हालांकि, गोरा चेहरा और छरहरा बदन असली खूबसूरती नहीं है। हम आपको शरीर की चर्बी कम करने के टिप्स इसलिए नहीं बताते हैं कि आप सुडौल दिखें बल्कि कारण यह है कि इसके चलते आपको कई तरह की बीमारियां घेर सकती हैं।
जी हां, पेट की चर्बी के कुछ संभावित कारणों में आनुवांशिकी, विशिष्ट बीमारियां, खराब खाने की आदतें, अनियमित नींद के पैटर्न, एक्सरसाइज की कमी आदि शामिल हैं। ये कारक पेट पर चर्बी पैदा करने के लिए गठबंधन करते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य और आत्मविश्वास को भी प्रभावित करते है।
योग वजन से संबंधित मुद्दों का एक समग्र समाधान है। योग आसनों के अभ्यास से हम सुरक्षित और प्रभावी रूप से वजन घटाने का अनुभव कर सकते हैं और एक सुडौल पेट पा सकते हैं। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे योग के बारे में बता रहे हैं जो पेट की चर्बी को कम करने में आपकी मदद करेंगे।
इन योग की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें बारे में हमें अक्षर योग संस्थान, हिमालय योग आश्रम, विश्व योग संगठन के संस्थापक, योग और आध्यात्मिक नेता हिमालयन सिद्ध अक्षर जी बता रहे हैं। इसे आप आसानी से घर पर कर सकते हैं और यह पेट की चर्बी को 1 महीने में कम कर सकते हैं।
कुछ योगासन जादू की तरह पेट की चर्बी कम करते हैं। यह पेट के एरिया में चर्बी को लक्षित करते हैं, कैलोरी जलाते हैं, आपकी मसल्स को अधिक लचीला बनाते हैं और मेटाबॉलिज्म में सुधार करते हैं।
पेट की चर्बी के नकारात्मक प्रभाव
पेट पर मोटापा हानिकारक है। बहुत अधिक पेट की चर्बी होने का एक सामान्य नकारात्मक प्रभाव सुस्त महसूस करना है। यदि पेट बड़ा है तो डायबिटीज, हार्ट रोग, हाई ब्लडप्रेशर और मोटापे सहित बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हैं।
बेली फैट के लिए योगासन
1. चतुरंग दंडासन
- इसे प्लैंक पोजीशन से शुरू करें।
- आधे पुश-अप में कम करें ताकि बाजुओं का ऊपरी हिस्सा जमीन के समानांतर हों।
- कलाइयां और कोहनियां फर्श के समानांतर होनी चाहिए।
- कंधों को अंदर और शरीर को एक सीध में रखें।
- आसन को 10 से 15 सेकंड तक रोकें।
2. हलासन
- हथेलियों को बगल में फर्श पर रखकर पीठ के बल लेट जाएं।
- पेट की मसल्स की मदद से पैरों को 90 डिग्री ऊपर उठाएं।
- हथेलियों को मजबूती से जमीन में दबाएं।
- पैरों को सिर के पीछे कर लें।
- आवश्यकतानुसार हथेलियों से पीठ के निचले हिस्से को सहारा दें।
- कुछ सांसों के लिए आसन को थामे रखें।
3. धनुरासन
- इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं।
- गहरी सांस लेते हुए हाथों और पैरों को ऊपर उठाएं।
- ऊपर देखते हुए हाथों और पैरों को जितना हो सके ऊपर उठाने की कोशिश करें।
- इस मुद्रा को 15 से 20 सेकड तक बनाए रखें।
4. संतुलानासकेन - प्लैंक पोज
- इसे करने के लिए पेट के बल लेटें।
- हथेलियों को कंधों के नीचे रखें।
- शरीर के ऊपरी, पेल्विक और घुटनों को ऊपर उठाएं।
- पैर की उंगलियों से फर्श को पकड़ें।
- ऐसा करते हुए घुटने, पेल्विक और रीढ़ एक सीध में होनी चाहिए।
- कलाइयों को कंधों के ठीक नीचे बाजुओं के साथ सीधे रखें।
- कुछ देर अंतिम मुद्रा में रहें।
5. चक्रासन
- हाथों को सिर के दोनों ओर फर्श पर रखें और बाजुओं को कंधों पर घुमाएं।
- गहरी सांस लें और शरीर को एक आर्च में उठाएं।
- चारों अंगों पर समान रूप से शरीर का भार वितरित करें।
- इस स्थिति को 15 से 20 सेकेंड तक बनाए रखें।
6. हस्त उत्तानासन
- हाथों को ऊपर उठाएं और ऊपर की ओर तानें।
- आर्च बनाने के लिए सिर, गर्दन और पीठ के ऊपरी हिस्से को थोड़ा सा झुकाएं।
- ऊपरी शरीर को पीछे की ओर झुकाते हैं तो भुजाओं को कानों के पास रखें।
- दृष्टि ऊपर की ओर केन्द्रित करें।
7. वशिष्ठासन
- इसकी शुरुआत संतुलानासन में करें।
- फिर दाईं ओर मुड़ें और बाईं हथेली को ऊपर उठाएं।
- पैर संरेखित करें।
- दूसरी तरफ से योग को दोहराएं।
8. पादहस्तासन
- इसे करने के लिए सीधी खड़ी हो जाएं।
- फिर खड़े होने की स्थिति से आगे झुकें।
- अपनी हथेलियों को नीचे सपाट रखें।
- दाहिना पैर और पेल्विक सभी एक सीधी रेखा में होने चाहिए।
9. उष्ट्रासन
- इसे करने के लिए वज्रासन में बैठें।
- धीरे-धीरे शरीर को घुटनों से इस तरह उठाएं कि पूरे शरीर का वजन घुटनों पर टिका कर बैठे हों।
- एड़ियों को जमीन के साथ एक लंबवत रेखा बनानी चाहिए।
- गहराई से सांस छोड़ें और पीठ को झुकाएं।
- हाथों को शरीर के पीछे ले आएं और एक-एक करके टखनों को पकड़ने की कोशिश करें।
- सिर को पीछे की ओर झुकाएं और तब तक पीछे की ओर स्ट्रेच करें, जब तक कि पेट में स्ट्रेच का अनुभव न करें।
- शुरुआत करने के लिए 20 से 30 सेकंड के लिए आसन को बनाए रखें।
- सांस छोड़ें और धीरे-धीरे आराम करें।
- वज्रासन में वापस आएं।
- शुरुआत में इस आसन को पांच बार दोहराएं, धीरे-धीरे 30 बार तक काम करें।
10. एक पादासन
- इसकी शुरुआत समस्थिति से करें
- बाजुओं को ऊपर उठाते हुए पीठ को सीधा रखें।
- हथेलियों को प्रणाम मुद्रा में लेकर जाएं।
- ऊपरी शरीर को तब तक मोड़ें जब तक कि यह फर्श के समानांतर न हो जाए।
- बाजुओं को कानों के पास लेकर जाएं।
- दाहिने पैर को सीधा रखते हुए धीरे-धीरे पीछे ऊपर की ओर उठाएं।
- दाहिना पैर, पेल्विक, ऊपरी शरीर और हाथ सभी एक सीधी रेखा में होने चाहिए।
- बैलेंस बनाए रखने के लिए नजरों को फर्श पर एक बिंदु पर केंद्रित करें।
योग हार्ट रेट को एरोबिक एक्सरसाइज के तरह बढ़ाता है, जो कैलोरी जलाने में मदद करता है और वजन कम करने का एक प्रभावी तरीका है। वजन कम करने के लिए पेट सबसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्र है, हालांकि नौकासन, चतुरंग, ब्रह्मचर्यासन आदि जैसे आसन मदद कर सकते हैं।
ये सारे योग पेट की चर्बी को कम करने के साथ-साथ उन लोगों के लिए भी आदर्श है जो डाइजेस्टिव सिस्टम विकारों से ग्रस्त हैं।
अगर आपको भी शरीर में किसी हिस्से की चर्बी कम करना चाहते हैं तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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