू करने तक का सफर बहुत ही रोचक रहा है। 

1940 से शुरू हुआ था रजनी का सफर

रजनी बेक्टर का जन्म 1940 में कराची (अब पाकिस्तान) में हुआ था। उनका परिवार बहुत संपन्न था और उनके परिवार के कई लोग सरकारी दफ्तरों में काम कर रहे थे। बंटवारे के दौरान उनका परिवार सुरक्षित भारत तो आ गया, लेकिन उन्होंने बहुत सारी समस्याएं झेलीं। रजनी ने उस वक्त बंटवारे का खौफनाक मंजर भी देखा जहां मरते हुए लोग और लाशों से भरी हुई ट्रेनें उनके जेहन में बैठ गईं। 

इसे जरूर पढ़ें- Patricia Narayan Success Story: घर वालों का नहीं मिला साथ, बच्चों के लिए 50 पैसे से शुरू किया बिजनेस..आज लाखों में है रोज की कमाई 

उनका परिवार दिल्ली पहुंचा जहां उन्होंने अपनी स्कूलिंग की और 17 साल की उम्र में रजनी की शादी कर दी गई। रजनी उस वक्त दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस से ग्रेजुएशन के लिए दाखिला ले चुकी थीं। शादी के बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की और फिर लुधियाना शिफ्ट हो गईं। उनके पति धर्मवीर बेक्टर परिवार के अनाज और खाद के व्यापार को ही आगे बढ़ा रहे थे। 

कैसे शुरू हुई बेक्टर फूड्स?

शादी के कुछ साल बाद रजनी और धर्मवीर के तीन बच्चे हो चुके थे और तीनों को बोर्डिंग स्कूल में डाल दिया गया था। इसके बाद रजनी ने पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी से बेकिंग का कोर्स किया और घर पर ही एक्सपेरिमेंट शुरू किए। 

रजनी को सपोर्ट करने के लिए आस-पास के कई लोग थे और कई नामी लोगों ने उन्हें बिजनेस खोलने की सलाह दी। हालांकि, उस वक्त किसी महिला का अपना बिजनेस खोलना बहुत ही अनोखा था। 

ice cream lady of india rajni bector

फिर आया साल 1977 जब रजनी ने अपने घर पर ही आइसक्रीम मेकिंग यूनिट शुरू किया। वह अपनी बेकिंग घर के आंगन से करने लगीं और रजनी के प्रोडक्ट्स को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी उठाई उनके पति धर्मवीर ने। 

सबसे पहले कंपनी के प्रोडक्ट्स की ब्रांडिंग करनी थी और उसके लिए प्रोडक्ट्स के लिए नाम खोजना था। अब रजनी कई प्रोडक्ट्स क्रीम से बनाती थीं इसलिए उन्होंने क्रीम का शब्द से Cremica नाम सोचा। 

बेक्टर फूड्स की शुरुआत ही कमाल की रही। उनकी वेबसाइट में दिए डेटा के अनुसार, 1989 तक रजनी की आइसक्रीम क्वालिटी आइसक्रीम को टक्कर देने लगी और उनका ब्रेड बिजनेस भी बहुत बढ़ा। ब्रेड बिजनेस बढ़ने के साथ ही जन्म हुआ इंग्लिश ओवन ब्रांड का।   

बेक्टर फूड्स की सफलता की कहानी 

आजाद भारत की कुछ सबसे महत्वाकांक्षी कंपनियों में से एक बेक्टर फूड्स रही है। 1977 में इस कंपनी को रजनी बेक्टर ने लुधियाना से शुरू किया था। बेक्टर फूड्स की वेबसाइट के मुताबिक, उस वक्त उनके पास सिर्फ 20,000 रुपये का कैपिटल था। उस वक्त क्रेमिका (Cremica) और इंग्लिश ओवन ब्रेड जैसे प्रोडक्ट्स ने धूम मचा दी थी। ये दोनों प्रोडक्ट्स बेक्टर फूड्स के सबसे सफल प्रोडक्ट्स में से एक रहे हैं। उसके बाद से कुकीज, बिस्कुट, क्रीम, क्रैकर, डाइजेस्टिव फूड्स, ग्लूकोज जैसी कई चीजें बेक्टर फूड्स के पोर्टफोलियो में एड होती गईं।  

इसे जरूर पढ़ें- Success Story Of Dr. Rennie Joyy: बिजनेस में हुआ नुकसान फिर भी हार न मानी.. खुद के बलबूते हासिल किया बड़ा मुकाम, कुछ ऐसी है इनकी कहानी  

आज बेक्टर फूड्स करीब 60 देशों में अपने प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट करती है और इसके साथ ही सरकारी फर्म्स जैसे भारतीय रेलवे और सरकारी कैंटीन में प्रोडक्ट्स सप्लाई करती है।  

rajni bector

मैक्डॉनल्ड्स के साथ मिलकर रजनी ने बनाई मल्टी मिलियन डॉलर कंपनी 

आपने मैक्डॉनल्ड्स इंडिया के बर्गर खाए होंगे, क्या कभी सोचा है कि उसके बन कहां से आते हैं? ये हैं बेक्टर फूड्स के बन जिन्हें अमेरिकी फूड जायंट ने अप्रूव किया था। 1996 में यह पार्टनरशिप हुई और डिमांड इतनी ज्यादा हो गई कि रजनी बेक्टर को ग्रेटर नोएडा में अपना मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्टार्ट किया। 

रजनी और धर्मवीर बेक्टर ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अब उनके बच्चे भी इसी बिजनेस का हिस्सा हैं।  

2021 में रजनी बेक्टर को मिला पद्मश्री सम्मान 

रजनी बेक्टर को 2021 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा पद्मश्री पुरुस्कार से सम्मानित भी किया गया था। चार दशक से भी ज्यादा समय से रजनी अपने काम को कर रही हैं और दूसरों के लिए एक मिसाल बन गई हैं। 

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।     

Image Credit: ANI/ Bector Foods

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।