कोयंबटूर तमिलनाडु राज्य का एक बेहद ही खूबसूरत शहर है। यह शहर अपने इतिहास और प्राचीन स्थलों के लिए काफी मशहूर है। कोयंबटूर क्षेत्रफल के हिसाब से तमिलनाडु राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह शहर देश का औद्योगिक केंद्र माना जाता है। इसी वजह से इसे दक्षिण भारत का मैनचेस्टर भी कहा जाता है। आज हम आपको इस शहर की खासियत बताएंगें। आइए जानते हैं क्या खास है इस शहर में।
कोयंबटूर शहर का इतिहास
कोयंबटूर तमिलनाडु का सबसे खूबसूरत शहर है। इस शहर का अपना एक इतिहास रहा है। इस शहर पर कई शासकों ने राज किया है। इन शासकों में चेर, चोल, पांड्या, विजयनगर साम्राज्य के राजा और मदुरई के नायक जैसे राजवंश शामिल थे । हालांकि, इस शहर के नाम के बारे में भी कई बातें कही जाती हैं, ऐसा कहा जाता है कि इस शहर का नाम कोयन से लिया गया है, जो उस समय नायकों के प्रधानमंत्री हुआ करते थे। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि 17वीं सदी से पहले कोयंबटूर मैसूर राज्य का हिस्सा था। लेकिन कुछ समय बाद अंग्रेजों ने इस शहर पर आक्रमण कर इसे जीत लिया। जिसके बाद यह शहर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का हिस्सा बन गया था।
कॉटन सिटी
कोयंबटूर शहर को साउंथ इंडिया के कॉटन सिटी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस शहर से कॉटन का सबसे ज्यादा निर्यात किया जाता है। इस शहर का मुख्य रोजगार कपास की खेती और यहां मौजूद कॉटन मिल्स हैं, जो यहां के लोगों की आय का स्त्रोत है।
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कोयंबटूर में मौजूद पर्यटक स्थल
अदियोगी शिव प्रतिमा
यह प्रतिमा शिव भगवान को समर्पित है। यह दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति में से एक है। इस मूर्ति को 500 टन स्टील से बनाया गया है और यह मूर्ति 45 मीटर लंबी और 7.62 मीटर चौड़ी है। कहा जाता है कि भगवान शिव ने अदियोगी का अवतार ग्रहण कर मु्क्ति के 112 मार्ग बताएं है, जिसकी वजह से इस मूर्ति को इसी आधार पर बनाया गया है। हालांकि, इस मूर्ति के बारे में कई खास बाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि सिर्फ शिव जी के चेहरे को बनाने में ढाई साल लग गए थे। इस मूर्ति के चारों ओर आपको हरे-भरे खेत देखने को मिलेंगे। देश-विदेश से लोग शिव जी की इस मूर्ति को देखने आते हैं। अगर आप कोयंबटूर जाते हैं तो इस प्रतिमा को देखने जरूर जाएं।
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मरुधमलाई मंदिर
यह मंदिर कोयंबटूर शहर का मशहूर मंदिर है। यह मंदिर पहाड़ पर स्थित है। इसकी ऊंचाई करीब 500 फीट है। इस मंदिर से आपको प्रकृति के कई खूबसूरत नजारे देखने को मिलेंगे। इस मंदिर का आर्किटेक्चर भी देखने लायक है। मरुधमलाई मंदिर कोयंबटूर शहर के सबसे प्राचीन मंदिर में से एक है। हजारों की संख्या में लोग इस मदिंर की खूबसूरती और आर्किटेक्चर को देखने आते हैं।
वैदेही फॉल
वैदही फॉल कोयंबटूर शहर से करीब 35 किलोमीटर दूर है। हजारों की संख्या में लोग इस झरने की खूबसूरती को देखने के लिए आते हैं। अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। यहां जाकर आप शांति से बैठ इस बहते झरने के नजारे का आनंद उठा सकते हैं। अगर आप कोयंबटूर शहर घूमने की प्लानिंग कर रहें हैं तो आपको वैदेही फॉल की यात्रा जरूर करनी चाहिए।
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