महिलाओं का शरीर, उम्र के साथ कई बदलावों से गुजरता है। उम्र बढ़ने के साथ, हार्मोनल उतार-चढ़ाव का असर, महिलाओं के पूरे शरीर पर होता है। पीरियड्स की शुरुआत 12-13 साल की उम्र से होती है और मेनोपॉज यानी 45-50 साल की उम्र तक महिलाओं को हर महीने पीरियड्स आते हैं। अक्सर हमें लगता है कि पीरियड्स पर उम्र का कोई असर नहीं होता है और टीनएज से मेनोपॉज तक, पीरियड्स हर महीने एक ही पैटर्न में आते हैं। लेकिन आपको बता दें कि उम्र के साथ, पीरियड फ्लो में कई बदलाव आते हैं। कई बार, महिलाओं की साइकिल की लेंथ भी छोटी हो जाती है। 30 की उम्र से पहले महिलाओं के पीरियड फ्लो में भी कुछ बदलाव होते हैं। ये बदलाव क्या होते हैं, इनका महिलाओं के शरीर पर किस तरह असर होता है, क्या इस बारे में डॉक्टर की सलाह लेने की जरूरत है, इस बारे में हमने डॉक्टर अदिति बेदी से बात की। वह कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट और आब्स्टिट्रिशन हैं।
यह भी पढ़ें- पीरियड्स में हैवी फ्लो की वजह से हर घंटे बदलना पड़ता है पैड? रोजाना पिएं यह चाय
यह भी पढ़ें- 35 की उम्र के बाद कम हो गया है पीरियड फ्लो? रोज पिएं यह खास ड्रिंक
उम्र के साथ, पीरियड फ्लो में कुछ बदलाव होते हैं। अगर आपको फ्लो, साइकिल या दर्द में बहुत अधिक चेंज महसूस हों, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit:Freepik, Shutterstock
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।