वायु प्रदूषण से हो सकता है पार्किंसंस रोग का खतरा, जानें बचाव के उपाय

प्रदूषण के कारण दिमाग से जुड़ी इस बीमारी का खतरा 56 फीसदी तक बढ़ जाता है। आइए जानते हैं बचाव के लिए क्या करना चाहिए।

  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2023-11-07, 12:12 IST
pollution cause Parkinson's disease

Parkinsons Disease: राजधानी दिल्ली-एनसीआर और इसके आसपास के इलाकों की हवा जहरीली हो चुकी है। AQI बहुत ही खराब श्रेणी में दर्ज की जा रही है। आसमान में चारों तरफ धुंध की सफेद चादर बिछ गई है। प्रदूषण के कारण कई तरह की गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। वहीं हाल ही में एक शोध में खुलासा हुआ है कि प्रदूषण के कारण पार्किंसन रोग विकसित होने का भी खतरा 56 फ़ीसदी तक बढ़ जाता है।आईए जानते हैं क्या होता है पार्किंसन रोग।

क्या होता है पार्किंसन रोग?(Can air pollution cause Parkinson's disease)

NEUROLOGICAL DISORDER

ये मस्तिष्क से जुड़ा विकार है। जिसमें आपका दिमाग शरीर के अलग-अलग अंगों पर नियंत्रण रख पाने में असक्षम हो जाता है।अमेरिका एरीजोना स्थित बैरो न्यूरोलॉजिकल इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट ने अपनी स्टडी में दावा किया है कि पार्किंसन रोग विकसित होने के लिए वायु प्रदूषण ही जिम्मेदार है। प्रदूषण के कारण यह जोखिम करीब 56 फ़ीसदी तक बढ़ जाता है। अब तक इस रोग के लिए खराब लाइफस्टाइल, खराब खान पान उम्र को जिम्मेदार माना जाता था लेकिन इस शोध में वायु प्रदूषण को भी मुख्य कारक के तौर पर गिना जा रहा है। हवा में पीएम 2.5 या इससे छोटा आकार के कुछ डस्ट पार्टिकल पाए जाते हैं जो सांस के जरिए ब्रेन तक पहुंच कर ब्रेन (ब्रेन हेल्थ के लिए वरदान है ये चीज़) में सूजन पैदा कर देते हैं। इसके चलते पार्किंसन की बीमारी पैदा हो सकती है।

पार्किंसन रोग के लक्षण (How can Parkinson's disease be caused by environment)

Risk of Parkinson's Disease

  • हाथ पैर में कंपन होना
  • बैलेंस बनाने में दिक्कत होना
  • बातचीत करने में परेशानी होना
  • शरीर में अकड़न
  • चलने में कठिनाई होना
  • पलकों के झपकने की गति बहुत धीमा होना
  • चेहरे पर कोई भी भाव ना होना
  • बार-बार कंफ्यूज होना
  • सुनने में कठिनाई होना
  • चलते समय छोटे-छोटे कदम बढ़ाकर चलना
  • चलते वक्त लड़खड़ाना
  • आवाज का धीमा होना
  • बहुत ज्यादा डिप्रेशन
  • चीज याद ना रह पाना
  • बहुत ज्यादा पसीना आना

कैसे करें इससे बचाव

  • सबसे पहले अपनी डाइट में सुधार करें ।संतुलित आहार लेना जरूरी है।उच्च फाइबर युक्त फल सब्जियां और अनाज खाएं।
  • पर्याप्त नींद लेना जरूरी है। इसके लिए आप काम से कम 8 घंटे की क्वालिटी स्लिप जरूर।
  • नियमित रूप से एक्सरसाइज करें और खुद को एक्टिव रखें।
  • अपनी डाइट में विटामिन b1 जिंक जैसे खाद्य पदार्थ शामिल करें
  • पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
  • स्ट्रेस और एंग्जाइटी को कम करने के लिए एक्सरसाइज या मेडिटेशन जरूर करें।
  • प्रदूषित जगह पर जानें से बचें

यह भी पढ़ें-पॉल्यूशन में घर से बाहर निकल रहे हैं तो इन 8 बातों का रखें ध्यान

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Image Credit- Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP