महिलाओं में समय से पहले क्यों हो रहा है मेनोपॉज? जानें कारण और लक्षण

महिलाओं में समय से पहले मेनोपॉज होने के पीछे तनाव भी जिम्मेदार है। प्री-मैच्योर मेनोपॉज को रोकने के लिए, कुछ खास बातों का ख्याल रखा जाना चाहिए जिनमें डाइट से जुड़े कई बदलाव शामिल हैं।

causes of premature menopause

आजकल महिलाओं में प्री-मैच्योर मेनोपॉज के मामले काफी बढ़ रहे हैं। हालांकि, मेनोपॉज 40 की उम्र के बाद होना चाहिए लेकिन आज की अनियमित जीवनशैली के चलते महिलाओं में 35 साल की उम्र के आस-पास ही मेनोपॉज के मामले सामने आ रहे हैं। प्री-मैच्योर मेनोपॉज के क्या लक्षण होते हैं, इसके पीछे कौन से कारण जिम्मेदार हैं और क्या इससे बचने के लिए कुछ किया जा सकता है, इस बारे में हमने ऑब्सटेट्रिशियन-गायनेकोलॉजिस्ट (OBGYN)डॉक्टर तनुश्री पांडे पडगांवकर ने बात की। आइए जानते हैं।

प्री-मैच्योर मेनोपॉज क्या होता है?

why women are suffering menopause early

डॉक्टर तनुश्री पांडे ने बताया जब महिलाओं को एक साल तक लगातार पीरियड्स न हो, तो इस स्थिति को मेनोपॉज कहा जाता है। आज के समय में पूरी दुनिया में महिलाओं में प्री-मैच्योर मेनोपॉज के मामले देखने को मिल रहे हैं। हालांकि, मेनोपॉज 45-50 की उम्र के बीच होना चाहिए। लेकिन अब कुछ महिलाओं में 40 की उम्र में, कई बार 35 साल के आस-पास भी मेनोपॉज देखने को मिल रहा है।

प्री-मैच्योर मेनोपॉज के कारण

हेल्दी पीरियड्स के लिए सही लाइफस्टाइल और तनाव से दूर रहना बहुत जरूरी है। महिलाओं में मौजूद एग्स की संख्या निश्चित होती है, इसे बढ़ाया नहीं जा सकता है। ऐसे में स्ट्रेस, स्मोकिंग, नींद के पैटर्न का सही न होना, मोटापा, रोजमर्रा की जिंदगी में होने वाली चीजें और एल्कोहल लेना इस पर असर डालता है और इससे प्री-मैच्योर मेनोपॉज हो सकता है।

यह भी पढ़ें-

प्री-मैच्योर मेनोपॉज के लक्षण

why women are suffering premature menopause

प्री-मैच्योर मेनोपॉज के लक्षणों में 3-4 महीने तक पीरियड न आना शामिल है। अगर आपको लंबे समय से पीरियड्स नहीं आ रहे हैं, तो यह समय से पहले मेनोपॉज का एक लक्षण हो सकता है। वहीं, अगर हर 10 दिन में आपको पीरियड क्रैम्प्स हो रहे हैं और 28-30 दिन से पहले ही पीरियड्स आ रहे हैं, तो यह भी प्री-मैच्योर मेनोपॉज का एक लक्षण है। डॉक्टर बताती हैं कि अगर कोई महिला 30-35 की उम्र के बीच है और एक साल के आस-पास समय से कंसीव करने की कोशिश कर रही है, लेकिन ऐसा करने में मुश्किल आ रही है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।

यह भी पढ़ें-आखिर महिलाओं के लिए क्यों जरूरी होते हैं पीरियड्स?

प्री-मैच्योर मेनोपॉज के कैसे रोकें?

प्री-मैच्योर मेनोपॉज को रोकना संभव है, इस बारे में कोई भी डॉक्टर दावा नहीं कर सकता है। हालांकि कुछ लाइफस्टाइल के बदलाव इसे प्रभावित जरूर कर सकते हैं। हेल्दी डाइट, बीएमआई(बॉडी मास इंडेक्स) का सही होना, स्मोकिंग और ड्रिंक को अवॉइड करना, एक्सरसाइज करना, स्ट्रेस से दूर रहना और जंक फूड को अवॉइड करना अच्छा माना जाता है। इसके साथ ही समय-समय पर डॉक्टरी सलाह भी जरूरी है ताकि अगर आप में मेनोपॉज के कोई शुरुआती लक्षण दिखाई दें, तो उससे निपटा जा सके।

यह भी पढ़ें- मेनोपॉज के लक्षणों को मैनेज करने के लिए हर महिला को पता होनी चाहिए ये बातें

अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP

FAQ

  • क्या प्री-मैच्योर मेनोपॉज को रोका जा सकता है?

    डॉक्टर की मानें तो इसे रोकने का दावा नहीं किया जा सकता है। हालांकि, लाइफस्टाइल और डाइट से जुड़े कुछ बदलावों का इस पर असर जरूर होता है।