डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है। 2019 में, दुनिया भर में 463 मिलियन लोग डायबिटीज से पीड़ित पाते गए थे। हालांकि यह एक आम जीवनशैली की बीमारी है परंतु ब्लड में ग्लूकोज की अधिक मात्रा आपकी आंखों, किडनी और नसों को नुकसान पहुंचा सकती है। डायबिटीज को दिल के रोग और स्ट्रोक का कारण भी कहा जाता है। लेकिन आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि योग डायबिटीज को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकता है। योग इसमें हमारी मदद कैसे कर सकता है? इस बारे में हमें योगा मास्टर, फिलांथ्रोपिस्ट, धार्मिक गुरू और लाइफस्टाइल कोच ग्रैंड मास्टर अक्षर बता रहे हैं।
योग कैसे मदद करता है?
योग एक समग्र और प्राचीन विज्ञान है जिसे हमारी भलाई और स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। आसन, प्राणायाम और मेडिटेशन करने सेआपके शरीर का वजन और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये तकनीक पैन्क्रियाटाइटिस और इंसुलिन कार्यों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करती हैं। योगासन डायबिटीज की शुरुआत को रोकने में मदद करने के लिए कारगर है। अपने रेगुलर फिटनेस रूटीन में इन योग मुद्राओं और श्वास विधियों को शामिल करने का प्रयास करें। आप शुरुआत में 10 सेकंड के लिए प्रत्येक मुद्रा को पकड़कर शुरू कर सकती हैं और धीरे-धीरे अवधि और सेट की संख्या बढ़ा सकती हैं जिसे आप दोहरा सकते हैं। आइए ऐसे योगासन के बारे में जानें जो डायबिटीज को कंट्रोल और उपचार के लिए फायदेमंद हैं।
चक्रासन
- इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं।
- पैरों को घुटनों पर मोड़ें और सुनिश्चित करें कि पैर फर्श पर मजबूती से रखे हो।
- हथेलियों को मोड़ें और सिर के बगल में दोनों तरफ फर्श पर रखें।
- श्वास लें, हथेलियों और पैरों पर प्रेशर डालें और पूरे शरीर को एक आर्च बनाने के लिए ऊपर उठाएं।
- गर्दन को आराम से रखें और सिर को धीरे से पीछे गिरने दें।
हलासन
- इसके लिए पीठ के बल लेट जाएं।
- हथेलियों को शरीर के बगल में जमीन पर रखें।
- पेट की मांसपेशियों का उपयोग करते हुए, पैरों को 90 डिग्री तक ऊपर उठाएं।
- हथेलियों को फर्श पर दृढ़ता से रखें और पैरों को सिर के पीछे गिरने दें।
- पैर कीउंगलियों से सिर के पीछे की जमीन छूने की कोशिश करें।
- बाहों को मोड़ें और पीठ को सहारा दें। थोड़ी देर के लिए आसन को पकड़ें।
बधकोण आसन
- इसे करने के लिए पैरों को आगे फैलाकर बैठें।
- फिर घुटनों के बल झुककर पैरों के तलवों को एक साथ लाएं।
- एड़ी को कूल्हे के करीब खींचे और धीरे से अपने घुटनों को नीचे धकेलें।
- माथे को फर्श पर रखने के लिए सांस को छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें।
धनुरासन
- संस्कृत में धनुरासन का अनुवाद धनु यानि धनुष के रूप में किया जा सकता है और आसन का अर्थ आसन है।
- पेट के बल लेट कर शुरुआत करें।
- घुटनों को मोड़ें और हथेलियों से एड़ियों को पकड़ें।
- पैरों और बाहों को जितना हो सके ऊपर उठाएं।
अनुलोम विलोम
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- सुखासन, अर्ध पद्मासन, वज्रासन या पूर्णा पद्मासन जैसी किसी भी आरामदायक स्थिति में बैठें।
- रीढ़ को सीधा रखें, कंधों को आराम दें और सांसों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए आंखें बंद करें।
- हथेलियों को प्राप्ती मुद्रा में रखें।
- धीरे से दाहिने नथुने को अंगूठे से बंद करें।
- बाएं नथुने में श्वास लें और इसे बंद करें।
- श्वास को दाहिने नथुने के माध्यम से बाहर निकाल दें।
- फिर दाएं से श्वास लें और बाएं से श्वास छोड़ दें, यह एक चक्र की तरह काम करता है।
योग आसन हमारे शरीर के वक्ष और काठ क्षेत्रों को मोड़ने का काम करते हैं, जहां पैन्क्रियाटाइटिस स्थित होता है। ये आसन पैन्क्रियाटाइटिस कोउ त्तेजित करते हैं और इस प्रकार इंसुलिन के उत्पादन में सुधार करते हैं। योग ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है। अगर आप भी डायबिटीज को कंट्रोल में रखना चाहती हैं तो एक्सपर्ट के बताए इन योगासन को रोजाना करें। फिटनेस से जुड़ी और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
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