एंग्जाइटी से रहती हैं परेशान, छुटकारा पाने के लिए अपनाएं ये उपाय

अगर आपको भी एंग्‍जाइटी से परेशान करती हैं तो इस आर्टिकल में एक्‍सपर्ट के बताए उपायों को जरूर आजमाएं। 

how to relief from anxiety by expert

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, डिप्रेशन और एंग्‍जाइटी के कारण दुनिया भर में सालाना 1 ट्रिलियन डॉलर की उत्पादकता का नुकसान होता है।

यदि कोई कर्मचारी बीमार या तनावग्रस्त महसूस कर रहा है तो काम पर 'मैं ठीक नहीं हूं' कमेंट करना एक कर्मचारी के लिए स्वीकार्य है। आज काम के दौरान भी स्वास्थ्य और कल्याण सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्यों में से एक बन गया है।

COVID-19 महामारी द्वारा लाए गए अल्पकालिक और दीर्घकालिक तनाव के कारण दुनिया भर में लाखों लोग मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, महामारी के पहले वर्ष में एंग्‍जाइटी और डिप्रेशन डिसआर्डर्स में 25% से अधिक की वृद्धि हुई।

हालांकि, एंग्‍जाइटी के लक्षण लिंग और लाइफ स्‍टेज के हिसाब से अलग हो सकते हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाएं एंग्‍जाइटी से अधिक ग्रस्त होती हैं। महिलाओं में मूड डिसआर्डर्स जैसे डिप्रेशन और एंग्‍जाइटी, पीटीएसडी, एगोराफोबिया आदि के कॉम्बिनेशन का अनुभव करने की प्रवृत्ति भी अधिक होती है।

इस लगातार बदलती दुनिया में महिलाओं के कंधों पर जिम्मेदारियों का बोझ, घरेलू हिंसा और जागरूकता की कमी एंग्‍जाइटी से संबंधित समस्‍याओं को ट्रिगर कर सकती है। आप अपनी एंग्‍जाइटी के लिए प्रोफेशनल मदद ले सकती हैं या आप चाहें तो अपने रुटीन में निम्नलिखित बदलाव करके मदद पा सकती हैं। अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल करने से आपको ठीक होने में मदद मिल सकती है।

एंग्‍जाइटी से निपटने के लिए यहां कुछ उपाय दिए गए हैं। इन उपायों के बारे में हमें सर्टिफाइड माइंडफुलनेस बेस्ड कॉग्निटिव थेरेपी की श्रीमती गीतिका अरोड़ा भोजक जी बता रही हैं।

सेल्‍फ केयर

self love

अपनी देखभाल करने के लिए किसी भी ऐसी चीज को करना चाहिए जिससे आपको खुश मिले। एंग्‍जाइटी के कारण होने वाले प्रभावों को कम करने के लिए खुद के लिए रोजाना समय निकालकर कम से कम एक पॉजिटीव एक्टिविटी करना बेहद जरूरी होता है।

अलग-अलग लोगों के लिए सेल्‍फ केयर का मतलब अलग-अलग हो सकता है, लेकिन कुछ सामान्य उदाहरणों में एक्‍सरसाइज, अच्‍छी किताबें पढ़ना या दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना शामिल हैं।

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थेरेपिस्‍ट से परामर्श करें

विभिन्न कारणों से कई एंग्‍जाइटी से परेशान महिलाएंसपोर्ट के लिए आगे नहीं बढ़ पाती हैं। यदि आपने अपनी एंग्‍जाइटी से निपटने के लिए अन्य तरीकों की कोशिश की है और आपको अभी भी लगता है कि वे काम नहीं कर रही हैं या पर्याप्त नहीं हैं, तो एक थेरेपिस्‍ट से मदद लेना बंद न करें।

कुछ महिलाएं प्रोफेशनल हेल्‍प के बिना ठीक नहीं हो सकतीं। अगर मदद हाथ में है तो अकेले दर्द सहने का कोई मतलब नहीं है। एंग्‍जाइटी के लिए फेमस और सफल उपचारों में संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (सीबीटी) और माइंडफुलनेस आधारित तनाव कम करने वाले कार्यक्रम शामिल हैं।

मेडिटेशन करें

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मेडिटेशन तकनीकें जैसे सचेतनता, योग और ताई ची सभी आपको तनाव मुक्‍त रखने में मदद करती हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि रेगुलर मेडिटेशन से एंग्‍जाइटी से परेशान लोगों को मदद मिल सकती है। मेडिटेशन से सेरोटोनिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर से प्रभावित होते हैं, क्योंकि ब्रेन का हिस्‍सा ध्‍यान से जुड़ा होता है।

कैफीन सेवन को सीमित करने की कोशिश करें

कैफीन छोटी खुराक में एनर्जी और सतर्कता पर सकारात्मक प्रभाव डालता है लेकिन अधिक मात्रा में सेवन करने पर एंग्‍जाइटी पैदा कर सकता है, जिससे चिड़चिड़ापन, सिरदर्द और सोने में परेशानी हो सकती है। यदि उपयोगकर्ता प्रेग्‍नेंट है तो कैफीन का सेवन प्रतिदिन 400 मिलीग्राम और 200 मिलीग्राम से कम रखा जाना चाहिए।

भरपूर नींद

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नींद न आने की समस्या एंग्‍जाइटी के सामान्य लक्षण हैं। वास्तव में, सामान्य एंग्‍जाइटी डिसऑर्डर (जीएडी) से पीड़ित आधे लोगों को सोने में परेशानी होती है। सोने में परेशानी होना एंग्‍जाइटी का अग्रदूत और अभिव्यक्ति हो सकता है।

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अगर आपको सोने में परेशानी हो रही है तो कैफीन, अल्‍कोहल और निकोटीन से परहेज करने से मदद मिल सकती है। अच्छी नींद को बनाए रखें। एक समय सारिणी पर टिके रहें, सोने के समय से एक घंटे पहले सोशल मीडिया, समाचार बुलेटिन और स्क्रीन से बचें।

आप अपने सबसे अच्छे रखवाले हैं। अपने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और अपने दिमाग को पोषित करने के लिए सही कदम उठाएं। आप अपनी पहली प्राथमिकता हैं। इस आर्टिकल को शेयर और लाइक जरूर करें।साथ ही आर्टिकल के अंत में आ रहे कमेंट सेक्‍शन में कमेंट करके जरूर बताएं। हेल्‍थ से जुड़े ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

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Image Credit: Freepik

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