स्वास्थ्य हमारे शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक कल्याण का कुल योग है। अच्छा और स्वस्थ जीवन जीने के लिए, हमें स्वयं की देखभाल करने की आवश्यकता होती है। जब इन सभी तत्वों को ध्यान में रखा जाता है, तब हम संपूर्ण कल्याण के बारे में बात कर सकते हैं।
फिट रहने के लिए हर उम्र के लोग कर सकते हैं ये 5 योगासन
कई आसान योग मुद्राएं उन लोगों के लिए आदर्श हैं, जो अभी शुरुआत कर रहे हैं। ये आपको योग के सही अर्थ को समझने में मदद करती हैं और आपके मन और शरीर पर भी स्थायी प्रभाव डालती हैं।
योग एक पारंपरिक और पवित्र विज्ञान है, जो हमारे संपूर्ण अस्तित्व का ख्याल रखता है। शारीरिक फिटनेस और गतिविधियां हमें सतर्क और चुस्त रखने में मदद करती हैं। यदि हम दिन भर एनर्जी को बनाए रखते हैं, तो निस्संदेह हम खुशी बिखेरेंगे और दिन बिना किसी कठिनाई के गुजरेंगे।
योग के माध्यम से शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलती है। योगासन हमें शारीरिक रूप से मजबूत बनने में मदद करते हैं, जबकि प्राणायाम और ध्यान हमारे मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य में सुधार करते हैं और मंत्र जप, हमारे आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव डालता है।
आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बता रहे हैं, जिसे हर उम्र के लोगों द्वारा किया जा सकता है। इसे आप आसानी से घर पर ही बिना किसी उपकरण के कर सकते हैं। इनके बारे में हमें अक्षर योग संस्थान के संस्थापक हिमालयन सिद्धा अक्षर बता रहे हैं।
हिमालयन सिद्धा अक्षर का कहना है, ''योग की सुंदरता यह है कि फायदे पाने के लिए आपको योगी या योगिनी होने की आवश्यकता नहीं है। चाहे आप युवा हों या बूढ़े, अधिक वजन वाले हों या फिट हों, योग में मन को शांत करने और शरीर को मजबूत बनाने की शक्ति है।''
1. सुखासन
- दंडासनमें दोनों पैरों को फैलाकर सीधे बैठ जाएं।
- बाएं पैर को मोड़ें और उसे दाहिनी जांघ के अंदर दबा दें।
- फिर दाएं पैर को मोड़कर बाईं जांघ के अंदर दबा लें।
- हथेलियों को घुटनों पर रखें।
- रीढ़ की हड्डी सीधी रखते हुए बैठें।
- इस मुद्रा में कुछ देर रहें।
2. वृक्षासन
- इसकी शुरुआत सीधे खड़े होकर करें।
- बाएं पैर को जमीन से इस तरह उठाएं कि शरीर का वजन उसे सहारा दे।
- दाहिने पैर को जांघ के अंदर की तरफ रखें।
- इसे जितना हो सके क्रॉच के करीब रखें।
- पैर को सही तरीके से रखने के लिए हथेलियों से सहारा दे सकते हैं।
- जब संतुलन में आ जाएं, तब हथेलियों को ह्रदय चक्र पर प्रणाम मुद्रा में एक साथ रखें।
- प्रणाम में हाथों को आकाश की ओर उठाएं।
- ध्यान रखें कि कोहनियों बांहों के बीच में हों।
- दूसरे पैर से भी ऐसा ही करें।
- आठ से दस गहरी सांसें लें।
3. पादहस्तासन
- इस योगासन की खड़े होकर शुरुआत करें
- सांस छोड़ें और धीरे से ऊपरी शरीर को कूल्हों से नीचे झुकाएं और नाक को घुटनों से स्पर्श करें।
- हथेलियों को पैरों के दोनों ओर रखें।
- शुरुआत में, इसे पूरा करने के लिए घुटनों को थोड़ा मोड़ना पड़ सकता है।
- अभ्यास के साथ धीरे-धीरे घुटनों को सीधा करें और चेस्ट को जांघों से छूने की कोशिश करें।
4. वज्रासन
- इस आसन की बाजुओं को बगल में रखते हुए सीधे खड़े होकर शुरुआत करें।
- फिर सामने झुकें और धीरे-धीरे घुटनों को मैट पर नीचे करें।
- पेल्विक को एड़ी पर रखें और पैर की उंगलियों को बाहर की ओर करें।
- जांघों से काफ की मसल्स को दबा लें।
- एड़ियों को एक दूसरे के पास रखें।
- दाएं और बाएं पैर की उंगलियों को एक दूसरे के ऊपर न रखें।
- हथेलियों को घुटनों पर ऊपर की ओर रखें।
- कंधों को ऊपर उठाएं और ऊपर की ओर देखें।
- इस आसन को कुछ देर तक करें।
5. नौकासन
- इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं।
- ऊपरी शरीर को जमीन से 45 डिग्री ऊपर उठाएं।
- कूल्हों को चारों ओर घुमाएं और पैरों को जमीन से 45 डिग्री ऊपर उठाएं।
- आंखें और पैर की उंगलियां एक सीध में होनी चाहिए।
- घुटनों को मोड़ने से बचने का प्रयास करें।
- बाजुओं को आगे की ओर और जमीन के समानांतर रखें।
- पेट की मसल्स को कस लें।
- पीठ को सीधा फैलाएं।
सूक्ष्म व्यायाम से शुरुआत करें। इनमें गर्दन, बाहों, कलाई, कूल्हों और टखनों को धीरे-धीरे घुमाकर जोड़ों को गर्म करना शामिल है। मसल्स को खींचते और हिलाते हुए जल्दी से चलें। यह हमें अभ्यास संबंधी चोटों से बचाएगा और हमारे शरीर को अभ्यास के लिए तैयार करेगा। चक्रासन, धनुरासन और हिमालयासन जैसे आसनों को अभ्यास में जोड़ा जा सकता है।
आप भी खुद को स्वस्थ रखने के लिए इन योगासनों को कर सकते हैं। अगर आप भी हेल्थ से जुड़ी किसी समस्या के लिए योगासन के बारे में जानना चाहते हैं, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।