Increase Breast By Yoga: योग ब्रेस्ट को बड़ा करने का प्राकृतिक उपाय है। जब हम इस समग्र विज्ञान का अभ्यास करते हैं तो कॉस्मेटिक सर्जरी पर अत्यधिक मात्रा में खर्च करने की आवश्यकता नहीं है। योग बीमारियों की रोकथाम में भी मदद करता है और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों से हमारी रक्षा करता है। यह ब्रेस्ट कैंसर और अन्य बीमारियों से पीड़ित रोगियों को उनके उपचार से अधिकतम लाभ प्राप्त करने में भी मदद करता है।
योग में योग मुद्राएं, सांस लेने की एक्सरसाइज, ध्यान तकनीक, मुद्राएं, मंत्रों का जाप और कई अभ्यास शामिल हैं। योग जीवन शैली की कई बीमारियों जैसे कैंसर, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, थायरॉयड से संबंधित समस्याओं आदि को रोकने में मदद करता है। ब्रेस्ट बढ़ाने वाले योग के बारे में हमें योग मास्टर, स्पिरिचुअल गुरु और लाइफस्टाइल कोच, ग्रैंड मास्टर अक्षर जी बता रहे हैं। आइए इस आर्टिकल के माध्यम से इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
ब्रेस्ट बढ़ाने वाले 4 योगासन (How to increase breast by yoga)
1. हस्त उत्तानासन
- इसे करने के लिए ताड़ासन में सीधी खड़ी हो जाएं।
- दोनों हाथों को ऊपर उठाएं।
- जैसे ही श्वास लें, वैसे ही सिर को बाहों के बीच में रखते हुए धीरे से पीछे की ओर झुकें।
- सांस छोड़ें और धीरे-धीरे खड़ी हो जाएं।
- पीछे झुकते समय आंखें खुली रखें।
2. वशिष्ठासन
- इसकी शुरुआत संतुलासन से करें और बाईं ओर मुड़ें।
- दाई हथेली पर संतुलन बनाएं।
- एक पैर को दूसरे के ऊपर रख सकती हैं या बाएं पैर को आगे और नीचे ला सकती हैं।
- दूसरी तरफ से दोहराएं।
- दोनों हथेलियों के साथ-साथ कोहनी भी आजमा सकती हैं।
3. उष्ट्रासन
- इसे करने के लिए योगा मैट पर घुटने के बल बैठ जाएं।
- हाथों को कूल्हों पर लाएं।
- दाईं हथेली को दाएं पैर के ऊपर तब तक रखें जब तक कि हाथ सीधा न हो जाए।
- फिर बाई हथेली को बाईं एड़ी पर रखें।
- पेल्विक को आगे की ओर धकेलें और सिर को पीछे की ओर गिराएं।
4. चक्रासन
- इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं।
- पैरों को घुटनों से मोड़ें और सुनिश्चित करें कि पैर फर्श पर मजबूती से टिके हुए हों।
- हथेलियों को आकाश की ओर रखते हुए बाजुओं को कोहनियों पर मोड़ें।
- बाहों को कंधों पर घुमाएं और हथेलियों को सिर के दोनों ओर फर्श पर रखें।
- श्वास लेते हुए, हथेलियों और पैरों पर प्रेशर डालें और पूरे शरीर को एक आर्च बनाने के लिए ऊपर उठाएं।
- पीछे मुड़कर देखें और गर्दन को आराम दें अब सिर को धीरे से पीछे की ओर गिरने दें।
- शरीर के वजन को चार अंगों के बीच समान रूप से वितरित किया जाना चाहिए।
कार्य संतुलन
स्वस्थ शरीर और स्वस्थ दिमाग दो मुख्य कारक हैं जो या तो इस जीवन के हमारे अनुभव को बढ़ाएंगे या इसमें बाधा डालेंगे। हमें दिन की शुरुआत सरल श्वास तकनीक, ध्यान और सूर्य नमस्कार एवं योग के समग्र विज्ञान का अभ्यास करके तनाव से बचें। योग सही कार्य-जीवन संतुलन लाएगा क्योंकि यह अनुशासन बनाता है और आत्म-देखभाल को प्रोत्साहित करता है। एक स्वस्थ शरीर आंतरिक और बाह्य शांति देता है और हमारे जीवन को खुशियों से भर देता है।
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ये योगासन ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के साथ-साथ ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करने में भी मदद करते हैं। सुबह या शाम को अभ्यास करें। आसनों का अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए जागरूकता को संरेखण और सांस दें। योग से जुड़ी ऐसी ही और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
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