3 दिन से कम पीरियड्स होने के चलते खुद को मानती हैं लकी? शरीर में इन बड़ी गड़बड़ियों का हो सकता है इशारा

पीरियड्स 3 दिन या इससे भी कम में खत्म हो जाने पर लड़कियां खुद को लकी समझती हैं। लेकिन, आपको बता दें कि यह सही नहीं है। इसके पीछे कई हेल्थ इश्यूज हो सकते हैं।  
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यूं तो पीरियड्स हर महीने सभी महिलाओं को आते हैं। लेकिन, हर महिला के लिए यह अलग-अलग हो सकते हैं। मसलन, पीरियड्स कितने दिन हो रहे हैं, फ्लो कितने दिन आ रहा है, पीरियड साइकिल कितने दिन की है, इन दिनों में आपको कितने क्रैम्प्स आ रहे हैं, ये सभी चीजें हर महिला को अलग-अलग महसूस हो सकती हैं। पीरियड्स से जुड़ी सभी बातें शरीर से जुड़े कुछ खास संकेत देती हैं। इन्हें समझना बहुत जरूरी होता है। कुछ महिलाओं को पीरियड्स 1-2 में खत्म हो जाते हैं, कुछ के लिए ये 3 दिन चलते हैं, वहीं कुछ महिलाओं को 7 दिन से भी ज्यादा दिनों तक पीरियड फ्लो आता रहता है। ऐसे में पीरियड्स 3 दिन या इससे भी कम में खत्म हो जाने पर लड़कियां खुद को लकी समझती हैं। लेकिन, ऐसा बिल्कुल न समझें क्योंकि यह सही नहीं है और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसके बारे में हमने डॉक्टर से बात की और जानने की कोशिश की कि क्या 3 दिन से कम पीरियड्स का होना सही है, चलिए जानते हैं। यह जानकारी डॉक्टर अदिति बेदी दे रही हैं। वह कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट और आब्स्टिट्रिशन हैं।

क्या 3 दिन से कम पीरियड्स होना सही है? (Why has my period only last 3 days?)

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  • एक्सपर्ट का कहना है कि पीरियड साइकिल आमतौर पर 5-7 दिनों के लिए चलती है। अगर यह साइकिल 3-4 दिन की भी है, तो भी आप इसे सही मान सकते हैं। लेकिन, 2-3 दिन के लिए पीरियड का होना बिल्कुल सही नहीं है।
  • अगर आपके पीरियड 3 दिन या इससे भी कम के लिए आते हैं या फिर अनियमित पीरियड्सहैं, तो आपको इस पर ध्यान देना चाहिए।
  • एक्सपर्ट का कहना है कि पीरियड्स में 3 दिन से कम ब्लीडिंग होना सामान्य नहीं है। ज्यादा स्ट्रेस, थायराइड या हार्मोनल इंबैलेंस की वजह से ऐसा हो सकता है।
  • क्रॉनिक स्ट्रेस, शरीर में कई हार्मोन्स पर असर डालता है और इसकी वजह से पीरियड फ्लो पर भी असर होता है।

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  • शरीर में प्रोजेस्टेरोन की कमी के कारण भी साइकिल बैलेंस नहीं होती है और पीरियड कम दिनों में सिमट कर रह जाते हैं।
  • डाइट में जरूरी न्यूट्रिएंट्स की कमी भी पीरियड के दिनों में ब्लीडिंग का कारण हो सकती है। विटामिन-बी6, मैग्नीशियम और आयरन की कमी भी साइकिल की लेंथ और फ्लो पर असर डालती है।
  • ब्रेस्टफीडिंग मदर्स को भी कई बार यह दिक्कत हो सकती है।
  • इसके अलावा, पीसीओएस की वजह से अनियमित पीरियड्स, छोटी साइकिल या अबसेंट साइकिल की दिक्कत हो सकती है।

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पीरियड्स से जुड़े सभी संकेतों पर महिलाओं को खास ध्यान देना चाहिए। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik, Shutterstock

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