13 साल की इस लड़की ने बनाया रिकॉर्ड, 84 सेकंड में तोड़ीं 84 सिरेमिक टाइल्स

हैदराबाद की 13 वर्षीय लड़की ने 84 सेकंड में 84 सिरेमिक टाइल्स तोड़कर गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम लिखवाया है।

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हैदराबाद की 13 वर्षीय लड़की ने वो कर दिया जिसे करने की क्षमता बहुत कम लोगों को होती है। अपनी प्रतिभा से 13 वर्षीय लड़की ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। उनकी सफलता को देख लोग जमकर तारीफ़ कर रहे हैं। दरअसल हैदराबाद की गणा संतोषिनी रेड्डी ने सोमवार को 84 सेकंड में 84 सिरेमिक टाइल्स तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाया है।

गणा संतोषिनी रेड्डी ने 31 मई को 84 सेकेंड में 84 सिरेमिक टाइल्स तोड़कर जीनियस बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है। उन्होंने मीडिया को बताया कि तेलंगाना के गठन के 84वें महीने को चिह्नित करने के लिए मैंने 84 सेकंड में 84 टाइलें तोड़ी। इसके लिए मैं 5 से 6 महीने से रोज़ाना प्रैक्टिस कर रही थी और प्रैक्टिस के दौरान मैंने कई टाइल्स भी तोड़ीं ताक़ि स्पीड बढ़ सके और मैं रिकॉर्ड बना सकूं।

गणा संतोषिनी रेड्डी के नाम हैं कई रिकॉर्ड

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एएनआई को दिए इंटरव्यू में संतोषिनी ने बताया कि उन्होंने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। जिसमें एक ओर से दूसरी ओर (बाएं से दाएं और दाएं से बाएं) सिर घुमाने का विश्व रिकॉर्ड भी शामिल है। जिसे उन्होंने 2012 में 39 मिनट में पूरा किया। उन्होंने मीडिया को बताया कि उन्होंने 39 मिनट में 3,315 चक्कर लगाएं और यह उनका पहला रिकॉर्ड था। साल 2014 में संतोषिनी को सिंगल परफ़ॉर्मेंस में डांस, योग और कराटे के मिश्रण के साथ परफ़ॉर्म किया था, जिसके लिए उन्हें बाला सूर्य पुरस्कारपुरस्कारमिला। 2019 में 5वें तेलंगाना स्थापना दिवस पर संतोषिनी रेड्डी और उनकी बहन दोनों को उनके परफ़ॉर्मेंस के लिए सम्मानित किया गया था।

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महिला सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण हैं कराटे

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गणा संतोषिनी रेड्डी का मानना है कि महिला सशक्तिकरण के लिए कराटे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने आगे कहा कि उनके पिता भी ख़ुद एक कराटे मास्टर हैं और हैदराबाद में कराटे अकादमी चलाते हैं और वही उनके टीचर भी हैं। संतोषिनी के अनुसार अब उनका लक्ष्य खेल में अपना नाम बनाना और अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप जीतना है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि वह एक आईएएस ऑफ़िसर बनना चाहती हैं जिससे वह लोगों और सरकार की सेवा कर सकें।

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पिता को अपनी दोनों बेटियों पर है गर्व

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एनएनआई से बात करते हुए गणा संतोषिनी रेड्डी के पिता डॉ. जी एस गोपाल रेड्डी ने कहा कि महिलाओं को किसी भी स्थिति में अपना बचाव करने में सक्षम होना चाहिए। मुझे बहुत गर्व है कि मेरी दोनों बेटियों ने अब तक कई पुरस्कार हासिल किए और कई रिकॉर्ड बनाएं हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि महिलाएं ऐसा करें क्योंकि मेरा मानना है कि कराटे एक व्यक्ति और ख़ास कर महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा करने में मदद करता है। उन्हें ख़ुद पर पूर्ण आत्मविश्वास होना चाहिए और किसी भी स्थिति में अपना बचाव करने में सक्षम होना चाहिए।

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