केसर एक ऐसा मसाला है, जिसे हम सभी सालों से अपनी किचन का हिस्सा बनाते आ रहे हैं। अक्सर खाने की रंगत और स्वाद को बेहतर बनाने के लिए केसर का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि इसका पॉजिटिव असर मेंटल हेल्थ पर भी पड़ता है। मसलन, अगर आपको अक्सर उदास या तनावग्रस्त महसूस होता है तो ऐसे में केसर का सेवन करने से यकीनन आपको फायदा होगा। यह नेचुरल तरीके से मूड को बूस्ट करने में मददगार साबित हो सकता है।
दरअसल, इससे हैप्पी हार्मोन मसलन सेरोटोनिन को बढ़ाने और तनाव के स्तर को कम करने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं, यह स्लीप पैटर्न को भी इंप्रूव करता है और थकान से लड़ता है, जिससे आपको यकीनन काफी फायदा मिलता है। इसके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डाइटीशियन रितु पुरी आपको बता रही हैं कि केसर मूड को बूस्ट करने में किस तरह मददगार साबित हो सकता है-
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तनाव होता है कम
केसर के सेवन का एक फायदा यह है कि इससे तनाव को कम करने में मदद मिलती है। दरअसल, कुछ अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि केसर में कुछ दवाओं के समान ही एंटी-एंग्जाइटी और एंटी-डिप्रेसेंट इफेक्ट होते हैं। हालांकि, दवाओं की तरह इसके साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिलते। ऐसे में तनाव को नेचुरली कम करने के लिए केसर का सेवन किया जा सकता है। इतना ही नहीं, यह तनाव हार्मोन यानी कोर्टिसोल को कंट्रोल करने भी मदद करता है, जिससे मूड स्विंग्स को मैनेज किया जा सकता है।
स्लीप क्वालिटी होती है इंप्रूव
अगर आपको बार-बार मूड स्विंग्स होते हैं, तो इसकी एक वजह नींद की कमी भी हो सकती है। जब आप रात में अच्छी और गहरी नींद नहीं लेते हैं तो इससे आपको अंदर ही अंदर चिड़चिड़ेपन का अहसास होता है। लेकिन केसर नर्व्स सिस्टम को शांत करके और मेलाटोनिन के स्तर को बढ़ाकर आपको अच्छी नींद दिलाने में मदद कर सकता है। इसके लिए आप रात को सोने से पहले केसर का दूध पीने की आदत डालें।
फील-गुड केमिकल्स को बढ़ाए
केसर के सेवन से आपके शरीर में फील गुड केमिकल्स में इजाफा होता है, जिससे आपका मूड खुद ब खुद अच्छा होने लगता है। दरअसल, केसर में क्रोसिन, क्रोसेटिन और सफ्रानल जैसे बायोएक्टिव कंपाउंड होते हैं, जो दिमाग में सेरोटोनिन और डोपामाइन के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं। ये वही न्यूरोट्रांसमीटर हैं जो आपको खुश और तनावमुक्त महसूस कराते हैं। अगर सेरोटोनिन का लेवल कम होता है तो इससे आपको उदासी, तनाव, चिंता या डिप्रेशन की शिकायत हो सकती है।
एक्सपर्ट की राय

ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को करे मैनेज
शरीर में फ्री रेडिकल्स की वजह से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ने लगता है, जिसकी वजह से आपको थकान, चिड़चिड़ापन और यहां तक कि डिप्रेशन भी हो सकता है। ऐसे में केसर को डाइट में शामिल करना अच्छा विचार हो सकता है। केसर में मौजूद हाई एंटीऑक्सीडेंट ब्रेन सेल्स को डैमेज होने से बचाते हैं, जिससे आपका मूड अधिक स्टेबल रहता है।
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