PCOD के लक्षणों को मैनेज कर सकते हैं ये 4 मसाले, जानें डाइट में शामिल करने का सही तरीका और समय

PCOD के लक्षणों को मैनेज करने के लिए दवाइयों के साथ, किचेन में मौजूद कई मसाले, आयुर्वेदिक हर्ब्स, लाइफस्टाइल के बदलाव और योगासन शामिल हैं। इसके साथ ही, पूरी नींद लेना और स्ट्रेस से दूर रहना भी जरूरी है।  
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PCOD Home Remedies: PCOD यानी पॉलिसिस्टिक ओवरी डिजीज की समस्या आजकल महिलाओं में तेजी से बढ़ती जा रही है। इसकी वजह से केवल महिलाओं की फर्टिलिटी और पीरियड्स ही नहीं, बल्कि पूरा स्वास्थ्य प्रभावित होता है। PCOD के कारण महिलाओं के हार्मोन्‍स इंबैलेंस हो जाते हैं। PCOD और PCOS की दिक्कत सबसे ज्यादा महिलाओं की फर्टाइल एज में उन्हें परेशान करती है। इसकी वजह से कंसीव करना भी मुश्किल हो जाता है।

इस हेल्थ कंडीशन में ओवरीज में लिक्विड से भरे कई छोटे सिस्ट (पॉलीसिस्ट) हो जाते हैं। यह समस्या सिर्फ अनियमित पीरियड्स का कारण ही नहीं बनती है बल्कि इसके कारण, महिलाओं की मेंटल, फिजिकल और सेक्शुअल हेल्थ भी प्रभावित होती है। इसके कारण, वजन बढ़ने लगता है और लुक्स पर भी असर होता है। इसके लक्षणों को मैनेज करने के लिए, सही डाइट और दवाइयों के साथ, कई घरेलू नुस्खे भी कारगर हैं। हमारे किचेन में मौजूद कई मसाले इसके लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। इस बारे में डाइटिशियन मनप्रीत जानकारी दे रही हैं। मनप्रीत ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।

दालचीनी

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PCOD के लक्षणों को मैनेज करने में दालचीनी मदद कर सकती है। यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करती है और हार्मोन्स के सीक्रेशन को बढ़ावा देती है। इससे पीरियड साइकिल बैलेंस होती है और वजन भी कम होता है। यह डायबिटीज के खतरे को भी कम करती है। आप रात को सोते समय इसकी चाय का सेवन कर सकती हैं।

मेथी दाना

यह मसाला भी इस हेल्थ कंडीशन में काफी फायदेमंद है। आप रोज सुबह कुछ नट्स के साथ मेथी के पानी का सेवन कर सकती हैं। ये इंसुलिन सेंसिटिविटी को सुधारते हैं और ग्लूकोज लेवल को मैनेज करने में मदद करते हैं। इससे वेट लॉस भी आसानी से होता है और पीरियड्स रेगुलर होते हैं।

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हल्दी

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PCOD के लक्षणों को कंट्रोल करने में हल्दी भी मदद कर सकती है। इससे वजन कम होता है, हार्मोन्स बैलेंस होते हैं और शरीर में मौजूद किसी तरह का इंफ्लेमेशन कम होता है। इसमें मौजूद कर्क्यूमिन एग क्वालिटी को सुधारने में भी मदद कर सकता है। आप अदरक और हल्दी का पानी दिन में एक बार पी सकती हैं।

काली मिर्च

काली मिर्च में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं। ये एक्स्ट्रा फैट को कम करने में मदद करती है। इससे इंसुलिन सेंसिटिविटी में भी सुधार होता है और डाइजेशन भी बेहतर होता है। इससे ओवरी की सूजन भी कम होती है। आप शहद के साथ काली मिर्च का सेवन कर सकती हैं।

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PCOD के लक्षणों को मैनेज करने में कई हर्ब्स, मसाले और घरेलू नुस्खे कारगर हैं। हालांकि, इनके इस्तेमाल से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit:Freepik, Shutterstock

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