Shiva temples in india that offer unique prasad: भारत विविधताओं का देश है। इसलिए देश में लगभग हर कुछ किलोमीटर पर संस्कृति बदलती रहती है और हर जगह की अपनी-अपनी मान्यताएं भी होती हैं। भारतीय संस्कृति की बात होती है, तो मंदिरों में पूजा-पाठ की बात जरूर होती है। देश में ऐसे कई प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरें हैं, जहां का चढ़वा काफी अनोखा होता है। इस समय सावन चल रहा है और सावन के इन पावन दिनों में शिव मंदिरों की खूब चर्चा होती है। खासकर, नाग पंचमी के दिन शिव मंदिरों में भीड़ ही भीड़ देखी जाती है। इस साल 29 जुलाई को नाग पंचमी है। इस आर्टिकल में हम आपको देश के ऐसे शिव मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां सदियों से कहीं मछली तो कहीं अल्कोहल चढ़ता है। इन शिव मंदिरों के दर्शन मात्र में भक्तों की सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं।
काल भैरव नाथ मंदिर, मध्य प्रदेश (Kal Bhairav Nath Temple)
मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित सबसे चर्चित शिव का नाम वैसे तो, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का लिया जाता है, लेकिन जब ऐसे शिव मंदिर का नाम लिया जाता है, जहां अनोखा प्रसाद चढ़ता है, तो काल भैरव नाथ मंदिर का ही नाम लिया जाता है। यह शिप्रा नदी के किनारे स्थित है।
काल भैरव नाथ मंदिर के बारे में लोक कथा है कि यहां भगवान शिव को मदिरा यानी शराब का भोग लगाया जाता है। यह अनोखी प्रथा हर दिन हजारों भक्तों को आकर्षित करती है। महाशिवरात्रि से लेकर सावन के सोमवार या नाग पंचमी के दिन यहां हजारों लोग मदिरा का भोग लगाने पहुंचते हैं।
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कमलेश्वर महादेव मंदिर (Kamleshwar Mahadev Temple)
आप गोवा को सबसे अधिक समुद्री तटों के लिए जानते होंगे, लेकिन जो शिव भक्त हैं, जो गोवा में स्थित कमलेश्वर महादेव मंदिर के बारे में जरूर जानते होंगे। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर कई धार्मिक मान्यताओं के लिए जाना जाता है।
कमलेश्वर महादेव मंदिर, गोवा का एक ऐसा शिव मंदिर माना जाता है, जहां भक्तों द्वारा मछली का प्रसाद चढ़ाया जाता है। कहा जाता है कि यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। कमलेश्वर महादेव मंदिर का प्रसाद के साथ-साथ इसकी वास्तुकला भी भक्तों को खूब आकर्षित करती है।
महादेव मंदिर, त्रिशूर (Mahadeva Temple, Thrissur)
केरल का त्रिशूर शहर अपनी खूबसूरती के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है। यहां सिर्फ देशी ही नहीं, बल्कि विदेशी पर्यटक भी घूमने के लिए पहुंचते हैं। त्रिशूर, अपनी खूबसूरती के साथ-साथ महादेव मंदिर के लिए भी जाना जाता है।
त्रिशूर में स्थित महादेव मंदिर के बारे में बोला जाता है कि यहां प्रसाद में फल या फूल नहीं, बल्कि में किताब, कलम और पेंसिलों के अलावा, प्रसाद के रूप में सीडी और डीवीडी भी दी जाती हैं। यह अनिखो चढ़ावा और प्रसाद शिव भक्तों को खूब आकर्षित करता है। महाशिवरात्रि और नाग पंचमी के मौके यह राज्य के हर कोने से भक्त पहुंचते हैं।
लुटरू महादेव का मंदिर (Lutru Mahadev Temple)
हिमाचल के सोलन की खूबसूरती के बारे में तो लगभग हर कोई जानता होगा, लेकिन सोलन की वादियों में स्थित लुटरू महादेव मंदिर के बारे में बहुत कम लोग ही जानते होंगे। लुटरू महादेव, सोलन के साथ-साथ हिमाचल का भी एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है, जो अनोखा चढ़ावा के लिए जाना जाता है।
लुटरू महादेव के बारे में बोला जाता है कि मंदिर के बगल में एक गड्डा है, जहां भक्त फल-फूल नहीं बल्कि, सिगरेट चढ़ाते हैं। लुटरू महादेव में यह अनोखा चढ़ावा भक्तों को खूब आकर्षित करता है। सावन में यहां भक्तों की खूब भीड़ देखी जाती हैं।
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इन मंदिरों में भी अनोखा चढ़ावा चढ़ता है
गुजरात के सूरत में एक ऐसा शिव मंदिर है, जहां भक्त फल-फूल नहीं, बल्कि केकड़े चढ़ाते हैं। इसके अलावा, मध्य प्रदेश के संभल में स्थित एक शिव मंदिर में भगवान शिव को भक्त झाड़ू चढ़ाते हैं।
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