समय-समय पर हम आपको ऐसे योगासन के बारे में बताते हैं जो न केवल आपको फिट रखते हैं बल्कि कई तरह की बीमारियों से भी बचाते हैं। इसके अलावा, इन्हें करने से आपको त्वचा और बालों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है।
आज हम आपको ऐसे ही एक योग के बारे में बता रहे हैं जो आपकी कई समस्याओं को दूर कर सकता है। हम गोमुखासन के बारे में बात कर रहे हैं। इसे काउ फेस पोज के नाम से भी जाना जाता है। इसके बारे में हमें योगा मास्टर, फिलांथ्रोपिस्ट, धार्मिक गुरू और लाइफस्टाइल कोच हिमालयन सिद्ध अक्षर जी बता रहे हैं।
गोमुखासन या काउ फेस पोज
एक संस्कृत शब्द, गोमुखासन का शाब्दिक रूप से एक गाय के चेहरे की मुद्रा में अनुवाद होता है (गो-गाय, मुख-चेह रा, आसन-मुद्रा)। गोमुखासन (काउ फेस पोज) हमारे पूरे शरीर, कंधों और बाहों, टखनों, हिप्स, थाइज और पीठ को फैलाता है। आसन में, मुड़े हुए पैरों को गाय के मुंह जैसा कहा जाता है। कोहनी गाय के कानों का आकार बनाती है।
यह एक आसन है जो हमें हमारे शरीर की समरूपता से अवगत कराती हैं। जब हम एक घुटने को दूसरे के ऊपर से पार करते हैं, तो इस बात में अंतर देखें कि दाएं से बाएं एवं बाएं से दाएं कैसे महसूस होता है। इसी तरह, हाथ की स्थिति तुरंत बताएगी कि क्या एक कंधा दूसरे की तुलना में कड़ा है।
गोमुखासन को अलग-अलग बैठे आसनों के सेट के साथ किया जा सकता है। यह बाहों, ट्राइसेप्स, कंधों और चेस्ट को फैलाने में मदद करता है। अभ्यासी को सीधे बैठने की आवश्यकता होती है।
इस आसन को और अधिक सुलभ बनाने के लिए प्रॉप्स का इस्तेमाल करें। यदि कंधे तंग हो तब गोमुखासन में पीठ के पीछे उंगलियों को आपस में जोड़ने में मुश्किल होती हैं, तो एक पट्टा का उपयोग करें। पैरों को आसन में जाने के लिए अधिक जगह देने के लिए ब्लॉक या कंबल पर बैठ सकते हैं।
गोमुखासन कैसे करें? स्टेप्स
- योगा मैट पर पीठ सीधी और पैर सामने की ओर फैलाकर बैठ जाएं।
- पैरों को एक साथ रखें और हथेलियों को हिप्स के बगल में रखें।
- दाहिने पैर को मोड़ें और बाएं नितंब के नीचे रखें।
- बाएं घुटने को दाहिने घुटने के ऊपर रखें।
- बाएं हाथ को सिर के ऊपर उठाएं और कोहनी को मोड़ें।
- साथ ही दाहिने हाथ को पीठ के पीछे ले आएं और दोनों हाथों को आपस में फंसा लें।
- गहरी उज्जयी सांसें लें और जब तक आराम से रह सकें तब तक रहें।
- अब जैसे ही आप सांस छोड़ें, बाहों को छोड़ दें।
- पैरों को खोल दें और दूसरे पैर के लिए दोहराएं।
गोमुखासन के लाभ
- साइटिका को ठीक करता है।
- हाई ब्लड प्रेशर में मदद करता है।
- नियमित अभ्यास से रिप्रोडक्टिव अंगों को सुडौल और मालिश किया जाता है।
- कंधों की जकड़न को ठीककरता है।
- रीढ़ को लम्बा करता है।
- खराब मुद्रा वाले लोगों के लिए फायदेमंद होता है।
- तनाव और चिंता कम करता है।
- पीठ की मसल्स को मजबूत बनाता है।
- किडनी को उत्तेजित करता है।
- टखनों, कूल्हों, जांघों, कंधों, ट्राइसेप्स, भीतरी बगल और चेस्ट की मसल्स को मजबूत करता है।

सावधानी
- कंधे में दर्द या चोट: अगर कंधे में अत्यधिक दर्द हो रहा है, तो गोमुखासन न करें। यदि कंधे में दर्द अधिक न हो तो यह आसन किसी प्रशिक्षित योग शिक्षक की देखरेख में ही करें
- शरीर के किसी भी मुख्य भाग में दर्द: आसन करते समय शरीर के किसी हिस्से में खिंचाव होने पर भारी दर्द होने पर आसन न करने की सलाह दी जाती है।
- पैर में सॉफ्ट टिश्यू इंजरी: सॉफ्ट टिश्यू इंजरी का मतलब है मसल्स, लिगामेंट्स और टेंडन्स को नुकसान। यह आम तौर पर तनाव या मोच से उत्पन्न होता है।
- थाइज की मसल्स में दर्द होना।
- खूनी बवासीर
- स्पॉन्डिलाइटिस
उपरोक्त समस्याओं में गोमुखासन करने से समस्या बढ़ सकती है। इसलिए, इन समस्याओं में आसन न करना महत्वपूर्ण है।
आप भी इस योग को करके ये सारे फायदे पा सकती हैं। अगर आपको भी हेल्थ से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं और हम अपनी स्टोरीज के जरिए इसका हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Recommended Video
Image Credit: Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों