Engineering After 10th: ज्यादातर स्टूडेंट्स अपने करियर को लेकर काफी चिंतित रहते हैं और आज के समय में तो 10वीं बोर्ड परीक्षा के बाद से ही लोग करियर को लेकर सीरियस हो जाते हैं। आगे की पढ़ाई किस डॉक्टर, इंजीनियर या अकाउंटेंट आदि किस फिल्ड में किया जाए तो बेहतर होगा इसके बारे में अच्छे सोचने के बाद ही स्टूडेंट अपनी स्ट्रीम को चुनते हैं। ऐसे में, अगर आप 10 वीं के बाद इंजीनियरिंग करना चाहते हैं और आपके मन में इसको लेकर कई सारे सवाल हैं, तो आप यहां से आइडिया ले सकते हैं।
असल में भारत में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बहुत ऑप्शन हैं, पर 10वीं के अगर इंजीनियरिंग करने की सोच रहे हैं, तो आप क्या कर सकते हैं, आज हम आर्टिकल में इसी के बारे में बताने वाले हैं।
10वीं के बाद इस कोर्स से बन सकते हैं जूनियर इंजीनियर
देश के हर राज्य में कई सरकारी और प्राइवेट पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट हैं, जहां से 3 साल की पढ़ाई करके यानी पॉलिटेक्निक कोर्स करके आप सीधे सरकारी दफ्तर में Junior Engineer की नौकरी पा सकते हैं। यही नहीं, देश की नामी कंपनियां भी पॉलिटेक्निक पास युवाओं को हायर करती हैं।
कैसा होता है पॉलिटेक्निक कोर्स?
पॉलिटेक्निक में आपको लगभग वही सब पढ़ना होता है, जो बीटेक में होता है। इसके कॉलेज हर राज्य में आपको मिल जाएंगे। इस कोर्स को करने के बाद योग्य अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरियों में सीधे जूनियर इंजीनियर बनने के अवसर मिलते हैं। इसी वजह से सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल आदि में ज्यादातर युवा एडमिशन लेते हैं। कई राज्यों में तो जूनियर इंजीनियर बनने की योग्यता भी पॉलिटेक्निक ही होती है। इस स्ट्रीम में भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, और कभी-कभी कंप्यूटर विज्ञान जैसे विषय शामिल होते हैं।
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पॉलिटेक्निक में कैसे ले सकते हैं एडमिशन?
पॉलिटेक्निक के किसी भी कोर्स में एडमिशन के लिए राज्य प्रवेश परीक्षाएं कराते हैं। यानी इस कोर्स में दाखिले के लिए, राज्य की प्रवेश परीक्षा में आपको पास होना होगा। यह आमतौर पर जनवरी-फरवरी में फॉर्म भरे जाते हैं और अप्रैल-मई में एग्जाम होते हैं। ऐसे में, जो स्टूडेंट 10वीं का एग्जाम देने जा रहे हैं या 10वीं पास हो चुके होते हैं, वे प्रवेश के लिए फॉर्म भर सकते हैं। सिर्फ परीक्षा देने से काम नहीं चलता है। इसके लिए प्रवेश परीक्षा में अच्छा स्कोर करने के बाद मेरिट लिस्ट में आना भी जरूरी होता है। यह स्टूडेंट की संख्या और उनके द्वारा लाए गए मार्क्स के आधार पर तय किया जाता है।
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Image credit- Herzindagi
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