आयरन हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी मिनरल है। यह हीमोग्लोबिनबनाने में मदद करता है और हीमोग्लोबिनखून में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। अक्सर आपने देखा होगा कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में आयरन की कमी से ज्यादा सफर करती है। महिलाएं ज्यादा एनीमिया की शिकार होती हैं। आखिर ऐसा क्यों होता है। जानते हैं इस बारे में हेल्थ एक्सपर्ट रामिता कौर जी से।
महिलाओं में पुरुषों की तुलना में आयरन की कमी क्यों अधिक होती है?
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मासिक धर्म यानी कि पीरियड्स के दौरान हर महीने ब्लीडिंग होती है, जिससे शरीर में आयरन की मात्रा घट सकती है। कुछ महिलाओं को हैवी पीरियड्स आते हैं। इससे भी आयरन की कमी का खतरा बढ़ जाता है।
गर्भावस्था के दौरान शरीर को अधिक आयरन की जरूरत होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि मां के शरीर को न सिर्फ खुद के लिए बल्कि बच्चों के विकास के लिए भी आयरन की जरूरत होती है। वहीं, प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लड लॉस भी काफी ज्यादा होता है। इसके कारण भी खून की कमी हो जाती है।
अक्सर महिलाएं पतली दिखाने के चक्कर में सही खान-पान नहीं ले पाती हैं। इससे भी आयरन की कमी हो सकती है। ऐसी महिलाएं वेजीटेरियन या वीगन डाइट फॉलो करती हैं, उन्हें आयरन की सही मात्रा नहीं मिल पाती है।
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आयरन की कमी के लक्षण
- त्वचा में पीलापन
- कमजोरी और थकान
- बालों का झड़ना और नाखून का कमजोर होना
- सांस फूलना और दिल की धड़कन का तेज होना।
- सिर में दर्द रहना
आयरन की कमी दूर करने के उपाय
- हरी सब्जियां, चुकंदर, अनार, ब्रोकली, मेवे दालें, राजमा
चिकन, मछली, रेड मीट, अंडे
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Image Credit:Freepik
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