UGC New Guidelines: इस साल इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रहें छात्रो के लिए खुशखबरी है। अब वे नए तरीके से मास्टर्स डिग्री या पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स कर पाएंगे। अब तक छात्र दो साल का मास्टर प्रोग्राम करते थे, जो अब एक साल में ही पूरा किया जा सकेंगा। यही नहीं, ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से पढ़ने की सुविधा और विषय बदलने का विकल्प भी मिलेगा। यानी अब आसानी से मनचाहे तरीके से मास्टर डिग्री हासिल की जा सकती।
ग्रेजुएट स्टूडेंट्स के सामने दो विकल्प होता है कि वे पढ़ाई पुरी करें या फिर नौकरी पाने के लिए तैयारी करें, क्योंकि मास्टर की डिग्री किसी भी विषय में पढ़ रहे छात्रों को विशेष उपाधि देती है। इसके करने से छात्र शोध या उच्च शिक्षा में भी अपना करियर बना सकते हैं। इसलिए, अगर आप पढ़ाई कर रहे हैं तो समय की बचत के लिए अनुदान आयोग ने खास तौर पर आप जैसे मेधावी छात्रों के लिए ये सुविधा उपलब्ध कराई है।
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कौन कर सकता है एक साल का मास्टर प्रोग्राम?
आपको बता दें, अगले साल से, अगर छात्र चार-वर्षीय स्नातक कार्यक्रम (FYUP) चुनते हैं, तो वे केवल एक साल में मास्टर प्रोगम पूरा कर सकते हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) चार साल का ग्रेजुएशन पूरा करने वालों के लिए 2024 में एक साल का पीजी कार्यक्रम शुरू करने की योजना बना रहा है।
इस नए कार्यक्रम का लाभ केवल एफवाईयूपी पाठ्यक्रम करने वाले छात्रों को ही मिलेगा। तीन साल के स्नातक कार्यक्रम यानी UG करने वाले छात्रों को पहले की तरह दो साल के पीजी कार्यक्रम में ही प्रवेश लेना होगा।
एफवाईयूपी का लक्ष्य अमेरिकी जैसे वेस्टर्न एजुकेशनल सिस्टम के अनुरूप हायर एजुकेशन मॉडल को बैचलर और मास्टर के 3+2 से 4+1 में बदलना है। इस नए मॉडल के तहत, छात्र चार साल में ग्रेजुएशन की डिग्री के साथ-साथ एक साल में मास्टर की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।
क्या है एफवाईयूपी (FYUP) प्रोग्राम?
एफवाईयूपी के तहत, ग्रेजुएशन करने वाले छात्र चार साल के बाद यूजी सर्टिफिकेट, यूजी डिप्लोमा, ग्रेजुएशन डिग्री या ग्रेजुएशन डिग्री (ऑनर्स) के साथ बाहर निकल सकते हैं। यानी अगर छात्र एक साल में पढ़ाई छोड़ना चाहता है तो उसे एक साल की सर्टिफिकेट मिलेगी, दो साल तक करता है तो, डिप्लोमा उपाधि से नवाजा जाएगा।
अगर तीन साल तक पढ़ाई करता है तो उसे ग्रेजुएशन की डिग्री दी जाएगी। वहीं, चार साल पूरा करने वाले छात्रों को (ऑनर्स) उपाधि के साथ ग्रेजुएशन डिग्री दी जाएगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने एफवाईयूपी को देशभर के 150 विश्वविद्यालयों में लागू किया गया है, अगले सत्र में 300 से अधिक विश्वविद्यालयों में इसे पेश करने की उम्मीद जताई है।
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एफवाईयूपी (FYUP) प्रोग्राम करने से कैसे मिलेगा फायदा?
- पढ़ाई कर रहे, छात्रों को ग्रेजुएशन लेवल पर ही अनुसंधान (Research) करने का अनुभव मिलेगा, जिससे किसी भी छात्र के लिए नौकरी के साथ साथ शोध के क्षेत्र में भी मदद मिल सकता है।
- पढ़ाई के साथ साथ नौकरी की तैयारी करने वाले छात्रों को रोजगार हासिल करने में प्रतिस्पर्धी बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- इस कार्यक्रम से छात्रों को प्रशिक्षण के आधार पर शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में सुधार मिलेगा।
हालांकि, इस नए कार्यक्रम की कुछ संभावित चुनौतियां भी हैं, जैसे एडवांस प्रोग्राम के लिए एक्स्ट्रा फीस का लग सकता है, और विश्वविद्यालयों को इस कार्यक्रम को प्रभावी तौर पर लागू करने में प्रशिक्षण के लिए सभी जरूरत के संसाधनों को उपलब्ध कराना होगा।
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