सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस ऐसी समस्या है जो गर्दन के हिस्से में स्थित जोड़ों को प्रभावित करता है। इससे गर्दन के आस-पास के हिस्से में दर्द होने लगता है। आमतौर पर यह समस्या उम्र से संबंधित होती है क्योंकि सर्वाइकल स्पाइन की हड्डियों और कार्टिलेज समय के साथ कमजोर होने लगते है। हालांकि अन्य कई कारक जैसे गर्दन दर्द किसी पुरानी चोट या स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं जैसे लंबे समय तक डेस्क का काम, उठने-बैठने, सोने की गलत पोजीशन या कठोर तकिए का इस्तेमाल और हड्डियों का अपनी जगह से खिसक जाना, ट्यूमर या मसल्स में मोच, गर्दन के स्पाइन में अर्थराइटिस, भारी वस्तु्ओं को उठाने का काम आदि से भी यह समस्या बढ़ सकती हैं। अगर आप भी सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के दर्द से परेशान हैं तो यहां दिये कुछ घरेलू उपाय आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं।
सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस की समस्या से परेशान महिलाओं की गर्दन के आस-पास की मसल्स में दर्द, कठोर और दर्दनाक महसूस करता है। लेकिन कोल्ड और हीट पैड का इस्तेमाल कर वह सूजन को कम, मसल्स को आराम और दर्द से कुछ राहत प्राप्त कर सकती है। अगर आपको भी ऐसा ही दर्द सताता है तो ठंडा या गर्म पैक लगा सकती हैं।
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हर्ब्स जैसे हल्दी, अदरक, मेथी, अश्वगंधा और गुग्गुल को अपने रूटीन में शामिल करें। इन हर्ब्स में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुणों के कारण यह सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के दर्द को कम करने में मददगार साबित होते हैं। लेकिन इस बात को ध्यान में रखें कि कुछ हर्ब्स जैसे मेथी, अदरक, हल्दी जैसे हर्ब्स को अपने डेली रूटीन का हिस्सा बनाया जा सकता है लेकिन गुग्गुल और अश्वगंधा का इस्तेमाल किसी एक्सपर्ट से पूछकर ही करना चाहिए।
आमतौर पर जोड़ों और मसल्स में राहत पाने के लिए दर्द वाले स्थान पर औषधीय तेलों से मालिश करने से सूजन और दर्द को कम करने में मदद मिलती है। हालांकि सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस में कुछ प्रकार की मालिश से बचना चाहिए क्योंकि प्रेशर से कई बार समस्या सुलझने की बजाय बढ़ जाती है। इसलिए मसाज करने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।
कुछ योग मुद्राएं जैसे लोट्स पोज, स्टिक पोज, पाम ट्री पोज सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के दर्द को कम करने में बहुत मददगार होते हैं। इसलिए सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के दर्द और गर्दन के तनाव को कम करने के लिए इसे अपने रेगुलर रूटीन में शामिल करें।
आयुर्वेद के अनुसार, गाय का घी में जोड़ों को लुब्रिकेट करने के गुण होते हैं। इसके अलावा, यह सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के लिए जिम्मेदार वात तत्व को शांत करने के लिए भी जाना जाता है। साथ ही कब्ज इस समस्या को बढ़ाने वाले कारकों में से एक माना जाता है और गाय का घी नियमित रूप से मुलायम दस्त पारित करने में मदद करता है। इसलिए गाय का घी सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के लिए सबसे अच्छे घरेलू उपचारों में से एक माना जाता है।
इसके अलावा कुछ गर्दन की एक्सरसाइज की हेल्प से भी आप सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस की समस्या को कम कर सकती हैं। साथ ही सोते, बैठते, और पढ़ते समय आरामदायक मुद्रा को बनाये रखना और ठंडी हवा से बचने के लिए गर्दन के चारों ओर स्कार्फ का उपयोग करने से सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस में होने वाली परेशानी को कम करने में मदद मिलती है।
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