कड़ा प्रसाद सेहत के लिए है बेहतरीन, रुजुता दिवेकर से जानिए इसके फायदे

अगर कड़ा प्रसाद को आप हैवी और वजन बढ़ाने वाला समझकर नहीं खातीं तो रुजुता दिवेकर से जानिए इसके जबरदस्त फायदे। 

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सिख धर्म को मानने वालों के साथ-साथ अन्य संप्रदायों के लोग भी बड़ी संख्या में गुरुद्वारे आते हैं। गुरुद्वारे जाने पर माथा टेकने के बाद मिलने वाला कड़ा प्रसाद का स्वाद बेहतरीन होता है। बच्चों से लेकर बड़े लोगों तक हर कोई इसका स्वाद पसंद करता है। यह प्रसाद पौष्टिक और एनर्जी देने वाला होता है। गुरुद्वारे पहुंचने वाले सभी लोग पूरी श्रद्धा के साथ इस प्रसाद को ग्रहण करते हैं। लेकिन आजकल लोगों में खान-पान को लेकर कई तरह की धारणाएं प्रचलित हैं, जिनमें ग्लूटन फ्री, लो फैट और बिना शुगर वाली डाइट लेने के लिए इंस्पायर किया जाता है। सेलेब्रिटी न्यूट्रीशनिस्ट रुजुता दिवेकर, जिनकी इंस्पिरेशन से करीना कपूर वेट लॉस में कामयाब रहीं, ने ऐसे ही मिथ्स को दरकिनार करते हुए अपनी एक पोस्ट लिखी, जिसमें उन्होंने बताया कि ग्लूटन फ्री, लो फैट और बिना शुगर वाली डाइट लेने के क्या नतीजे हो सकते हैं। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

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Kada Prasad on #GuruPurab – If we go by the food and weight loss industry, Kada Prasad shouldn’t exist. At various points in your life you must have come across the gluten-free, dairy-free, low-fat and sugar is poison trends. The food industry was always ready with alternatives though, profits over people is their motto after all. But Kada Prasad is still here and will continue to always be. Just like Guru Nanak and the essence of his teachings – staying strong and true to your beliefs against all odds and leading a label-free life. Science as usual has come around, it may be a few steps behind common sense and time tested wisdom, but it always catches up. This is what we know in 2019 - - going gluten-free led to increased risk to chronic inflammation, type-2 Diabetes along with obesity (diabesity), the exact same conditions for which you avoided it in the first place. - avoiding ghee led to an epidemic of Vitamin D deficiency amongst many other issues. - avoiding sugar made from cane led to increased consumption of artificial sweeteners and the associated illnesses. Hopefully, we will listen to our inner voice, give up looking for health in packets, hashtags and labels and embrace a life of eating and cooking according to the region, season and tradition. #GuruNanakJayanti #Kadaprasad

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गलत धारणाओं के शिकार हो रहे हैं लोग

रुजुता दिवेकर ने कहा, 'फूड इंडस्ट्री में हमेशा विकल्प उपलब्ध रहते हैं। लेकिन अभी भी कड़ा प्रसाद प्रचलित है और आगे भी चलता रहेगा। गुरुनानक जी ने कहा है, 'मजबूत रहना चाहिए और मुश्किलें आने के बावजूद अपने सिद्धांतों पर अटल रहना चाहिए। आजकल लोग साइंस पर यकीन करते हैं। साल 2019 में हम जानते हैं कि ग्लूटन फ्री डाइट लेने से क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन, मोटापा और उसके साथ टाइप 2 डायबिटीज जैसी बीमारियां बढ़ सकती हैं। इसी तरह घी अपनी डाइट में नहीं लेने से अन्य समस्याओं के साथ शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है। अगर गन्ने से बनी चीनी लेना बंद कर दिया जाए तो आर्टिफिशयल स्वीटनर्स की मात्रा ज्यादा लेने से अन्य समस्याएं बढ़ सकती हैं।'

रुजुता ने आगे लिखा, 'उम्मीद करती हूं कि हम अपने भीतर की आवाज सुनेंगे, पैकेट वाली चीजों में सेहत खोजना बंद करेंगे और क्षेत्र, सीजन और ट्रडीशन के हिसाब से खानपान अपनाएंगे।'

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स्वाद और सेहत से भरा है कड़ा प्रसाद

गुरुद्वारे में तैयार होने वाला कड़ा प्रसाद साफ-सफाई के साथ तैयार किया जाता है। इसमें आटा, चीनी और शुद्ध घी का इस्तेमाल किया जाता है। कड़ा प्रसाद बहुत बड़ी मात्रा में तैयार किया जाता है और गुरुद्वारे में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को यह प्रसाद दिया जाता है। खासतौर पर सिखों के पर्व गुरुपूरब पर इसका विशेष महत्व होता है। यह प्रसाद कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर, फैट और प्रोटीन से भरपूर होता है।

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कड़ा प्रसाद के तत्व हैं ऊर्जा से भरपूर

अगर आटे की बात करें तो यह हमारी रोजमर्रा की डाइट में शामिल होता है। वहीं घी को अपनी डाइट में शामिल करने के फायदे ज्यादातर महिलाएं जानती हैं। घी फैटी एसिड्स से भरपूर होता है और यह एनर्जी लेवल बनाए रखने में मदद करता है। माना जाता है कि घी डाइट में शामिल करने से दिमाग स्वस्थ रहता है और शरीर का लचीलापन बरकरार रहता है। इससे हमारे ज्वाइंट्स और कनेक्टिव टिशुज में लुब्रिकेशन बना रहता है। चीनी की बात करें तो इसे लेकर लोगों के मन में बहुत तरह की गलतफहमियां हैं। खासतौर पर जिन लोगों को डायबिटीज है, उन्हें लगता है कि जरा सी भी चीनी ले लेने पर उन्हें नुकसान पहुंच सकता है। जबकि डायबिटीज पर स्टडी कर रहे विश्व स्वास्थ्य संगठन और दूसरे वैश्विक संगठन कह चुके हैं कि 6-9 चम्मच तक चीनी कोई भी इंसान ले सकता है।'

शुगर लेने में रहें सजग

रुजुता का सुझाव है कि शुगर फ्री कॉफी और चाय ना लेने के बजाय ऐसी चीजों से दूर रहने की जरूरत है, जिनमें चीनी सीधे तौर पर पता नहीं चलती, जैसे कि अनाज, बिस्कुट और जूस आदि। इन बातों से साफ है कि कड़ा प्रसाद खाने से किसी भी महिला को वजन बढ़ने या शरीर को कोई औैर नुकसान होने की चिंता करने की कतई जरूरत नहीं है। यानी कड़ा प्रसाद स्वाद और सेहत दोनों का खजाना है।

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