महिलाओं की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक होता है पीएमएस। कई लोगों को लगता है कि आखिर इसमें ऐसा क्या खास है? पुरुषों से तो इस तरह के सवाल की उम्मीद की जा सकती है क्योंकि उन्हें ये महसूस नहीं होता। पर अगर आप उन महिलाओं में से एक हैं जिन्हें पीएमएस के दौरान कोई समस्या नहीं होती है तो आप बहुत लकी हैं। यहां सिर्फ पीरियड के पांच दिन ही नहीं उसके पहले होने वाले शारीरिक और मानसिक बदलावों की बात भी हो रही है।
PMS यानी प्री-मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम महिलाओं के लिए काफी परेशानी भरा साबित हो सकता है। ऐसे टाइम में दर्द से लेकर चिड़चिड़ाहट, कुछ मामलों में पीरियड स्पॉटिंग, और कुछ को और भी गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं।
पीरियड्स के पहले कई महिलाओं के ब्रेस्ट में गठान महसूस होने लगती है, कई महिलाओं को भयानक दर्द होता है, एक्ने का होना एक बड़ी समस्या बन जाती है। कई महिलाओं के चेहरे पर दाने आने लगते हैं और अंडरआर्म्स के आस-पास दर्द महसूस होता है। तो जिस तरह से शरीर अलग है वैसे ही समस्या भी अलग होती है, लेकिन कुछ देसी आयुर्वेदिक नुस्खों से इन समस्याओं को कुछ हद तक दूर किया जा सकता है।
आयु्र्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस समस्या से जुड़े कुछ नुस्खे शेयर किए हैं। ये आपकी समस्या को खत्म हो नहीं करेंगे, लेकिन कम से कम इससे आपको परेशानी कम हो ऐसा तो हो ही सकता है।
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सबसे पहले बात करते हैं उन चीज़ों की जो पीएमएस के दौरान आपको फायदा पहुंचा सकती हैं-
1. बादाम और किशमिश
पीएमएस के दौरान फूड आपकी सेहत पर बहुत असर डाल सकता है। इसे बेहतर बनाने के लिए आप सुबह उठते से ही 5 भीगी किशमिश और 4 भीगे बादाम खाएं। ये खाली पेट खाने हैं।
2. सीड साइकलिंग
जिन्हें सीड साइकलिंग के बारे में नहीं पता उन्हें मैं बता दूं ये एक प्रक्रिया होती है जिसमें अलग-अलग समय में आप अलग बीज अपनी डाइट में शामिल करते हैं। ये आपके शरीर की न्यूट्रिएंट्स की जरूरतों को पूरा करती है। डॉक्टर दीक्षा के मुताबिक पीरियड साइकल में अलग-अलग समय पर इन्हें खाना चाहिए जैसे- पीरियड्स खत्म होने के बाद पहले दो हफ्ते में आप रोज़ाना 1 चम्मच अलसी के बीच और 1 चम्मच कद्दू के बीज खा सकती हैं। इसके बाद के दो हफ्तों में 1 चम्मच सरसों के बीज और 1 चम्मच तिल को आप अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
3. फल और हेल्दी फैट
अगर आप अपनी डाइट में फल और हेल्दी फैट शामिल कर सकती हैं तो ये सबसे अच्छा होगा। फल नेचुरली ठंडे और मीठे होते हैं और फ्रूट्स जैसे गाय का घी, ऑलिव ऑयल, नट्स और सीड्स आदि हार्मोन बैलेंस को सही रखने में काफी मदद कर सकते हैं।
4. मेडिटेशन और प्राणायाम
आप अपनी जिंदगी के 30 मिनट रोज़ाना निकालें और ब्रीदिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन करें। ये कोर्टिसोल हार्मोन जिसे स्ट्रेस हार्मोन कहा जाता है उसे मैनेज करने का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। पीएमएस के दौरान ये बहुत फायदेमंद लगेगा।
5. फिजिकल एक्टिविटी को कम न करें
कई महिलाओं की आदत होती है कि वो रोज़ाना तो एक्टिव रहती हैं, लेकिन पीरियड्स के समय में बिल्कुल ही बिस्तर पर बैठ जाती हैं। जिस भी समय आपको ठीक लग रहा हो थोड़ी वॉक करें, अगर आप जॉगिंग, रनिंग आदि करती हैं तो उसे भी जरूर करें।
6. धनिया का पानी पीना होगा लाभकारी
आप दिन में एक बार धनिया का पानी जरूर पिएं। ये आपकी आंतों के लिए बहुत अच्छा होता है और आपको बता दें कि आंतों में ही 75% हार्मोन्स बनते हैं और इसलिए इनका सही रहना बहुत जरूरी है।
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7. जल्दी सोने की आदत डालें
हार्मोनल इम्बैलेंस को ठीक करने के लिए सबसे आसान तरीका है भरपूर नींद लेना। आपको अपने मेटाबॉलिज्म और इम्यूनिटी का ख्याल रखना है और अगर आप सही तरह से नींद लेंगी तो शरीर को सही एनर्जी मिलेगी और रेस्ट लेने से शरीर में रिपेयर प्रोसेस भी सही तरह से चल पाएगा। ऐसे में आप ताज़ा महसूस करेंगी।
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पीएमएस के दौरान ये बिल्कुल न करें
अब बात करते हैं उन चीज़ों की जिन्हें पीएमएस के दौरान बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए या अगर आपको किसी तरह की क्रेविंग हो भी रही है तो इन्हें कम करना चाहिए।
1. खट्टे, डीप फ्राई और फरमेंटेड फूड्स न खाएं
हार्मोन इम्बैलेंस और आंतों में समस्या का सबसे बड़ा कारण इस तरह के फूड्स हो सकते हैं। इसलिए ये बेहतर होगा कि आप इन्हें पीरियड्स से 2 हफ्ते पहले अवॉइड करें।
2. बहुत ज्यादा मीठा
ऐसे फूड्स जिनमें बहुत ज्यादा शक्कर होती है जो प्रोसेस्ड शुगर से बने होते हैं वो न सिर्फ वेट गेन का कारण बनते हैं बल्कि उनके कारण ब्लोटिंग भी बहुत बढ़ जाती है और ये मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देते हैं। ये फिजिकल समस्याएं पैदा करते हैं और कई बार तो ये मानसिक समस्याओं का कारण भी बन सकते हैं। इससे हम मीठा खाने के एडिक्शन का शिकार हो सकते हैं। इससे ब्लोटिंग की समस्या भी बढ़ती है।
3. बहुत ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी
फिजिकल एक्टिविटी जरूरी होती है ये हमें पता है, लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी के पीछे जाएंगी तो ये गलत होगा। इससे थकान ज्यादा होती है और साथ ही साथ इससे पीरियड्स के दौरान पेन भी बहुत बढ़ जाता है।
4. रात में जागे रहना
जैसा कि पहले ही बताया गया है, पीरियड्स के दौरान रात की नींद बहुत जरूरी होती है। अगर आप ऐसा नहीं करेंगी तो आपको ही दिक्कत ज्यादा होगी। स्ट्रेस से थोड़ा सा दूर रहें और रात में चैन से सोएं।
पीएमएस के दौरान ये सभी चीज़ें आपके लिए अच्छी साबित हो सकती हैं। हां, अपनी डाइट में कोई भी बड़ा बदलाव करने से पहले ये ध्यान रखें कि आप एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।
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Image Credit: Whisper/ Freepick
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