आज के समय में अधिकतर लोग अपने बढ़ते वजन के कारण परेशान हैं और इसलिए उसे कम करने के लिए अपनी डाइट और वर्कआउट रूटीन पर फोकस करते हैं। अमूमन वर्कआउट को लेकर हर किसी के मन में एक मिथ हमेशा ही होता है। लोगों को लगता है कि वेट लॉस करने के लिए कार्डियो करना ही सबसे अच्छा तरीका होता है। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं होता है। कार्डियो के साथ-साथ स्ट्रेंथ ट्रेनिंग भी वेट लॉस में उतनी ही मददगार है।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग वास्तव में फैट को बर्न करने और उसे लंबे समय तक बनाए रखने के सबसे अच्छे तरीकों में से एक है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के दौरान जब वज़न को उठाया जाता है, तो यह सिर्फ़ आपको मज़बूत नहीं बनाता है, बल्कि यह आपके मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट अप करता है। इतना ही नहीं, इससे आपको वर्कआउट के बाद भी कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है। तो चलिए आज इस लेख में ब्लॉसम योगा के फाउंडर, फिटनेस एक्सपर्ट और योगविशेषज्ञ जितेन्द्र कौशिक आपको बता रहे हैं कि स्ट्रेंथ ट्रेनिंग की मदद से वजन किस तरह कम हो सकता है-
वर्कआउट के बाद भी होती है कैलोरी बर्न
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने का एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि जब आप स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करते हैं तो इससे वर्कआउट के बाद भी कैलोरी बर्न होती है। जब आप कार्डियो करते हैं तो केवल उसी समय कैलेरी बर्न होती है। लेकिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का आफ्टरबर्न इफ़ेक्ट वेट लॉस को और भी ज्यादा इफेक्टिव बनाता है। इसका मतलब है कि आपका शरीर घंटों तक कैलोरी बर्न करता रहता है। भले ही आप सोफे पर आराम कर रहे हैं, तब भी कैलोरी बर्न होती है।
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मसल्स लॉस से होता है बचाव
अक्सर लोग वेट लॉस करने के लिए भूखा रहना पसंद करते हैं या फिर स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के बिना वज कम करना चाहते हैं। इससे वजन तो कम हो जाता है, लेकिन वास्तव में आपका मसल लॉस होता है, जो आपके शरीर के लिए अच्छा नहीं है। मसल्स लॉस होने का मतलब है कि मेटाबॉलिज्म भी स्लो हो जाता है। लेकिन जब आप स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करते हैं तो आप वास्तव में फैट लॉस करते हैं और इससे आपकी मसल्स की स्ट्रेंथ बनी रहती है।
शरीर होता है टोन
अमूमन हम सभी वेट लॉस करना चाहते हैं, लेकिन इस दौरान अगर शरीर पतला-दुबला या बीमार नजर आने लगे तो कैसा महसूस होगा। यकीनन हम में से ऐसा कोई भी नहीं चाहता है। इसलिए कार्डियो के साथ-साथ स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने की सलाह दी जाती है। दरअसल, कार्डियो केवल आपको वजन कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने से ना केवल आपका वजन कम होता है, बल्कि इससे आपका शरीर अधिक टोन्ड नजर आने लगता है। इसलिए, अपनी बॉडी को अधिक डिफाइन लुक देने के लिए आप कार्डियो के साथ-साथ स्ट्रेंथ ट्रेनिंग भी जरूर करें।
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लंबे समय तक वजन कम रहता है
अधिकतर लोगों की यह शिकायत होती है कि उनका वजन कम तो हो जाता है, लेकिन कुछ ही समय में वजन फिर से बढ़ जाता है। अगर आप सिर्फ कार्डियो और डाइट पर निर्भर है तो इससे मसल्स कमजोर हो जाती है और मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है, जिससे दोबारा वजन बढ़ सकता है। लेकिन जब आप स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करते हैं तो ऐसा करने की संभावना काफी कम हो जाती है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने से मसल्स बिल्डअप होती है और साथ ही साथ मेटाबॉलिज्म भी इंप्रूव होता है। जिसकी वजह से दोबारा जल्दी से वजन बढ़ने की संभावना काफी कम हो जाती है।
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Image Credit- freepik
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