herzindagi
natural home remedies for irregular periods

समय पर नहीं आते हैं पीरियड्स? पिएं यह डिटॉक्स वॉटर

पीरियड्स का सही समय पर आना बहुत जरूरी है। पीरियड्स का अनियमित होना, हार्मोनल इंबैलेंस का संकेत हो सकता है। इसे मैनेज करने के लिए एक्सपर्ट का बताया डिटॉक्स वॉटर पिएं। <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2023-08-11, 14:06 IST

महिलाओं की सेहत के लिए पीरियड्स का समय पर होना जरूरी है। पीरियड्स का अनियमित होना, हार्मोनल इंबैलेंस का संकेत हो सकता है। थायरॉइड, पीसीओडी या फिर अन्य कई हेल्थ कंडीशन्स की वजह से भी पीरियड्स समय पर नहीं होते हैं। इसके अलावा खान-पान सही न होना, शरीर में खून की कमी होना, स्ट्रेस अधिक लेना भी पीरियड साइकिल पर असर डालता है। सही पीरियड साइकिल 28 दिनों का होता है, जिसमें 29वें दिन पीरियड्स आ जाने चाहिए। 1-2 दिन का डिले होना सामान्य है। लेकिन अगर पीरियड्स में इससे भी ज्यादा डिले हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। पीरियड्स को नियमित करने में कई घरेलू नुस्खे कारगर हैं। यहां हम आपको एक ऐसी ही ड्रिंक के बारे में बता रहे हैं, जो पीरियड्स को मैनेज करने में मदद कर सकती हैं। इसके बारे में डाइटिशियन मनप्रीत जानकारी दे रही हैं। मनप्रीत ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स की है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।

पीरियड्स को नियमित करने के लिए चेस्ट बेरी डिटॉक्स वॉटर

how to get periods on time

  • चेस्ट बेरी डिटॉक्स वॉटर पीरियड्स को नियमित करने में सहायक है।
  • महिलाओं में अनियमित पीरियड्स की समस्या को दूर कर मेंस्ट्रुअल साइकिल को सही करने में यह मदद कर सकता है।
  • पीरियड्स के अनियमित होने का मुख्य कारण ओव्युलेशन और मेंस्ट्रुअल साइकिल को मैनेज करने वाले हार्मोन्स में कमी है।
  • यह डिटॉक्स वॉटर, इन हार्मोन्स के सीक्रेशन को नियमित करता है।
  • ब्रेन में डोपामाइन एक्टिविटी पर असर डालता है।
  • डोपामाइन बढ़ने से प्रोलैक्टिन हार्मोन के स्त्राव में कमी आती है।
  • प्रोलैक्टिन हार्मोन बढ़ने से महिलाओं के पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं।
  • रिप्रोडक्टिव हार्मोन्स को बैलेंस करने में सहायता करता है।
  • दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट प्रापर्टीज पाई जाती हैं।
  • यह पीरियड्स को नियमित करने और इस दौरान होने वाले दर्द को कम करती है।
  • बेसिल सीड्स विटामिन्स, मिनरल्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर होते हैं।
  • हार्मोन्स साइकिल और पीरियड्स को मैनेज करने में मदद करते हैं।
  • जिन महिलाओं का पीरियड साइकिल सही नहीं है, उन्हें इस डिटॉक्स वॉटर का सेवन जरूर करना चाहिए।

यह भी पढ़ें- शरीर में गर्मी बढ़ने पर हो सकते हैं हैवी पीरियड्स, इन नुस्खों से मिलेगा आराम

चेस्ट बेरी डिटॉक्स वॉटर कैसे बनाएं?

chest berry water to manage irregular periods

सामग्री

  • चेस्ट बेरी- 1 टी बैग या 1 टीस्पून
  • पानी-1 लीटर
  • बेसिल सीड्स भीगे हुए- 1 टीस्पून
  • दालचीनी- 1 चुटकी

विधि

  • सभी चीजों को 1 लीटर पानी में मिलाएं।
  • लगभग आधे घंटे के लिए इसे छोड़ दें।
  • आपका डिटॉक्स वॉटर तैयार है।

यह भी पढ़ें- पीरियड्स के दौरान क्यों होती है मीठा खाने की क्रेविंग? इन उपायों से करें कम

 

अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit:Freepik

 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

FAQ
पीरियड्स के irregular होने के क्या कारण हो सकते हैं?
शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस, स्ट्रेस, खान-पान का सही न होना, एनीमिया, पीसीओएस और थायरॉइड के चलते पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं।
पीरियड्स के दौरान मीठा खाने की क्रेविंग क्यों होती है?
पीरियड्स के दौरान और इसके शुरू होने से कुछ दिन पहले से शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स के लेवल में बदलाव होता है। जिससे बॉडी में शुगर लेवल कम होने लगता है और स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल का लेवल बढ़ जाता है। इससे मूड खराब और सुस्त होता है, जिससे मीठा खाने की क्रेविंग होती है।
Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।