पेरेंट्स अपने बच्चे को हर तरह की बीमारियों से बचाकर रखना चाहते हैं और इसका सबसे सटीक और कारगर तरीका है वैक्सीनेशन। वैक्सीनेशन बच्चों को कई तरह की ऐसी बीमारियों से बचाता है, जिनका भविष्य में होने का खतरा बना रहता है। किसी बीमारी के खिलाफ बच्चे के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए उसे वैक्सीन दिया जाता है। अगर मेरी तरह आप भी नई-नई मां बनी हैं तो आपको भी वैक्सीनेशन के बारे में सब कुछ जान लेना चाहिए। ताकि आप अपने लाडले का सुरक्षित वैक्सीनेशन करा सकें। जैसा की आपको पता होगा पहले दिए जाने वाले वैक्सीनेशन से बच्चों को दर्द और बुखार होता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है, अब बाजार में पेनलेस वैक्सीनेशन उपलब्ध है जिससे आपके बच्चे को किसी तरह की तकलीफ नहीं होती और वो वैक्सीनेशन के बाद भी हंसता-मुस्कुराता रहता है।
इसे जरूर पढ़ें: Baby Care: इन बातों का रखें ध्यान, बच्चा रहेगा हमेशा खुश और तंदरुस्त
पेनलेस वैक्सीनेशन आने से पहले बच्चे का वक्सीनशन होने पर उसे बुखार जरूर आता था और दर्द के मारे बच्चा रोता रहता था, जिससे पेरेंट्स भी परेशान होते थे। लेकिन अब आपको अपने बच्चे को रोता हुआ नहीं देखना होगा क्योंकि अब आप उसे पेनलेस वैक्सीनेशन लगवा सकती हैं। वैसे जब आप अपने डॉक्टर के पास जाएंगी तो वो आपको कई तरह के वैक्सीनेशन के ऑप्शन देंगे। लेकिन आपके लिए ये सही होगा की आप पेनलेस वैक्सीनेशन को ही चुने।
वैसे आपको बता दें की पेनलेस वैक्सीनेशन बाकि वैक्सीनेशन से थोड़े मंहगे होते हैं पर अगर आप अपनी जेब पर थोड़ा अतिरिक्त बोझ डाल सके तो ये आपके नन्हें के लिए बेस्ट ऑप्शन होगा, क्योंकि इससे वो दर्द और तकलीफ से बचा रहेगा। मैं भी अपने बच्चे के लिए पेनलेस वैक्सीनेशन का ही चुनाव करती हूं।
पेनलेस वैक्सीनेशन है क्या
सबसे पहले जान लें पेनलेस वैक्सीनेशन है क्या। दरअसल पेनलेस वैक्सीनेशन एसेलुलर टीके हैं, जिनमें एंटीजन कम मात्रा में होता हैं और इसे सिरिंज के जरिए दिया जाता हैं। पेनलेस वैक्सीनेशन को एक कॉम्बिनेशन वैक्सीन के रूप में दिया जाता है, जो है डिप्थीरिया, एसेलुलर पर्टुसिस और टेटनस। यह वैक्सीनेशन दर्दरहित होता है और इससे इंजेक्शन वाली जगह में सूजन भी नहीं होता। यह डीपीटी वैक्सीनेशन दर्द रहित होने के साथ-साथ उतना ही प्रभावी है जितना कि नॉर्मल वैक्सीनेशन।
पेनलेस वैक्सीनेशन कितना कारगर हैं
चूंकि इस वैक्सीनेशन से बच्चों को बुखार नहीं होता और ना ही उन्हें किसी तरह का दर्द होता है, इसलिए आपके लिए ये जान लेना बहुत जरूरी है कि ये कितना कारगर है। तो आपको बता दें पेनलेस या दर्द वाले नॉर्मल वैक्सीनेशन, दोनों ही समान रूप से कारगर होते हैं, साथ ही ये सुरक्षित भी होते हैं।
इसे जरूर पढ़ें: Baby Care: शिशुओं की स्वच्छता हैं ये 5 नियम, जिसे हर मां को अपनाना चाहिए
पेनलेस वैक्सीनेशन के साइड इफेक्ट्स
आमतौर पर, बच्चो में पेनलेस वैक्सीनेशन के कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं लेकिन, ये टीके पूरी तरह से पेनलेस नहीं होते हैं। इन टीकों को भी इंजेक्ट किया जाता हैजो दर्द देता है, लेकिन इंजेक्ट होने के बाद इसमें दर्द नाममात्र ही रहता है और बुखार भी ना के बराबर होता है। फिर भी आपके डॉक्टर आपको बच्चे को पेरासिटामोल देने की सलाह देते हैं। वैसे आप चाहे तो इसे ना भी दें। पेरासिटामोल आप तभी दें जब आपको लगे की बच्चे को तकलीफ हो रही है या बच्चा ज्यादा रो रहा है। लेकिन अपने पास पेरासिटामोल जरूर रखें, ताकि जितनी बार आप वैक्सीनेशन कराएं और आपको जरूरत पड़े तो आप उसे तुंरत दे सके।
Photo courtesy- (freepik.com, everydayhealth.com, chicagotribune.com)
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों