विद्या बालन बॉलीवुड की उन एक्ट्रेसेस में से एक हैं, जिन्हें बेहतरीन एक्ट्रेस के रूप में जाना जाता है। अपने शानदार अभिनय के दम पर न केवल उन्होंने कई हिट फिल्में दी हैं बल्कि कई लोगों के दिलों पर राज भी कर रखा है। विद्या बालन की सबसे खास बात यह है कि वह पर्दे पर अलग-अलग तरह की भूमिकाएं निभाती रहती हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि आपकी फेवरेट एक्ट्रेस विद्या बालन को सफाई बेहद पसंद है। उन्हें अपने आस-पास जरा सी भी धूल दिख जाए तो वह तुरंत उसे साफ करने में लग जाती हैं। इतना ही नहीं विद्या को घर में किसी का चप्पल पहनकर घूमना भी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होता है। जी हां वह ऑब्सेसिव कंपलसिव डिसऑर्डर से ग्रस्त है। आइए विद्या बालन की इस प्रॉब्लम के बारे में विस्तार से जानते हैं।
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एक्ट्रेस विद्या बालन को चाहे आज भी उनकी हिट फिल्म 'डर्टी पिक्चर' के लिए याद किया जाता हो लेकिन उन्हें अपने आस पास की जगह को डर्टी देखना बिलकुल भी पसंद नहीं हैं। उनके घर में उन्हें हर चीज साफ सुथरी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है वह भी परेशान हो जाती हैं और साफ सफाई को लेकर उनकी सनक शुरू हो जाती है।
ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर
ओसीडी एक मानसिक रोग है। इस बीमारी में लोगों को बेकार की चिंता सताती रहती है। ये लोग हमेशा संशय में बने रहते हैं और बार-बार अनचाहे ख्याल आने लगते हैं। उनके मन में किसी बात को लेकर डर व शंका का भाव रहता है। उन्हें किसी काम की धुन इस तरह सवार हो जाती है कि वह सनक बन जाती है। कई लोगों मे देखने को मिलता है कि वह एक ही काम को जैसे हाथ धोना, चीजों को गिनना, किसी चीज को बार-बार चेक करना आदि बार-बार करने लगते हैं। ऐसे लोग किसी भी बात को लेकर जरूरत से ज्यादा उसकी चिंता करने लगते हैं। कुल मिलाकर ऐसे लोगों का दिमाग किसी एक ख्याल या काम पर अटक सा जाता है। जी हां किसी ना किसी चीज को लेकर हर किसी में एक सनक रहती है और यह सनक उनके रूटीन में आमतौर से देखी जाती है। यह कोई गंभीर बीमारी तो नहीं है लेकिन जरूरत से ज्यादा किसी चीज की सनक होने को ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर भी कहा जाता है।
ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर के प्रकार
- ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर के शिकार होने पर लोगों में अलग-अलग तरह से सनक दिखाई देती हैं। कुछ लोगों को बार-बार सफाई करने की आदत होती है। ये लोग गंदगी से डरते हैं। इन लोगों को बार-बार सफाई और हाथ धोने का आदत होती है।
- कई लोग बार-बार चीजों को चेक करते हैं। जैसे लाइट बंद की या नहीं, ताला लगाया है या नहीं आदि। ऐसे लोगों के मन में हमेशा चीजों को लेकर डर बना रहता है।
- कुछ लोग पाप से बहुत डरते हैं। ये हर समय यह सोचते रहते हैं कि अगर कुछ ठीक से नहीं किया तो उनके साथ बहुत बुरा होगा और उन्हें इसकी सजा भी मिलेगी।
- ये लोग चीजों को बहुत संभालकर रखते हैं। इन्हें हर चीज को लेकर डर रहता है कि अगर इसे फेंक दिया तो अच्छा नहीं होगा। इस वजह से ये लोग बेकार की चीजों को भी बहुत संभालकर रखते हैं।
ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर के लक्षण
- बैक्टीरिया और गंदगी आदि के संपर्क में आने या दूसरों को दूषित कर देने का डर रहता है।
- डर से जुड़ी चीजों को महसूस करना जैसे, घर में कोई बाहरी व्यक्ति घुस आया है।
- ऐसे लोगों को किसी और को नुकसान पहुंचने का डर भी रहता है।
- बार-बार सफार्इ करना और गंदगी से डरना।
- किसी चीज को भाग्यशाली या दुर्भाग्यशाली मानने का अंधविश्वास।
- बेकार की चीजें इकट्ठा करना जैसे कि पुराने न्यूजपेपर, खाने के खाली डिब्बे, टूटी हुई चीजें आदि।
- चीजों को बेवजह बार-बार चेक करना, जैसे कि ताले और स्विच आदि।
ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर के कारण
ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर के लिए आनुवांशिकता, ब्रेन में सेरोटोनिन नामक न्यूरोट्रांसमीटर की कमी, इंफेक्शन, स्ट्रेस आदि चीजें जिम्मेदार होते हैं।
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