यह बात हम सभी जानते हैं कि योग करना हेल्थ के लिए कितना जरूरी है। रोजाना योग करने से वजन भी कम होता है। लेकिन ज्यादातर महिलाएं घर और बाहर की दोहरी जिम्मेदारियों में इतना उलझी रहती हैं कि खुद के लिए समय ही नहीं निकाल पातीं। हालांकि, कुछ महिलाएं योग तो करना चाहती हैं लेकिन आलस के चलते कर नहीं पाती हैं। ऐसी महिलाओं के लिए बहुत अच्छी खबर है! कुछ योग ऐसे होते हैं जिसे जागते ही अपने बिस्तर पर किया जा सकता है।
आमतौर पर सुबह का समय इतना बिजी होता है, जहां व्यक्ति दिन-भर की गतिविधियों को करने के लिए एकदम से कूद पड़ता है। लेकिन सुबह की दिनचर्या में योग को शामिल करके आप शांत दिमाग के साथ-साथ टोंड शरीर भी पा सकते हैं। इसलिए आज हम आपको ऐसे योग के बारे में बता रहे हैं जो सुबह उठने के तुरंत बाद आप आसानी से बिस्तर पर ही सिर्फ 10 मिनट में कर सकते हैं। इन योगासन के बारे में हमें एक्सपर्ट अक्षर योग संस्थान, हिमालय योग आश्रम, विश्व योग संगठन के संस्थापक, योग और आध्यात्मिक नेता हिमालयन सिद्ध अक्षर जी बता रहे हैं।
अक्षर जी का कहना है, 'सूक्ष्म व्यायाम से शुरुआत करें। इनमें जोड़ों को धीरे-धीरे गर्म करने के लिए गर्दन, बाजुओं, कलाई, टखनों को हल्का-हल्का घुमाएं। फिर आंखें बंद करके और रीढ़ को सीधा रखते हुए सांस लेने के आसान योग करें। यह आपके शरीर को योग के लिए तैयार करेगा और योग से संबंधित चोटों से सुरक्षित रखेगा। योगासन शक्ति और लचीलापन बढ़ाते हैं, तनाव से राहत देते हैं और आपका पूरा दिन एनर्जी भरा रहता है।'
पश्चिमोत्तानासन
पश्चिमोत्तानासन को अंग्रेजी में 'फॉर्वर्ड बैंड पोज' के नाम से जाना जाता है। इसे करते समय पेट की मसल्स और रीढ़ की हड्डी में खिंचाव महसूस होता है, जिससे पेट की चर्बी को दूर करने में मदद मिलती है और यह रीढ़ को लचीला बनाने का काम करता है। साथ ही, रोजाना इस आसन को करने से पाचन क्रिया बेहतर होती है।
विधि
- इसकी शुरुआत दंडासन से करें।
- इस बात का ध्यान रखें कि घुटने थोड़े मुड़े हुए और पैर आगे की ओर फैले हुए हों।
- बाजुओं को ऊपर की ओर फैलाएं और रीढ़ को सीधा रखें।
- फिर सांस छोड़ें और ऐसा करते हुए हिप्स पर आगे की ओर झुकें और ऊपरी शरीर को निचले शरीर पर रखें।
- बाजुओं को नीचे करें और पैर की उंगलियों को हाथ से पकड़ें।
- घुटनों को नाक से छूने की कोशिश करें।
- 10 सेकंड के लिए आसन में रहें।
बालासन
बालासन दो शब्दों से मिलकर बना है। पहला शब्द बाल है जो संस्कृत भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ बच्चा होता है। जबकि आसन का अर्थ बैठना है। इस तरह इन दोनों शब्दों का मतलब बच्चे की तरह बैठने वाला आसन हुआ। इस योग को बहुत ही आसानी से किया जा सकता है और इससे ब्लड फ्लो भी बेहतर होता है। रोजाना बालासन करने से पेट की मसल्स मजबूत होती हैं और पेट और इसके आस-पास की चर्बी कम होती है।
विधि
- इस आसन को करने के लिए चटाई पर घुटनों के बल एड़ियों पर बैठ जाएं।
- फिर सांस लें और हाथों को सिर के ऊपर उठाएं।
- अब सांस छोड़ें और ऊपरी शरीर को आगे की ओर झुकाएं।
- फिर माथा फर्श पर रखें और पेल्विक को एड़ियों पर टिका दे
- इस बात का ध्यान रखें कि पीठ झुकी हुई न हो।
- कुछ देर इस आसन में रहें।
- फिर पुरानी अवस्था में लौट आएं।
वज्रासन
यह एक ऐसा आसन है जिसे आप खाना खाने के बाद भी कर सकते हैं। वज्रासन को रोजाना करने से पाचन क्रिया में सुधार आता है और कब्ज को दूर करने में मदद मिलती है। इसे पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं जैसे अल्सर और एसिडिटी को दूर करने में मदद मिलती है। ये आसन शरीर में पेल्विक मसल्स को भी मजबूत बनाता है।
विधि
- इसे करने के लिए सबसे पहले घुटनों को पीछे की ओर मोड़ लें।
- एड़ियों को एक दूसरे के पास रखें
- ध्यान रहे कि आपके दोनों पैर एक दूसरे को छूने नहीं चाहिए।
- सिर, गर्दन और रीढ़ को एक सीधी रेखा में रखें।
- अपनी हथेलियों को अपने जांघो पर रख लें।
- पीठ को सीधा करें और आगे देखें
- कुछ देर तक इस अवस्था में बैठे रहें।
आप भी इन योगासन को सुबह के समय करके खुद को सेहतमंद रख सकते हैं। अगर आपको भी हेल्थ से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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