ढीली त्वचा से लेकर सफेद बालों तक...40 साल की महिलाओं को सताती हैं ये 5 परेशानियां, ऐसे पाएं राहत

हमारी मां हमारी परवाह करती हैं...लेकिन, जब वे 40 की होती हैं, तो हार्मोनल बदलाव की वजह से उनके शरीर में कई तरह के बदलाव आने लगते हैं और कई हेल्‍थ प्रॉब्‍लम्‍स सताने लगती हैं। ऐसे में उनका ख्‍याल कौन रखता है?
common health problems after age 40

मां अपना पूरा जीवन बच्‍चों की परवरिश और देखभाल में लगा देती हैं। वे निस्वार्थ भाव से बच्‍चों को प्यार करती हैं, उनका ध्यान रखती हैं और हर जरूरत को पूरी करती हैं। लेकिन, क्या बच्‍चों ने कभी सोचा है कि जब वे खुद 40 या उससे ज्‍यादा उम्र की हो जाती हैं और उम्र के इस पड़ाव पर उनके शरीर में कई बदलाव आते हैं, जो अक्सर उन्हें परेशान कर सकते हैं। ऐसे में, उनकी सेहत का ख्‍याल कौन रखता है?

जी हां, हार्मोनल बदलाव, मेटाबॉलिज्‍म का धीमा होना और पोषक तत्वों की कमी जैसी कई चीजें महिलाओं की सेहत पर बुरा असर डालती हैं। ये बदलाव सिर्फ फिजिकल नहीं होते हैं, बल्कि कभी-कभी मेंटली भी उन्हें प्रभावित करते हैं। अब समय आ गया है कि हम अपनी मां की ओर ध्यान दें और उन्हें हेल्‍दी और खुश रहने में मदद करें। आइए जानते हैं कि 40 की उम्र के बाद महिलाओं में कौन-कौन सी नॉर्मल हेल्‍थ प्रॉब्‍लम्‍स सताती हैं और उनका समाधान क्या है, ताकि वह भी हेल्‍दी और एनर्जी से भरपूर जीवन जी सकें। इसकी जानकारी डाइट एक्सपर्ट रामिता कौर ने शेयर की है।

ढीली त्वचा (Saggy Skin)

40 की उम्र के बाद, खासकर मेनोपॉज के करीब आने से महिलाओं के शरीर में कोलेजन बनना कम होने लगता है। यह एस्ट्रोजन हार्मोन के लेवल में कमी के कारण होता है। कोलेजन वह प्रोटीन है, जो हमारी त्वचा को मबूती और लोच देता है और इसकी कमी से त्वचा ढीली और बेजान दिखने लगती है।

40 year old women wrinkles at face

  • 40 की उम्र के बाद मां को अपनी डाइट में कोलेजन-बूस्टिंग फ़ूड्स शामिल करने के लिए बोलें। हड्डियों का शोरबा और विटामिन-सी से भरपूर फल जैसे संतरे, नींबू, आंवला शिमला मिर्च आदि कोलेजन को बढ़ाने में मदद करते हैं।
  • हल्‍की स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक्‍सरसाइज करवाएं। त्‍वचा के नीचे मौजूद मसल्‍स को टोन करती हैं। मजबूत मसल्‍स त्वचा को सपोर्ट देकर टाइट दिखा सकती हैं।

कमजोर आंखें (Weak Eyesight)

बढ़ती उम्र के साथ आंखों की मसल्‍स में बदलाव आता है, जिसस पास और दूर की नजर कमजोर हो सकती है। साथ ही, आंखों के सेहत के लिए जरूरी पोषक तत्व कम लेने से भी कमजोर आंखें कमजोर होने लगती हैं।

  • अपनी मां की डाइट में विटामिन-ए से भरपूर फूड्स शामिल करें, जो आंखों की सेहत के लिए जरूरी हैं। गाजर, पालक, शकरकंद और अन्य मौसमी हरी सब्जियां विटामिन-ए के बेहतरीन स्रोत हैं।
  • अगर आपकी मां मोबाइल, टैबलेट या कंप्यूटर पर ज्‍यादा समय बिताती हैं, तो उन्हें नियमित रूप से स्क्रीन ब्रेक लेने के लिए कहें। हर 20 मिनट पर 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर देखने पर जोर डालें।

सफेद बाल (Grey Hair)

बढ़ती उम्र में बालों का सफेद होना एक नेचुरल प्रोसेस है, जो ऑक्‍सीडेटिव तनाव और मेलेनिन के उत्‍पादन में कमी के कारण होता है। मेलेनिन वह पिगमेंट है, जो बालों को नेचुरल कलर देता है।

40 year old women white hair

  • मां की डाइट में एंटी-ऑक्‍सीडेंट से भरपूर फूड्स शामिल करें, जो सेल्‍स को नुकसानसे बचाते हैं और एजिंग प्रोसेस को धीमा कर सकते हैं।
  • करी पत्ते, आंवले का रस और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे चिया सीड्स और अलसी के बीज सफेद बालों के प्रोसेस को धीमा कर सकते हैं।

एनर्जी में कमी (Energy Dip)

40 की उम्र के बाद महिलाओं का मेटाबॉलिज्‍म धीमा हो जाता है, जिससे शरीर भोजन को एनर्जी में बदलने में ज्‍यादा समय लगता है। इसके साथ ही, थायराइड हार्मोन में बदलाव भी एनर्जी के लेवल को कम कर सकते हैं, जिससे हमेशा थका हुआ महसूस होता है।

  • अपनी मां के दिन की शुरुआत प्रोटीन से भरपूर ब्रेकफास्‍ट से करवाएं। प्रोटीन लंबे समय तक एनर्जी देता है और ब्‍लड शुगर लेवल को स्थिर रखता है, जिससे दिन-भर एनर्जी बनी रहती है। अंडे, पनीर, दही, दालें और अंकुरित अनाज प्रोटीन के अच्छे विकल्प हैं।
  • डाइट में विटामिन बी12 से भरपूर फूड्स शामिल करें। यह विटामिन एनर्जी प्रोडक्‍शन और नर्वस सिस्‍टम की हेल्‍थ के लिए जरूरी है। अंडे, पनीर, दूध, दही और फोर्टिफाइड अनाज इसके अच्छे स्रोत हैं।

जोड़ों का दर्द (Joint Pain)

40 की उम्र में एस्ट्रोजन हार्मोन का गिरता लेवल बोन डेंसिटी को प्रभावित करता है और जोड़ों में लुब्रिकेशन को कम कर सकता है। इससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और जोड़ों में दर्द, अकड़न व सूजन महसूस हो सकती है।

40 year old women joint pain

  • अपनी मां की डाइट में कैल्शियम और विटामिन-डी को पर्याप्त मात्रा में शामिल करें। तिल के बीज, रागी, दूध, पनीर और हरी पत्तेदार सब्जियां कैल्शियम के अच्छे स्रोत हैं। सुबह की धूप से शरीर को नेचुरली विटामिन डी मिलता है।
  • हल्के योगासन और वॉकिंग जैसी एक्टिविटी जोड़ों को लचीला बनाए रखती हैं और उनके आस-पास की मसल्‍स को मजबूत करती हैं, जिससे दर्द में राहत मिलती है।

इन आसान टिप्‍स को अपनाकर और लाइफस्‍टाइल में छोटे-छोटे बदलाव लाकर 40 की उम्र के बाद भी महिलाएं हेल्‍दी और एनर्जी से भरपूर जीवन जी सकती हैं। अपनी 40 की उम्र की महिलाओं का ख्‍याल रखना सिर्फ एक कर्तव्य नहीं है, बल्कि प्यार और कृतज्ञता व्यक्त करने का अच्‍छा तरीका है।

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Image Credit: Freepik & Shutterstock

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