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CAR T-Cell Therapy: कैंसर के इलाज में साबित हो सकती है गेमचेंजर, जानें कैसे करती है काम

टी सेल थेरेपी एक इम्यूनोथेरेपी है, जो कैंसर के खिलाफ बहुत ही असरदार इलाज साबित हो रहा है। यह ऐसे कैंसर में काफी असरदार है, जिसमें ट्रेडिशनल कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी काम नहीं कर पाती है या कीमोथेरेपी के बाद बीमारी फिर से लौट आती है।
Editorial
Updated:- 2025-03-18, 16:05 IST

कैंसर एक गंभीर रोग है। इसका नाम भी लोग जुबान पर लेने से भी कतराते हैं। हालांकि साइंस ने इतनी तरक्की की है कि इसका इलाज है, लेकिन फिर भी इसमें जान जाने का डर बना रहता है। इस बीमारी को लेकर कई तरह की थेरेपी, दवाई बन चुकी है और कुछ और असरदार थेरेपी बनाने का सिलसिला लगातार जारी है। इनमें से एक है CAR T-Cell Therapy। यह इलाज काफी दिनों से चर्चा में बना हुआ है। केरल में47 साल के एक कैंसर पीड़ित को सी आरटी सेल थेरेपी के उपचार से इलाज मिला है। इससे पहले भी दिल्ली के सफदरजंग मे एक महिला का सफल इलाज किया गया था। आइए जानते हैं क्या होती है यह थेरेपी। इसको लेकर हमने हेल्थ एक्सपर्ट से बात की  Dr Amit Upadhyay, Oncologist, Psri hospital इस बारे में जानकारी दे रहे हैं।

CAR T-Cell Therapy क्या है?

car t cell

टी सेल थेरेपी एक इम्यूनोथेरेपी है, जो कैंसर के खिलाफ बहुत ही असरदार इलाज साबित हो रहा है। यह ऐसे कैंसर में काफी असरदार है, जिसमें ट्रेडिशनल कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी काम नहीं कर पाती है या कीमोथेरेपी के बाद बीमारी फिर से लौट आती है। इसमें पेशेंट के ब्लड से टी सेल्स को अलग किया जाता है, उसे कलर करके वापस ह्यूमन के एंटीजन के साथ मिक्स करके ब्लड में डाला जाता है। इस प्रोसेस को ल्यूकेफेरेसिस कहा जाता है, जिसमें सफेद रक्त कोशिकाओं को अलग किया जाता है।इससे शरीर का इम्यून सिस्टम कैंसर को पहचानता है और उसको खत्म करता है।

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द लैंसेट हेमैटोलॉजी में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक क्लिनिकल ट्रायल्स में यह इंजेक्शन भारतीय मरीजों में 73 फीसदी की प्रतिक्रिया दर दिखाने में कामयाब रहा है।एक्सपर्ट बताते हेैं कि यह एक नया और काफी प्रभावी ट्रीटमेंट है। बता दे कि इस इलाज में टी सेल्स कैंसर कोशिकाओं पर हमला करते हैं। स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचने की संभावना बेहद कम होती है इंडिया में इसकी शुरुआत हो चुकी है लेकिन अभी काफी लिमिटेड जगह पर ही इससे इलाज किया जा रहा है। 

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