आजकल कई महिलाएं तनाव, गलत खानपान, खराब लाइफस्टाइल और हार्मोनल इंबैलेंस के कारण इर्रेगुलर पीरियड्स का सामना कर रही हैं। पीरियड्स के इर्रेगुलर होने से अन्य कई शारीरिक और मानसिक समस्याएं परेशान करने लगती हैं। इसलिए, पीरियड्स को रेगुलर करने के लिए आप योगासन की मदद ले सकती हैं। इन योगासनों को रोजाना सिर्फ 2 मिनट करने से आपको 1 महीने में ही फर्क महसूस होगा।
आज इस आर्टिकल में हम आपको पीरियड्स को रेगुलर करने वाले कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताने जा रहे हैं। इन योगासनों के बारे में हमें हेल्थ और वेलनेस कोच महक खन्ना बता रही हैं। इनके बारे में जानने से पहले हम इर्रेगुलर पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं के बारे में जान लेते हैं।
एक्सपर्ट का कहना है, ''आमतौर पर, मेंस्ट्रुअल साइकिल 28 दिनों की होती है, लेकिन यह 21 दिनों से लेकर 35 दिनों तक हो सकती है। अगर आपको 35 दिनों से ज्यादा समय तक पीरियड्स नहीं हुए हैं, तो आपके पीरियड्स इर्रेगुलर हैं। कभी-कभी ऐसा होना नॉर्मल माना जाता है, लेकिन ऐसा बार-बार होता है, तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।''
इर्रेगुलर पीरियड्स (Irregular Periods)से जुड़ी समस्याएं
- गर्भधारण में मुश्किल
- हार्मोनल असंतुलन
- चिंता, तनाव और डिप्रेशन का कारण
- थकान, सिरदर्द और पेट दर्द जैसी समस्याएं
- पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) की समस्या
- मेनोपॉज में समस्याएं
- हड्डियों में कमजोरी
- वजन का बढ़ना या कम होना
पीरियड्स को रेगुलर करने के लिएमालासन
- इसे करने के लिए सीधी खड़ी हो जाएं।
- पैरों को कंधे की चौड़ाई में खोलें।
- धीरे-धीरे घुटनों को मोड़कर नीचे की ओर बैठें।
- पैरों को थोड़ा बाहर की ओर फैलाएं।
- हाथों को सामने चेस्ट के पास रखें।
- रीढ़ को सीधा रखें।
- इस मुद्रा में 20-30 सेकंड तक रहें।
- धीरे-धीरे अपने घुटनों को सीधा करें।
- पहली पोजिशन में वापस आ जाएं।
- इस योगासन को 10 सेकंड के लिए करना होगा।
पीरियड्स को रेगुलर करने के लिए चक्की चलनासन
- पैरों को आगे की ओर वी शेप में फैलाकर बैठ जाएं।
- रीढ़ की हड्डी को सीधा और हाथों को जमीन पर सीधा रखें।
- उंगलियों को आपस में फंसाकर दोनों हाथों को सामने की ओर लेकर जाएं।
- अब जैसे चक्की गोल-गोल घूमते हैं, वैसे ही हाथ को बाएं से दाएं ओर लेकर जाएं।
- अब इस क्रिया को दूसरी ओर से दोहराएं।
- इसे 10 बार जरूर करें।
पीरियड्स को रेगुलर करने के लिए जानुशीर्षासन
- मैट पर बैठें और पैरों को थोड़ा अलग करके सामने की ओर फैलाएं।
- बाएं घुटने को मोड़ें और बाएं पैर को दाईं थाई के करीब लाएं।
- अब दाएं पैर को फैलाकर रखें।
- सांस लें और हाथों को ऊपर की ओर उठाएं।
- दाएं पैर को दोनों हाथों से पकड़ें।
- इस पोजिशन में शरीर को ऐसे नीचे करें कि पेट थाई और चिन या माथा घुटने को छुए।
- इसे 10 सेकंड के लिए करें।
पीरियड्स को रेगुलर करने के लिए पार्श्व जानुशीर्षासन
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- पैरों को फैलाकर मैट पर बैठ जाएं।
- बाएं घुटने को मोड़ें और पैर के तलवे को दाईं जांघ पर अंदर की ओर रखें।
- शरीर का वजन दाएं पैर पर डालें और धीरे-धीरे आगे झुकें।
- हाथों को आगे फैलाएं और सिर को दाएं घुटने के करीब लाएं।
- दाएं पैर के पंजे को दोनों हथेलियों से पकड़ें।
- इस मुद्रा में गहरी सांसें लें।
- सांस अंदर लेते हुए और हाथों को ऊपर उठाते हुए मुद्रा से बाहर आ जाएं।
- अंत में, दोनों पैरों को सीधा करें।
- दूसरी तरफ से भी दोहराएं।
- इसे 10 सेकंड के लिए करें।
पीरियड्स को रेगुलर करने के लिए बालासन वाइड लेग
- पैरों को खोलकर मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं।
- सांस लेते हुए बाजुओं को आगे फैलाएं।
- सिर को जांघों के बीच झुकाएं।
- कंधे आपके कूल्हे पर होने चाहिए।
- अब सिर से जमीन को छूने की कोशिश करें।
- हाथों को जमीन पर टिका दें।
- इसे 1 मिनट के लिए करें।
योगासन पीरियड्स को रेगुलर कैसे करते हैं?
तनाव होता है कम
तनाव का बुरा असर मन पर ही नहीं, बल्कि शरीर पर भी होता है। इसका असर हार्मोन लेवल पर भी पड़ता है, जिससे मेंस्ट्रुअल साइकिल में गड़बड़ी पैदा हो सकती है और महिलाओं के पीरियड्स समय पर नहीं होते हैं। रोजाना योगासन करके आप तनाव को कम कर सकती हैं।
हार्मोंस होते हैं बैलेंस
इनमें से कुछ योग मुद्राएं एंडोक्राइन सिस्टम को उत्तेजित करती हैं, जिससे हार्मोन के प्रोडक्शन और बैंलेस में मदद मिलती है। इसमें ब्रिज पोज, कोबरा पोज और सीटेड फ़ॉरवर्ड बेंड जैसे सपोर्टेड आसन फायदेमंद हो सकते हैं।
ब्लड सर्कुलेशन होता है बेहतर
योगासन में अक्सर ऐसे मूवमेंट और पोज शामिल होते हैं, जो पेल्विक एरिया में ब्लड फ्लो को बेहतर करते हैं। इससे रिप्रोडक्टिव हेल्थ अच्छी रहती है और पीरियड्स समय पर होते हैं।
पेल्विक फ़्लोर की मसल्स होती हैं मजबूत
चेयर पोज और गॉडेस पोज जैसे योग आसन पेल्विक फ़्लोर की मसल्स को एक्टिव करते हैं। इससे ये मसल्स मजबूत होती हैं, अच्छी तरह से काम करती हैं और रिप्रोडक्टिव हेल्थ को सपोर्ट करती हैं।
इसे भी पढ़ें: क्या आपको सही समय पर नहीं आते पीरियड्स? तो अपनाएं ये 5 टिप्स
योगासन के साथ-साथ लाइफस्टाइल से जुड़े कई बदलाव जैसे बैलेंस डाइट, पर्याप्त पानी, भरपूर नींद आदि को अपने रूटीन में शामिल करें। इससे न सिर्फ आपके पीरियड्स रेगुलर होंगे, बल्कि हेल्थ भी सही रहेगी।
आप भी इन योगासन को करके पीरियड्स को रेगुलर कर सकती हैं। अगर आपको हेल्थ से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit: Shutterstock
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