ज्वेलरी कैसी भी हो। हर महिला उसे पसंद करती है। मुझे यकीन है मेरी तरह आप भी डेली रूटीन में 2-3 ज्वेलरी पीसेस पहनकर बाहर निकलती होंगी। हमने वैसे तो आपको सिल्वर, गोल्ड, एंटीक आदि के बारे में आपको बताया हुआ है। लेकिन आज चलिए कॉस्ट्यूम ज्वेलरी पर बात करते हैं।
कॉस्ट्यूम ज्वेलरी ऐसे डिज़ाइन होते हैं जिनमें बढ़िया गहनों के सस्ते विकल्प के रूप में गैर-कीमती सामग्री का उपयोग किया जाता रहा है। इन कम-महंगी ट्रेंड में चलने वाले गहनों का अपना एक दिलचस्प इतिहास रहा है। आइए आप और हम मिलकर इसके इतिहास को विस्तार से जानें।
18वीं और 19वीं शताब्दी की प्रारंभिक कॉस्ट्यूम ज्वेलरी
कॉस्ट्यूम ज्वेलरी को जैसा हम आज पहचानते और पसंद करते हैं यह पहला उतना ट्रेंड में नहीं हुआ करता था। देखा जाए तो 20वीं शताब्दी की शुरुआत तक भी यह कुछ खास फेमस नहीं हुआ था। हालांकि इसके इतिहास की जड़े 18वीं शताब्दी में भी देखी जा सकती हैं।
यूरोपीय लोगों में हीरे के साथ बढ़िया गहनों को पहनने की चाहत ने ही ऐसी कॉस्ट-इफेक्टिव विकल्पों को पैदा किया। फ्रांसीसी जौहरी जॉर्जेस फ्रेडेरिक स्ट्रास जिन्होंने 1724 में, एक विशेष लीड ग्लास पेश किया था, जिसे धातु पाउडर से काटने पर, असली हीरे की शानदार चमक और झिलमिलाहट का अनुकरण किया गया था, ही सस्ते कांच के हीरे के गहने पेश किए। यह इतना लोकप्रिया हुआ और लोग इसे खरीदने लगे।
ऐसी ज्वेलरी उन लोगों के लिए भी अच्छी थी जो कीमती गहनों को खरीद नहीं सकते थे। कुछ 300 साल पहले जौहरियों ने सस्ते मटेरियल से इस तरह की ज्वेलरी बनाना शुरू की।
डिओर और शनेल जैसे ज्वेलर्स भी बनाने लगे कॉस्ट्यूम ज्वेलरी
जैसे-जैसे प्रोडक्शन मेथड बढ़िया हुआ और यह एक्सेसिबल होता गया, सारे सोशल स्टेटस की महिलाओं की दिलचस्पी इसमें बढ़ने लगी। यह 20वीं सदी में बहुत ज्यादा चलन में आई। इसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ी की डिओर और शनेल जैसे ज्वेलर्स भी इसके डिजाइन बनाने लगे। कोको शनेल को गोल्ड और फॉ पर्ल का उपयोग करना बहुत पसंद था। यह फिल्मों में भी इस्तेमाल किया जाने लगा जिससे इसकी पॉपुलैरिटी और भी ज्यादा बढ़ गई।
कॉस्ट्यूम ज्वैलरी की तीन मुख्य विशेषताएं होती हैं
- यह फैशन के रुझान को पूरा करने के लिए बेस मेटल और नकली रत्नों से बनाया जाता है।
- यह आमतौर पर ज्वैलर्स के बजाय फैशन की दुकानों में बेचा जाता है।
- यह बड़े पैमाने पर उत्पादित होता है लेकिन 'डिजाइनर' हो सकता है।
स्टाइल्स में आए कई बड़े बदलाव
जॉर्जियाई (1714 - 1800)
यह हीरे का युग था, जहां स्टोन्स सेटिंग से ज्यादा महत्वपूर्ण थे। डिजाइन स्पेन, इटली और फ्रांस से काफी प्रभावित थे। विशेष शैलियों में गहने, हार, कंगन, झुमके, ब्रोच आदि लोकप्रिय था। पॉपुलर मोटिफ्स में मोर, ट्यूलिप और तितलियां शामिल थीं।
रीजेंसी (1800 - 1830)
मशीन उत्पादन से पहले सब कुछ हस्तनिर्मित था। इस दौरान ब्रोच लोकप्रिय थे क्योंकि वे दिन के ड्रेस स्टाइल को काफी कॉम्प्लिमेंट करते थे। मिस्र की शैलियों जैसे कि स्कार्ब और स्फिंक्स को भी नेपोलियन के मिस्र के अभियान के बाद बनाया गया था।
विक्टोरियन (1830 - 1900)
इस दौरान बड़े पैमाने पर उत्पादन पहली बार पेश किया गया था। स्कॉटिश शैलियों को महारानी विक्टोरिया ने लोकप्रिय बनाया, यूरोपीय 'ग्रैंड टूर' के दौरान हासिल किए गए टूरिस्ट पीसेस भी। अन्य देशों के प्रभाव भी महसूस किए जा रहे थे। इस स्तर पर ज्वेलरी केवल विवाहित महिलाओं द्वारा ही पहनी जाती थी (जानें प्रिंसेस विक्टोरिया गौरम्मा के बारे में)।
आर्ट नोव्यू (1895 - 1910)
यह अवधि बड़े पैमाने पर उत्पादन से कला और शिल्प शैली में हाथ से तैयार किए गए आभूषणों की ओर एक कदम दिखाती है।
आर्ट डेको (1924 - 1939)
आर्ट डेको का नाम 1925 की पेरिस प्रदर्शनी (एक्सपोज़िशन डेस आर्ट्स डेकोरेटिफ़्स एट इंडस्ट्रियल्स मॉडर्नेस) के नाम पर रखा गया था।
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कॉस्ट्यूम ज्वेलरी को कैसे स्टाइल करें-
आप इसे वेस्टर्न ड्रेसेस जैसे शर्ट, ऑफ शोल्डर ड्रेसेस, गाउल आदि के साथ पहन सकती हैं। एक स्टेटमेंट नेकलेस इस तरह से आप पर खूब अच्छा लगेगा। इसी तरह से आप पारंपरिक ज्वेलरी को भी स्ट्रैपलेस ड्रेस या इवनिंग गाउन के साथ पहन सकती हैं।
सिल्वर ज्वेलरी के साथ पहले मैक्सी ड्रेसेस सिल्वर ज्वेलरी (सिल्वर ज्वेलरी का इतिहास) की अपनी अनूठी अपील है, जो अन्य कीमती धातुओं से अलग है। शुद्ध चांदी या यहां तक कि ऑक्सीडाइज्ड सिल्वर के आभूषण बहुत ही बोहो-चिक लुक देते हैं, और उनके साथ, आप एक फ्यूजन पहनावा बना सकते हैं।
हम सभी को झुमके, चांदबाली और खतरे डैंगलर्स पसंद हैं, है ना? किसी सिंपल सी ड्रेस के साथ भी झुमके बहुत अच्छे लगते इसी तरह, बोहेमियन वाइब के लिए, आप झुमका को रिप्ड जींस (कैसे बनाएं Ripped जीन्स) के साथ शर्ट, प्रिंटेड जंपसूट या कैजुअल श्रग के साथ पेयर कर सकते हैं।
देखा तो यह है कॉस्ट्यूम ज्वेलरी का खास इतिहास। आपके पास भी कॉस्ट्यूम ज्वेलरी जरूर होगी। इसे आप किस तरह से स्टाइल करती हैं, हमें कमेंट कर बताएं। अगर आपको यह लेख पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर करना भूलें। ऐसे ही रोचक लेख के लिए पढ़ते रहें हरजिंदगी।
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