herzindagi
maang tikka religion pic

Interesting Facts: कहां से आया माथे पर सजने वाला मांग टीका, जानें रोचक तथ्‍य

<span style="font-size: 10px;">मांग टीके को पहनने का शौक रखने वाली महिलाएं उससे जुड़ी ये रोचक बातें जानकर रह जाएंगी हैरान।&nbsp;</span>
Editorial
Updated:- 2023-12-28, 14:26 IST

भारत में ज्‍वेलरी का रिवाज बहुत पुराना है। यदि इसके इतिहास पर बात की जाए तो सतयुग से ही महिलाएं और पुरुष आभूषण पहनते आ रहे हैं और आज के युग में भी आपको अनेक प्रकार के आभूषण मिल जाएंगे। इनमें से एक है मांग टीका जिसे महिलाएं माथे पर धारण करती हैं, तो अपने आप ही उनका रूप निखर आता है। वैसे तो हिंदू शास्‍त्रों में हर आभूषण से जुड़ा एक अलग ही तथ्‍य है, मगर मांग टीके शरीर के एक महत्‍वपूर्ण चक्र से जोड़ा गया है। 

जी हां, हमारे शरीर में 6 चक्र होते हैं। मांग टीके को माथे पर पहना जाता है और यहां पर छठवें चक्र का घर होता है, जिसे अजना चक्र कहा जाता है। इसे आप तीसरी आंख कह सकते हैं। शास्‍त्रों में माना गया है कि माथे पर तीसरी आंख शिव और पार्वती के अर्धनारिश्‍वर स्‍वरूप को दर्शाती है। यह चक्र भी उसी स्‍थान पर होता है और मांग टीका भी यही पहना जाता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि जब एक महिला इस गहने को धारण करती है, तो यह उसके तीसरे नेत्र का काम करता है और उसे आत्‍मविश्‍वासी, विचारक और शक्तिशाली बनाता है। 

वर्तमान समय में आपको बाजार में तरह-तरह की वैरायटी में मांग टीके मिल जाएंगे। मगर आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि आखिर मांग टीका आया कहां से और यह अब कितने स्‍वरूप बदल चुका है। 

इसे जरूर पढ़ें- Jewellery Designs: रॉयल और स्टाइलिश दिखना चाहती हैं तो ग्रीन कलर की ज्वेलरी को इस तरह करें स्टाइल

maang tikka interesting facts

भारतीय कलचर में मांग टीका 

सुहागनों के सोलह श्रृंगार का यह एक महत्‍वपुर्ण हिस्‍सा है। मांगटीके को सुहगन होने की निशानी माना गया है। यह मांग टीका आपको कई आकार-प्रकार में मिल जाएगा। राजस्‍थानियों में इस बोड़ला कहा जाता है और गुजरातियों में मांग पट्टी। उत्‍तर भारत में इसे मांग बेंदी के नाम से जाना जाता है। पहले के समय में तो केवल एक पतले से सोने या चांदी के तार में एक बड़ी सी सिक्‍के नुमा बेंदी लटकी होती थी। मगर अब आपको यह लड़ों में नजर आ जाएगा। 

मांग टीके की बनावट 

मांग टीके की बनावट में भी पहले से काफी अंतर आ चुका है। पहले यह साधारण सा दिखता था, मगर अब आपको बाजार में यह भारीभरकम काम में मिल जाएगा। मोती, सोने, चांदी और कुंदन के अलावा, अब आपको मांग टीके में पन्‍ना, हरा, रूबी आदि भी दिख जाएंगे। आपको फुल पट्टी और हाफ् पट्टी में भी यह मांग टीका मिल जाएगा। अब तो इसे ट्रेडिशनल की जगह फैशन ज्‍वेलरी मी काउंट किया जाने लगा है। यदि डिजाइन की बात करें तो अब आपको इसमें कंटेम्‍प्रेरी और टेम्‍पल ज्‍वेलरी मिल जाएगी। 

इसे जरूर पढ़ें- Nath Designs: नथ के नए डिजाइंस देखें

maang tikka for ladies

मांग टीके का महत्‍व 

एक समय था जब नथ को सबसे ज्‍यादा ट्रेडिशनल माना जाता था और शादी-विवाह के अवसरों पर इसे पहने बिना रस्‍म को अधूरा माना जाता था। मगर अब आप देखेंगे कि नथ का फैशन लगभग आउट हो चुका ह और अब तो दुल्‍हनें बिना नथ के ही बेहद खूबसूरत नजर आती हैं, बस मांग टीके की डिजाइन बेहतरीन होनी चाहिए। अब तो मांग टीके को कई माहिलाएं माथे के संटर में पहनने की जगह पर पाशे की तरह या फिर अन्‍य तरह कसे सेंटिंग करके पहनती हैं। मगर शास्‍त्रों के मुताबिक यह तरीका सही नहीं है। 

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।