लाइफस्टाइल में गड़बड़ी जैसे अनहेल्दी डाइट, बढ़ता वजन और फिजिकल एक्टिविटी की कमी से अन्य बीमारियों की तरह पित्ताशय में पथरी होने का खतरा भी बढ़ता है। पित्ताशय को इंग्लिश में गॉलब्लैडर कहते हैं। यह नाशपाती के आकार का छोटा सा अंग है, जो लिवर के नीचे मौजूद होता है। शरीर में पित्त का काम जरूरी होता है। यह लिवर द्वारा बने पित्त को स्टोर करता है और इसे छोटी आंत में छोड़ता है, ताकि वसा का पाचन अच्छे से हो। दूसरे शब्दों में, आप कह सकते हैं कि पित्त के बिना पाचन क्रिया का काम नहीं हो सकता है। लेकिन, कुछ कारणों से पित्ताशय में पथरी जमा होने लगती है। ज्यादा दिनों तक पित्त की थैली में पथरी होने पर शरीर में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। इसलिए, इसके लक्षणों के बारे में जानना बेहद जरूरी है। इसके बारे में हमें न्यूट्रिशनिस्ट, डायबिटीज एजुकेटर और होलिस्टिक कैंसर कोच मानसी चौधरी बता रही हैं।
एक्सपर्ट की राय
एक्सपर्ट का कहना है, ''पित्त की थैली में पथरी एक आम समस्या है, जो किसी भी उम्र में हो सकती है, चाहे वह किशोरावस्था हो, 40, 50 या इससे ज्यादा उम्र। जब पित्त की थैली में पथरी हो जाती है, तब पित्त का फ्लो रूक जाता है, जिससे वसा के पाचन में समस्या हो सकती है। पित्त की थैली में पथरी होने से पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में अचानक तेज दर्द होने लगता है। यह दर्द न सिर्फ बार-बार होता है, बल्कि कई घंटों तक परेशान करता है और चुभने वाला होता है। यह गंभीर होकर आपकी पीठ के ऊपरी हिस्से तक भी फैल सकता है। इसके लक्षणों को नजर-अंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि ज्यादा दिनों तक पित्त की थैली में पथरी होने पर शरीर में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। समय पर ट्रीटमेंट करके गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।'' पित्त की थैली में पथरी के लक्षणों के बारे में जानने से पहले कारणों के बारे में जान लेते हैं।
पित्त की थैली में पथरी क्यों होती है?
पित्त में पथरी तब होती है, जब कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है और एक जगह जमा होकर सख्त हो जाता है। फिर, यह छोटे-छोटे पत्थरों का रूप ले लेता है। अगर, इस ओर शुरू में ध्यान नहीं दिया जाए, तो पथरी का साइज बढ़ने लगता है और बाद में इसे निकलवाने के लिए सर्जरी करवानी पड़ सकती है।
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पित्त की थैली में पथरी के क्या कारण हैं?
पित्ताशय का मुख्य काम पित्त को जमा करना है। लेकिन, कभी-कभी कुछ समस्याओं के कारण पित्त की थैली में पथरी होने लगती हैं। आइए इनके बारे में जानें-
- पित्त में कोलेस्ट्रॉल की ज्यादा मात्रा
- कैल्शियम और बिलीरूबिन की ज्यादा मात्रा
- पर्याप्त पित्त लवण न बनना
- पित्ताशय की थैली पूरी तरह से खाली न होना
- फैट और कोलेस्ट्रॉल से भरपूर अनहेल्दी फूड्स खाना
- ज्यादा वजन या मोटापा
- डायबिटीज
पित्त की थैली में पथरी के लक्षण
त्वचा में खुजली
पित्त की थैली में पथरी के कारण त्वचा में खुजली होती है, जिससे आपको असुविधा महसूस हो सकती है। साथ ही, नियमित रूप में ज्यादा पसीना आना भी पथरी का लक्षण है।
दाएं कंधे में दर्द
पित्त की थैली में पथरी के कारण दाएं कंधे में दर्द हो सकता है, जो कभी-कभी पीठ और पेट तक भी जा सकता है।
बार-बार पेट फूलना और डकार
वैसे तो कुछ तीखा और तला हुआ खाने से खट्टी डकार आती है, लेकिन आपको रोजाना खाना खाने के बाद खट्टी डकारे आ रही हैं, तो डॉक्टर को दिखना चाहिए। साथ ही, पेट का अक्सर फूल जाना या लंबे समय तक फूले रहना भी पित्ताशय की पथरी का लक्षण है।
पेट में भारीपन
तला हुआ भोजन खाने के बाद भारीपन महसूस होता है, जो गॉलब्लैडर से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, यदि खाना खाने के बाद आपका खाना पच नहीं रहा है और आपको उल्टी हो रही है, तो यह पथरी के लक्षण में से एक हो सकता है।
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मुंह में कड़वा स्वाद
पथरी के कारण मुंह में कड़वा स्वाद आ सकता है, जिससे खाने का स्वाद भी बदल जाता है।
इन लक्षणों को नजर-अंदाज नहीं करना चाहिए। यदि आप इनमें से कोई भी लक्षण अनुभव हो रहा है, तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Shutterstock.com
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