जब भी पेट में दर्द होता है, तो अक्सर लोग उसे सामान्य गैस या एसिडिटी मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। क्या आपको पता है कि कई बार यह पथरी का संकेत हो सकता है। पित्त की थैली हमारे शरीर का एक छोटा-सा, नाशपाती के आकार का अंग है, जो लिवर के ठीक नीचे स्थित होता है। इसका मुख्य काम लिवर द्वारा बनाए गए पित्त को स्टोर करना है।
पित्त फैट के पाचन में मदद करता है। जब पित्त में कोलेस्ट्रॉल और बिलीरुबिन जैसे पदार्थ असंतुलित हो जाते हैं, तो वे कठोर होकर छोटे पत्थरों का रूप ले लेते हैं, जिन्हें पित्त की पथरी कहा जाता है।
यह पथरी रेत जितनी बारीक और गोल्फ बॉल जितनी बड़ी भी हो सकती है। पित्त की पथरी अक्सर तब तक कोई लक्षण नहीं दिखाती जब तक कि वह बाइल डक्ट में रुकावट पैदा न कर दे। लेकिन, जब ऐसा होता है, तो शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऐसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं जिन्हें बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं पित्त की पथरी के उन लक्षणों के बारे में, जो आपके शरीर के हर हिस्से में दिख सकते हैं।
पित्त की थैली में पथरी के लक्षण
पित्त की पथरी के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं और कभी-कभी ये लक्षण अन्य पाचन संबंधी समस्याओं जैसे अपच या गैस से मिलते-जुलते हो सकते हैं। इसलिए, इन लक्षणों को ध्यान से समझना जरूरी है।
1. पेट और पाचन तंत्र से जुड़े लक्षण
अचानक और तेज पेट दर्द होना पित्त की पथरी का सबसे मुख्य लक्षण है। दर्द अचानक से शुरू होता है और पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से (जहां पित्त की थैली होती है) या पेट के बीच में महसूस होता है। यह दर्द अक्सर भारी खाना खाने के बाद शुरू होता है। दर्द कुछ मिनटों से लेकर कई घंटों तक रह सकता है। दर्द पीठ के ऊपरी हिस्से या दाहिने कंधे तक भी फैल सकता है। यह दर्द रुक-रुक कर आता है और बहुत तीव्र हो सकता है।
- खाना खाने के बाद पेट में भारीपन, गैस, पेट फूलना और अपच महसूस होना भी एक लक्षण है।
- पेट दर्द के साथ मतली महसूस होना और कभी-कभी उल्टी होना भी आम है। यह बाइल डक्ट में रुकावट के कारण हो सकता है।
- अगर पित्त की पथरी डक्ट को पूरी तरह से भर देती है, तो पित्त आंतों तक नहीं पहुंच पाता। इससे मल का रंग हल्का या मिट्टी जैसा हो जाता है। वहीं, शरीर पित्त को निकालने की कोशिश में पेशाब का रंग गहरा कर देता है।
2. त्वचा और आंखों से जुड़े लक्षण
बाइल डक्ट रुकने से ब्लड सर्कुलेशन गड़बड़ा जाता है। इससे त्वचा और आंखों का सफेद भाग पीला पड़ जाता है। इस स्थिति में पीलिया एक आपातकालीन स्थिति हो सकती है।
पित्त का रक्त में जमा होना त्वचा में खुजली का कारण बन सकता है।
3. सामान्य शारीरिक लक्षण
यदि पित्त की पथरी के कारण पित्त की थैली में संक्रमण हो जाता है, तो इससे बुखार आ सकता है। ऐसे लोगों को बार-बार बुखार आता है। ठंड बहुत ज्यादा लगती है और कुछ भी खाने से पेट दर्द हो सकता है।
- पथरी होने से कुछ लोगों को लगातार दर्द बना रहता है। इससे पाचन संबंधी समस्याएं गंभीर हो सकती हैं।
- पथरी का दर्द पेट से पीठ और दाहिने कंधे तक फैल सकता है। कुछ लोगों को गर्दन या कंधे के ब्लेड के आसपास भी दर्द महसूस हो सकता है।
किन खाद्य पदार्थों से हो सकती है पित्त की पथरी?
जिन चीजों में फैट ज्यादा होता है, खासतौर से अनहेल्दी फैट और रिफाइन्ड कार्बोहाइड्रेट युक्त फूड आइटम्स पथरी बना सकते हैं। यह आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल को बाइल में बढ़ाते हैं, जो धीरे-धीरे पथरी में तब्दील हो जाते हैं।
- फ्राइड, फास्ट फूड, फैटी मीट या प्रोसेस्ड मीट के अलावा फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स में फैटी की मात्रा ज्यादा होती है। इनका सेवन कम से कम करना चाहिए।
- व्हाइट ब्रेड,पास्ता, पेस्ट्रीज और शुगरी ड्रिंक्स का सेवन करने से भी पथरी हो सकती है।
- वहीं, कॉफी का ज्यादा सेवन, चाय, चॉकलेट और पीनट बटर जिनमें ऑक्सलेट्स की मात्रा ज्यादा होती है, जैसे खाद्य पदार्थ भी पथरी की समस्या पैदा कर सकते हैं।
अगर ऊपर बताए गए लक्षणों को आप आए दिन देख रहे हैं, तो उन्हें नजरअंदाज न करें। अच्छे डॉक्टर से परामर्श लें और अपनी डाइट में सुधार करें।
हमें उम्मीद है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। इसे लाइक करें और फेसबुक पर शेयर करना न भूलें। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।
Image Credit: Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों