आज भी भारत अपनी प्राचीन संस्कृति और परंपराओं के लिए जाना जाता है। भारत में पहने जाने वाले परिधान, गहनों और परंपराओं का आज भी उतना ही महत्व है, जितना पहले हुआ करता था, खासकर गहनों का। भारतीय गहने जिसकी खूबसूरती के दीवाने भारत में ही नहीं बल्कि विदेश में आज भी हैं। यहां के हर राज्य की अपनी अलग पहचान है, परंपरा है, जिसकी अपनी अलग ही कहानी है। जम्मू-कश्मीर से लेकर महाराष्ट्र की गहने किसी भी महिला की सुंदरता में चार-चांद लगा देते हैं।
आपने बॉलीवुड की किसी फिल्म में एक्ट्रेस को जम्मू-कश्मीर के पारंपरिक गहने पहने देखा होगा। वहीं, किसी को पश्चिम बंगाल या फिर महाराष्ट्र की ज्वेलरी पहने देखा होगा। लेकिन क्या आप जानती हैं कि भारत के कई राज्यों में ऐसे गहने मशहूर है, जिसे पहनने की परंपरा काफी पुरानी है।
बिहार एक ऐसा राज्य है, जो ना सिर्फ प्राचीन परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है बल्कि गहनों और परिधान के लिए भी मशहूर है। जैसे जहां भागलपुरी सिल्क साड़ियों काफी लोकप्रिय हैं साथ ही हंसुली जैसे गहने पहनने की परंपरा काफी पुरानी है। वैसे तो हंसुली देश के लगभग हर राज्य में पहनी जाती है।
लेकिन इसकी अधिकता उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में अधिक है। यहां पहले के समय में भी हंसुली पहनने का चलन था और आज भी यहां की महिलाएं हंसुली पहनती है। डिजाइन और स्टाइल में भले ही थोड़ा बदलाव आ चुका है लेकिन हंसुली आज भी यहां के आभूषण का एक हिस्सा है।
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वैसे तो टीका हर राज्य में प्रसिद्ध है, लेकिन उत्तर प्रदेश में मांग टीका सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। क्योंकि यह बिहार का पारंपरिक गहना है, जिसे पासा के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा भी कहा जाता है कि जब उत्तर प्रदेश में कोई विवाह होता था, तो पासा को पहनना आवश्यक था।
हालांकि, समय के साथ-साथ तमाम चीजें बदल गई हैं। लेकिन मांग टीका पहनने और बनाने की परंपरा आज भी है। (5 मांग टीका डिजाइन्स जो दुल्हन को देंगे Minimalistic लुक) उत्तर प्रदेश में वैसे तो कई गहनें हैं, जो काफी मशहूर हैं लेकिन इसे सरल लटकन से लेकर झूमर के अलग अलग लहरों में डिजाइन किया जाता है।
जम्मू कश्मीर आज भी अपनी प्राचीन संस्कृति, खान पान और परिधानों के लिए जाना जाता है। जम्मू कश्मीरकी हर चीज़ की अपनी अलग ही पहचान है। लेकिन यहां के परिधान और गहनों की तो बात ही अलग है। आज भी महिलाएं आपको पहाड़ी कपड़े और सिर पर पहने गहने पहने नजर आ जाती होंगी।
साथ ही, यहां महिलाएं नुपुरा, कुंडल, टीका, बालू और कड़ा आदि पहनने की शौकीन हैं। देजोर एक पारंपरिक कान में पहने जाने वाले गहने है, जिसे महिलाएं विवाह के समय पहनना पसंद करती हैं। साथ ही, इन तमाम चीजों को बड़ी खूबसूरती से डिजाइन किया जाता है।
राजस्थान एक ऐसा राज्य है, जो अपनी हस्तशिल्प कलाओं के लिए जाना जाता है। आपने कई महिलाओं को राजस्थानी स्टाइल में देखा होगा, जिसमें महिलाएं राजस्थानी परिधान और गहने पहने नजर आती हैं। माथे पर कहा टीका, हाथों में गोल कड़े, कानों में मध्य मोड़ और नाक में नाथ आदि जैसे गहनों में महिलाएं ना सिर्फ खूबसूरत नजर आती हैं बल्कि स्टाइलिश भी लगाती हैं।
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भारत के प्रत्येक राज्य का अपना पारंपरिक आभूषण है, जिसे उस राज्य की महिलाएं शादियों में पहनती हैं। अगर आप महाराष्ट्र में हैं तो यहां की दुल्हन के श्रृंगार स्वरूप पहने जाने वाले गहनों में आपको उस राज्य की झलक साफ तौर पर नजर आएगी। यह नाक में पहना जाने वाला आभूषण है। महाराष्ट्र में महिलाएं एक काजू के आकार की नथ पहनती हैं। यह नथ वास्तव में ब्राह्मणी शैली की है जो बेसरा मोती और पन्ना या माणिक के साथ जड़ी है। इसके अलावा, महाराष्ट्र में अंबाडा पिन, वाकी, मोहनमाला, कोल्हापुरी साज आदि गहने भी काफी प्रसिद्ध हैं।
इसके अलावा भी भारत के राज्यों में कई पारंपरिक गहने मशहूर हैं। उम्मीद है कि आपको यह लेख पंसद आया होगा और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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