हम में सभी कभी न कभी कब्ज की समस्या से परेशान रहे है। कब्ज में हमारा मल सूखा और कठोर हो जाता है और इसे शरीर से बाहर निकालने में परेशानी होती है। ऐसे में हर दिन शौच करने में दिक्कत होती है। इस मामले में अगर स्थिति बिगड़ती है तो कई हफ्ते तक शौच नहीं होता। इससे मल त्याग का तंत्र खराब हो जाता है और गम्भीर कब्ज की समस्या हो सकती है। आजकल कब्ज की समस्या ज्यादातर लोगों को परेशान कर रही हैं क्योंकि क्वारंटाइन के दौरान लोग सारा दिन घर में बैठे रहते हैं और बहुत से लोग तो एक्सरसाइज भी नहीं करते हैं। लेकिन सबसे पहले कब्ज के लक्षणों और कारणों के बारे में जान लेते हैं।
लेकिन सवाल यह है कि कब्ज का आखिर कारण क्या है। कारण कई हो सकते हैं, जैसेः-
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यह वयस्कों में कब्ज के सबसे सामान्य कारणों में से एक है। समय पर भोजन नहीं करना, रिफाइंड और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन और कभी भी, कुछ भी खा लेने से पाचन तंत्र गड़बड़ा जाता है।
ब्लड शुगर के बढ़ने से नसों को नुकसान पहुंचता है और इससे कब्ज की समस्या हो सकती है। ऐसे में मधुमेह से पीड़ित लोग दूसरों के मुकाबले कब्ज के आसानी से शिकार हो जाते हैं।
जब विरेचक औषधियों का अधिक सेवन करते हैं तो आप अपने शरीर और दिमाग को उनका गुलाम बना रहे होते हंै। इससे आपकी आंतों का प्राकृतिक काम कमजोर पड़ता है और कब्ज की समस्या बढ़ जाती है।
दिमाग शरीर और इसके सिस्टम को सीधे तौर पर प्रभावित करता है। तनाव और अवसाद से शरीर सुस्त हो जाता है और कब्ज का कारण बन जाता है।
किसी बैठक या यात्रा के कारण अगर आप शौच के लिए नहीं जा रहे हैं, तो यह भी कब्ज का कारण बन सकता है।
हमारा शरीर 75 प्रतिशत तक जल से बना है। जल से ही हमारा मल नर्म पड़ता है और इसे शरीर से बाहर निकालने में सहायता मिलती है, क्योंकि आंतों को अधिक पानी की जरूरत होती है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीने से मल कठोर हो सकता है।
लेकिन परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि योग की इन तकनीकों से आप कब्ज की समस्या का मुकाबला कर सकते है। इन योगासन के बारे में हमें योग संस्थान के डायरेक्टर डॉक्टर हंसाजी जयदेव योगेंद्र जी बता रहे हैं।
यह पाचन तंत्र को ठीक करता है और पेट की गैस खत्म करता है। यह गंभीर कब्ज की स्थिति में भी आराम दिलाता है।
इस आसन में पेट के अंगों पर प्रेशर डाला जाता है और इससे उत्सर्जन की प्रक्रिया में सहायता मिलती है।
इसे कोबरा की भंगिमा के रूप में जाना जाता है। यह पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के लिए काफी लाभकारी और प्रभावी माना जाता है। यह न सिर्फ पेट की मासंपोशियों को मजबूत बनाता है, बल्कि पूरे पाचन तंत्र की सफाई भी करता है।
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Better blood circulation and digestive system are two of the many benefits of Vajrasana.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 13, 2019
Do you practice this Asana?
If not, what are you waiting for! #YogaDay2019 pic.twitter.com/vqd3rKs3bW
यह आसन आपके बैठने का तरीका सही करता है और इसी के साथ पेट में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। इससे पाचन क्रिया सही होती है। वज्रासन पेट की बीमारियों, कब्ज और पाचन क्रिया संबंधी अन्य परेशानियों को ठीक करता है।
इसमें पेट की मांसपेशियों का व्यायाम होता है और पाचन प्रक्रिया सही करने में सहायता मिलती है। नियमित तौर पर यह प्राणायाम किया जाए तो कब्ज की समस्या से छुटकारा मिल जाता है।
इन उपायों को अपनाकर आप भी कब्ज की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। ऐसी ही और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़े रहें।
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