हार्मोन को नेचुरली बैलेंस करने में मदद कर सकती है ब्रोकली, इस तरह खाएं

हार्मोनल इंबैलेंस आजकल के दौर में आम समस्या हो गई है। हर दसरी महिला इससे पीड़ित है। ऐसे में आप इसे बैलेंस करने के लिए एक खास तरह की गोभी का सेवन कर सकती है। जी हां, ब्रोकली का सेवन आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2025-03-10, 16:24 IST
image

खराब लाइफस्टाइल और खराब जीवनशैली के चलते आजकल हार्मोनल असंतुलन एक आम समस्या बन गई है। महिलाओं में हार्मोनल विकार के चलते अनियमित पीरियड्स, पीसीओएस, थायराइड, मोटापा, फर्टिलिटी से जुड़ी दिक्कतें होती हैं। हार्मोनल विकार को ठीक करने के लिए लोग दवाओं का सहारा लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं, कि कुछ सुपरफूड्स आपकी हार्मोनल हेल्थ को नेचुरली बैलेंस करने में मदद कर सकते हैं। इस बारे में हेल्थ एक्सपर्ट लवनीत बत्रा ने जानकारी साझा की है।

हार्मोन को नेचुरली बैलेंस करने में मदद कर सकती है ब्रोकली

View this post on Instagram

A post shared by Lovneet Batra (@lovneetb)

एक्सपर्ट के मुताबिक ब्रोकली एक ऐसा सुपर फूड है, जो आपके हार्मोन को संतुलित करने में मदद करता है। यह एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन को बैलेंस करता है। यह अच्छे एस्ट्रोजन को बढ़ाता है और खराब एस्ट्रोजन को शरीर से निकालता है। इसमें इंडोल-3- कार्बिनोल और डाइंडोलिन मिथेन जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो हार्मोन को नेचुरल रूप से नियंत्रित करते हैं। ये तत्व फाइब्रॉइड, पीसीओएस और एस्ट्रोजन-डॉमिनेंट कैंसर जैसे ब्रेस्ट कैंसर, ओवेरियन कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं।

ब्रोकली में सल्फोराफेन नामक एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो शरीर से अतिरिक्त हार्मोन और टॉक्सिन निकालने में मदद करता है। हार्मोनल संतुलन बनाए रखने के लिए शरीर का डिटॉक्सीफिकेशन बहुत जरूरी है।

ब्रोकली में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो पाचन को दुरुस्त करता है। फाइबर अतिरिक्त एस्ट्रोजन को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। यह पीरियड्स की अनियमितता और पीसीओएस के लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकता है।

यह भी पढ़ें-भांग पीने के नुकसान तो पता होंगे, लेकिन इसे पीने के ये 5 फायदे क्या जानते हैं आप?

broccoli  FOR HORMONES

क्रुसिफेरस सब्जियां जैसे ब्रोकोली एस्ट्रोजन मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती है और शरीर से सूजन को कम करती हैं। इससे पीरियड रेगुलर और दर्द रहित हो सकते हैं। यह एंडोमेट्रियोसिस के लक्षणों को कम करने में भी सहायक साबित हो सकता है।

यह भी पढ़ें-जोड़ों के दर्द के लिए रामबाण है मेथीदाना, इन तरीकों से करता है काम

अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है,तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है,तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हर जिंदगी से।

Image Credit:Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP