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what is the scope of research in ayurveda

आयुर्वेद में पीएचडी करने के बाद आप चुन सकते हैं ये करियर ऑप्शन

आयुर्वेद की तरफ लोगों का रुझान फिर से काफी बढ़ने लगा है। अगर आपने आयुर्वेद में पीएचडी की है तो आप कई करियर ऑप्शन को एक्सप्लोर कर सकते हैं। 
Editorial
Updated:- 2024-02-04, 08:00 IST

आयुर्वेद के क्षेत्र में अब लोगों की रुचि काफी बढ़ने लगी है। भारत में आयुर्वेद पद्धति का इतिहास बहुत पुराना है। यह आपको प्रकृति से जोड़ता है। अब लोग इसकी गहन जानकारी हासिल करने के लिए आयुर्वेद में पीएचडी करते हैं। इसमें आपको ट्रेडिशनल हीलिंग प्रैक्टिस से लेकर मॉडर्न रिसर्च तरीकों के बारे में बताया जाता है। जब आपको इन दोनों की गहरी समझ हो जाती है तो आप हेल्थकेयर से लेकर रिसर्च व एजुकेशन की फील्ड में अपना भविष्य देख सकते हैं।

आज के समय में आयुर्वेद इंडस्ट्री को पूरी दुनिया में एक अलग पहचान मिली है। अब लोग ट्रेडिशनल तरीके से हील होने को अधिक प्राथमिकता देते हैं। ऐसे में आप खुद के लिए एक अलग अवसर तलाश सकते हैं। अगर आपने आयुर्वेद के क्षेत्र में पीएचडी की है तो आपके पास करियर ऑप्शन की कोई कमी नहीं है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि आयुर्वेद में पीएचडी करने के बाद आप कहां-कहां करियर के अवसर तलाश सकते हैं-

एकेडमिक रिसर्च एंड ट्रेनिंग

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अगर आपने आयुर्वेद में पीएचडी की है और आप अपना भविष्य टीचिंग या एकेडमी के क्षेत्र में देख रहे हैं तो आप आसानी से अपना कदम आगे बढ़ा सकते हैं। आप अपनी जानकारी और रिसर्च स्किल्स के आधार पर आने वाली पीढ़ी का मार्गदर्शन कर सकते हैं। आप चाहें तो बतौर प्रोफेसर भी आयुर्वेद के प्रैक्टिशनर को पढ़ा सकते हैं। जिससे वे भी अपना भविष्य बना सके और लोगों की सेवा कर सकें।

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क्लिनिकल प्रैक्टिशनर

आयुर्वेद में पीएचडी करने के बाद आप बतौर क्लिनिकल प्रैक्टिशनर भी अपना करियर शुरू कर सकते हैं। आप लोगों को आयुर्वेदिक कंसल्टेशन या थेरेपी की मदद से ठीक कर सकते हैं। यह पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है कि आप खुद से प्रैक्टिस करना चाहते हैं या फिर पहले से ही स्थापित किसी हेल्थकेयर फैसिलिटी को ज्वॉइन करना चाहते हैं।

शुरू करें बिजनेस

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अगर आप अपना खुद का कुछ करना चाहते हैं तो ऐसे में बिजनेस स्टार्ट करने पर भी विचार किया जा सकता है। मसलन, आप खुद का आयुर्वेदिक वेलनेस सेंटर शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा, हर्बल प्रोडक्ट लाइन या फिर कंसल्टेंसी फर्म भी शुरू की जा सकती है। इस तरह आप कुछ ही सालों में अपनी एक अलग आइडेंटिटी बनाने में सफल हो पाएंगे।

करें राइटिंग

आयुर्वेद में पीएचडी करने के बाद आप अपना ज्ञान दूसरों के साथ साझा कर सकते हैं और ऐसे में लेखन के क्षेत्र में भी हाथ आजमा सकते हैं। आप किताबें लिखने से लेकर आर्टिकल आदि लिख सकते हैं। इतना ही नहीं, आप चाहें तो सोशल मीडिया और ब्लॉग्स की मदद से आयुर्वेद से जुड़े कॉन्सेप्ट व ज्ञान लोगों के साथ शेयर कर सकते हैं।

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कंसल्टेंट और एडवाइजर

अगर आपने आयुर्वेद में पीएचडी की डिग्री हासिल की है तो आप बतौर आयुर्वेदिक कंसल्टेंट या एडवाइजर के रूप में अपना करियर देख सकते हैं। आप विभिन्न हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट से लेकर वेलनेस सेंटर यहां तक कि कॉरपोरेट्स के लिए भी काम कर सकते हैं। बतौर एडवाइजर आप लोगों को न्यूट्रिशन व लाइफस्टाइल को बेहतर बनाने के लिए जानकारी दे सकते हैं।

 

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Image Credit- freepik

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