हरियाणवी चूरमा को आमतौर पर दाल-बाटी के साथ सर्व किया जाता है। हालांकि, कई लोग ऐसे हैं जो इसे अकेले भी खाना पसंद करते हैं। यह व्यंजन न सिर्फ हरियाणा में, बल्कि राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी पसंद किया जाता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह देसी घी और गुड़ की मदद से शरीर को ताकत देता है और खासकर सर्दियों में इसे खाना सेहत के लिए बहुत लाभदायक माना जाता है।
अगर आप मीठे के शौकीन हैं और कुछ ऐसा बनाना चाहते हैं, जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ हेल्दी भी हो, तो हरियाणवी चूरमा आपके लिए एक बेहतरीन ऑप्शन है। इसे बनाना बेहद आसान है और घर पर कम समय में तैयार किया जा सकता है। तो आइए जानते हैं इस पारंपरिक व्यंजन की खासियत और इसे बनाने की आसान विधि।
हरियाणवी चूरमा का इतिहास ग्रामीण व्यंजन से जुड़ा हुआ है। यह व्यंजन खासतौर से हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बनाया जाता है। इसलिए कहा जा सकता है कि चूरमा का जन्म पारंपरिक ग्रामीण रसोई में हुआ, जहां मेहनतकश किसानों और श्रमिकों को ऊर्जा देने के लिए खिलाया जाता था।
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फिर इसे खाने का एक अहम हिस्सा बना दिया। बता दें चूरमा को गेहूं के आटे, देसी घी और गुड़ जैसी सामग्रियों को मिलाकर बनाया जाता था, लेकिन सामग्री से चूरमा तैयार किया जाने लगा।
हरियाणवी चूरमा एक पारंपरिक मिठाई है, जो गेहूं के आटे, देसी घी और गुड़ या चीनी से बनाई जाती है। यह हरियाणा के साथ-साथ राजस्थान और उत्तर भारत के दूसरे हिस्सों में भी लोकप्रिय है। इसे आमतौर पर दाल-बाटी या दाल-चूरमा के रूप में परोसा जाता है।
चूरमा बनाने के लिए मोटी रोटियां या बाटी सेंककर उन्हें घी और गुड़, चीनी के साथ मिलाकर दरदरा पीस लिया जाता है, जिससे यह स्वादिष्ट और पौष्टिक बनता है।
हरियाणवी चूरमा पूरी तरह से देसी तरीके से तैयार किया जाता है, जिसमें शुद्ध घी और गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे इसका स्वाद बेहद खास बन जाता है। इसलिए इस व्यंजन को शादी-ब्याह, तीज-त्योहार और खास मौकों पर बनाया जाता है, खासतौर पर दाल-बाटी के साथ इसे परोसने की परंपरा है। इसमें मौजूद घी और सूखे मेवे हड्डियों को मजबूत करने और मांसपेशियों को ताकत देने में मदद करते हैं।
हरियाणवी चूरमा बनाने की विधि काफी आसान है और इसे पारंपरिक तरीके से देसी घी, गेहूं के आटे और गुड़ या चीनी से तैयार किया जाता है। इसे आमतौर पर दाल-बाटी के साथ सर्व जाता है। आइए जानते हैं इसे बनाने की आसान विधि।
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उम्मीद है कि आपने समझ लिया होगा कि कैसे हरियाणवी चूरमा को बनाया जाता है। अगर आपको इसके बारे में पता है, तो हमारे साथ जरूर साझा करें। अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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