इस 1 योगासन को करने से मिलते हैं 5 फायदे

अगर आप वजन कम करने के साथ रीढ़ और मेटाबॉलिज्‍म को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो रोजाना एक्‍सपर्ट के बताए इन योगासन को जरूर करें। 

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खान-पान में गड़बड़ी, लंबे समय तक बैठकर काम करने और एक्‍सरसाइज की कमी के कारण लाइफस्‍टाइल से जुड़ी कई समस्‍याएं परेशान करने लगती हैं। ऐसे में हमें दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन, ये समस्‍याएं हो नहीं, इसके लिए आप योगासन का सहारा ले सकते हैं।

ऐसे कई योगासन हैं, जो लाइफस्‍टाइल से जुड़ी समस्‍याओं को दूर करते हैं। इन्‍हीं में से एक शलभासन है। इसे आप आसानी से घर पर करके कई फायदे पा सकते हैं। इस योगासन को करने के तरीके और फायदों के बारे में हमें योगा एक्‍सपर्ट हरिता अग्रवाल बता रही हैं।

एक्‍सपर्ट की राय

एक्‍सपर्ट का कहना है, ''योग आपके शरीर के साथ-साथ मन को भी स्‍वस्‍थ रखता है। शलभासन रोजाना करने से आप कई तरह की बीमारियों से बच सकते हैं। यह डायबिटीज और प्रोस्‍टेट ग्‍लैंड की समस्‍याओं का सबसे अच्‍छा इलाज है। यह रीढ़, गर्दन और कंधों को मजबूत करता है और फेफड़ों की हेल्‍थ को दुरुस्‍त रखता है। साथ ही, यह पेट की समस्‍याओं के लिए रामबाण है और जांघों और पैरों में दर्द को ठीक करता है। इसके अलावा, इससे कब्‍ज की समस्‍या ठीक होती है।''

शलभासन की विधि

  • सबसे पहले मैट पर पेट के बल लेट जाएं।
  • ध्‍यान रखें कि आपके दोनों पैरों के बीच में थोड़ी दूरी होनी चाहिए।
  • हाथों को जांघों के नीचे रखें।
  • अब गहरी सांस लेते हुए सिर को ऊपर उठाने की कोशिश करें।
  • फिर हाथों व पैरों को भी जमीन से उठाएं।
  • इस पोजिशन में पेट मैट पर और अपर व लोअर बॉडी जमीन से ऊपर हवा में होनी चाहिए।
  • कुछ देर इस पोजिशन में रूकें और फिर वापस पुरानी पोजिशन में आ जाएं।
  • आप अपनी क्षमतानुसार इस आसन को होल्‍ड करके रख सकते हैं।

डायबिटीज के लिए अच्‍छा

डायबिटीज से बुजुर्ग ही नहीं, बल्कि युवा भी परेशान हैं। लेकिन, इसे शलभासन की मदद से आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। रोजाना इस योगासन को करने से स्‍वस्‍थ लोगों में भी डायबिटीज होने की संभावना कम होती है।

हालांकि, इसे करने से व्यक्ति को कई तरह के लाभ मिलते हैं। लेकिन, अगर आपको बहुत लंबे समय से डायबिटीज है, तो शलभासन करने से बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि शलभासन से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।

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रीढ़ में मजबूती

आजकल लोग घंटों एक ही पोजीशन में बैठकर काम करते हैं। इससे गर्दन और पीठ में दर्द और अकड़न की समस्या होती है। इन समस्याओं के लिए शलभासन एक अचूक उपाय है। यह आपके शरीर और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाता है।

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ब्लड सर्कुलेशन में मददगार

अगर ब्‍लड सर्कुलेशन अच्‍छी तरह से होता है, तो शरीर के काम सही तरीके से होते हैं। शलभासन ब्‍लड पंप करने की क्षमता को बढ़ाता है। इसके अलावा, शरीर के हर हिस्‍से में ब्‍लड फ्लो बढ़ाने में मदद करता है।

पीठ के निचले हिस्से की मसल्‍स होती हैं टोन

आप अपनी पीठ के निचले हिस्से की मसल्‍स को टोन करना चाहते हैं, तो शलभासन अच्‍छा आसन हो सकता है। यह हाथों, जांघों, पैरों और पिंडली को मजबूत करता है। साथ ही, यह पेट की चर्बीको कम करता है।

कंधे और गर्दन के लिए फायदेमंद

शलभासन करते समय गर्दन और कंधे पर खिंचाव आता है, जिससे इस हिस्‍से की मसल्‍स मजबूत होती है। इसलिए, आप शलभासन करके सुडौल कंधे पा सकते हैं।

अन्‍य फायदे

  • डाइजेस्टिव सिस्‍टम के लिए अच्‍छा होता है।
  • पीरियड्स पेन को दूर करता है।
  • किडनी और लिवर की सेहत को दुरुस्‍त रखता है।
  • भूख को बढ़ाता है।
  • मेटाबॉलिज्‍म को बूस्‍ट करता है।
  • पैरों और थाइज की मसल्‍स को टोन करता है।

सावधानी

  • इसे करने के लिए ज्‍यादा शारीरिक प्रयास की जरूरत होती है, इसलिए इसे दिल की बीमारी या हाई बीपी से परेशान लोगों को नहीं करना चाहिए।
  • अल्‍सर और हर्निया से परेशान लोगों को इसे करने से बचना चाहिए।

शलभासन करते समय इन 3 बातों का ध्‍यान रखें

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अगर आप शलभासन को पहली बार कर रहे हैं, तो कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है। इन टिप्‍स को फॉलो करके आप योगासन से ज्‍यादा लाभ पा सकते हैं।

1. कंधों की पोजिशन

शलभासन करते समय कंधा जमीन से सटाकर रखना चाहिए। यह इस आसन को करने का सही तरीका है और इससे पूरा लाभ मिलेगा। इसके अलावा, अपने कंधों को कानों तक ले जाने से बचें।

2. पैरों का स्‍ट्रेच

इस आसन में आपको अपने पैरों को सीधा रखते हुए स्‍ट्रेच करना होता है। इसके अलावा, इस बात का ध्‍यान रखें कि पैरों को सही मुद्रा में लाने के सही तरीके से ऊपर उठाएं।

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3. गर्दन को लेकर सावधानी

शलभासन करते समय अपनी गर्दन पर ज्‍यादा प्रेशर न डालें। चोट से बचने के लिए अपनी गर्दन को सीधा रखें और चिन को थोड़ा अंदर की ओर झुकाएं।

आप भी इस योगासन को करके ये सारे फायदे पा सकते हैं। अगर आपको भी योग से जुड़ी जानकारी चाहिए, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Shutterstock & Freepik

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