महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान वजन का बढ़ना और डिलीवरी के बाद पेट का लटकना बेहद आम है। ऐसे में शिशु के जन्म के बाद वापस शेप में आने के लिए महिलाएं तरह-तरह के उपायों की खोज में रहती हैं। ऐसी महिलाओं के लिए आज हम अपनी मंडे मोटिवेशन सीरीज में कुछ योगासन लेकर आए हैं। इन्हें अपने रूटीन में शामिल करके आसानी से लटकते पेट को कम किया जा सकता है। इसकी जानकारी हमारे साथ कुमार सौरव ने शेयर की है। उनके पास योग में बैचलर की डिग्री है और उन्होंने योग और आयुर्वेद में एमएससी किया है।
एक्सपर्ट का कहना है, ''प्रेग्नेंसी के दौरान वजन बढ़ने लगता है और शिशु की हेल्दी ग्रोथ के लिए पेट फूलने लगता है। लेकिन, डिलीवरी के बाद भी पेट की जिद्दी चर्बी लटकती रहती है। हालांकि, लटकते पेट को कम करना थोड़ा मुश्किल होता है, लेकिन नामुमकिन नहीं है। बेबी बंप को अलविदा कहने के लिए कुछ योगासन हैं, जो पेट को वापस तेजी से शेप में लाने में मदद कर सकते हैं।''
पेट की चर्बी के लिए वशिष्ठासन (Vasisthasana for Belly Fat)
यह एक हाई लोड आसन है, जिसमें पेट की मसल्स सहित पूरे शरीर की कई मसल्स का इस्तेमाल किया जाता है। यह पेट की सभी मसल्स को टाइट करता है। इसलिए, उन महिलाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, जो प्रेग्नेंसी के बाद पेट की चर्बी कम करना चाहती हैं। इस आसन को रोजाना करके महिलाएं पेट की चर्बी कम कर सकती हैं।
वशिष्ठासन की विधि
- इसे करने के लिए पैरों और हाथों के बल आ जाएं।
- फिर बाईं हथेली को मजबूती से जमीन पर रखें।
- दाएं हाथ को फर्श से हटाएं और शरीर को दाईं ओर मोड़ें।
- अब दाएं पैर को ऊपर उठाकर बाएं पैर पर रखें।
- दाएं हाथ को ऊपर उठाएं।
- आसन में कुछ देर तक रहें।
- इस योगासन को बाईं तरफ से दोहराएं।
पेट की चर्बी के लिए दंडासन (Dandasan for Belly Fat)
दंडासन देखने में बेहद आसान लगता है, लेकिन परफेक्ट पोज पाना इतना आसान नहीं है। सिर्फ पेट की मजबूत मसल्स वाले लोग ही पीठ को सही तरीके से सीधा कर पाते हैं।
अगर किसी भी आसन को करते समय पेट की मसल्स पर काम होता है, तो इससे ज्यादा मजबूती मिलती है। पेट की मसल्स को लगातारकॉन्ट्रैक्ट (सिकोड़ने) और एन्गेज करने से पेट के निचले हिस्से की मसल्स मजबूत होती हैं। इससे प्रेग्नेंसी के बाद पेट की चर्बी कम होती है।
दंडासन की विधि
- इसे करने के लिए पीठ को सीधा करें।
- फिर पैरों को आगे की ओर फैलाकर बैठ जाएं।
- दोनों पैरों की उंगलियां आपकी ओर झुकी हुई होनी चाहिए।
- दोनों हाथों को हिप्स के पास रखें।
- जांघों और एड़ी को फर्श पर दबाएं।
- दोनों हाथों को सीधा और हथेलियों को जमीन पर रखें।
- सामने की ओर देखें और सांसों को नॉर्मल रखें।
- इस मुद्रा में कुछ देर तक रहें।
पेट की चर्बी के लिए नौकासन (Naukasana for Belly Fat)
इस योगासन को रेगुलर करने से न सिर्फ पेट की मसल्स मजबूत होती हैं, बल्कि पीठ की मसल्स में भी सुधार होता है। नौकासन करते समय पेट की मसल्स लगातार कॉन्ट्रैक्ट पोजिशन में रहती हैं। इससे ट्रांसवर्स एब्डोमिनल (पेट के निचले हिस्से में मौजूद मसल) को मजबूत करने में मदद मिलती है, जिससे कई महिलाओं की प्रेग्नेंसी के बाद पेट की ढीली चर्बीटाइट हो जाती है।
अगर आप अपने पेट की मसल्स को मजबूत बनाना चाहती हैं और पेट की चर्बी को दूर करना चाहती हैं, तो यह बहुत अच्छा योगासन है। इसे रोजाना किया जा सकता है।
नौकासन की विधि
- पीठ के बल लेट जाएं।
- पीठ पर बैलेंस बनाकर शरीर के ऊपरी और निचले हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं।
- पैर की उंगलियां आपकी आंखों के साथ सामने होनी चाहिए।
- ऐसा करते समय घुटनों और पीठ को सीधा रखें।
- बाजुओं को आगे की ओर रखें।
- पेट की मसल्स को टाइट करें।
- सांस लें और छोड़ें।
- फिर पहली मुद्रा में वापस आ जाएं।
पेट की चर्बी के लिए ताड़ासन (Tadasana for Belly Fat)
ताड़ासन खड़े होकर किए जाने वाले सभी योगासनों का आधार है। यह आसन देखने में भले ही साधारण लगे, लेकिन इसमें शरीर की कई मसल्स का इस्तेमाल होता है। सिर्फ पेट के निचले हिस्से की मसल्स को शामिल करके ही सही पोजिशन (सीधी) मिलती है।
पसलियों को लगातार ऊपर खींचने से पेट की ढीली मसल्स को ऊपर खींचा जा सकता है। नाभि को लगातार अंदर खींचने से पेट के निचले हिस्से की मसल्स को मजबूती मिलती है, जिससे पेट की लटकती चर्बी कम होती है।
ताड़ासन की विधि
- पैरों के बीच गैप बनाकर सीधी खड़ी हो जाएं।
- दोनों हाथों को शरीर के पास सीधा रखें।
- अब उंगलियों को आपस में फंसाकर दोनों बाजुओं को सिर के ऊपर उठाएं।
- हाथों को स्ट्रेच करें।
- एड़ी को उठाते हुए पैर की उंगलियों पर खड़ी हो जाएं।
- इस मुद्रा में कुछ सेकंड के लिए रहें।
- सांस छोड़ते हुए पहली पोजिशन में आ जाएं।
- इस आसन को 10 बार दोहराएं।
पेट की चर्बी के लिए चतुरंग दंडासन (Chaturanga Dandasana for Belly Fat)
चतुरंग दंडासन को चार अंगों वाला स्टाफ पोज या लो प्लैंक पोज के रूप में भी जानते हैं। यह एक इंटरमीडिएट योग पोज है। इसमें न सिर्फ ताकतवर बाजुओं की जरूरत होती है, बल्कि मुद्रा में बने रहने के लिए पेट की जबरदस्त ताकत की जरूरत होती है।
पेट के निचले हिस्से की मसल्स को शामिल करने से पेट की मसल्स मजबूत होती हैं। जब एक बार मसल्स मजबूत होने लगती हैं, तब वे ढीली नहीं होती हैं। इस योगासन को रोजाना करने से प्रेग्नेंसी के बाद पेट की लटकती चर्बी दूर होती है और ढीला पेट टाइट होता है।
चतुरंग दंडासन की विधि
- सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं।
- फिर पैरों और हाथों के बल आ जाएं।
- अब पैरों की उंगलियों को जमीन की तरफ रखते हुए शरीर का वजन उंगलियों पर डालें।
- धीरे-धीरे सांस अंदर लेते हुए दोनों घुटनों को ऊपर करते हुए हाथों पर वजन लाएं।
- आसन में 10-15 सेकंड तक रहें।
इन योगासनों को करके आप प्रेग्नेंसी के बाद पेट की लटकती चर्बी को कम कर सकती हैं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो, तो इसे लाइक और फेसबुक पर शेयर जरूर करें। इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
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