ये हैं भारत की लोकप्रिय थालियां, जानें क्या होता है इनमें खास

भारत के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग तरह की डिशेज पसंद की जाती हैं। इसी तरह कुछ लोकप्रिय थाली का मजा लेने का मौका भी आपको मिलता है। आइए भारतीय थालियों के बारे में जानें।

 
mouth watering indian thalis

आप उत्तराखंड जाएं, तो वहां का भोजन अलग होता है। गुजरात और महाराष्ट्र की ओर खाने में हल्की मिठास और खटास का संयोजन मिलेगा। इसी तरह नॉर्थ-ईस्ट में सीफूड और साउथ इंडिया में नारियल, इमली और दाल से तैयार इंग्रीडिएंट्स खूब लोकप्रिय हैं। यही खासियत है हमारे भारत की, जहां हर क्षेत्र पर भोज बदलता है और स्वादिष्ट होता रहता है।

आज हम आपको इस लेख में भारतीय थालियों के बारे में बताएंगे। हर राज्य में थाली परोसी जाती है और उनमें आपको ऐसी-ऐसी डिशेज खाने का मौका मिलता है, जिनके बारे में कम जानकारी हो। यदि आपको किसी राज्य की समृद्ध विरासत के बारे में जाना है, तो जरूरी है कि उस जगह की थाली का मजा भी लिया जाए, क्योंकि विरासत सिर्फ किले, मंदिरों और महलों में ही नहीं, बल्कि राजशाही खानपान से भी झलकती है।

केरल थाली

kerala thali

केरल का स्वादिष्ट व्यंजन का मजा लेना है, तो आपको केरल की थाली का स्वाद चखना चाहिए। यहां पर नारियल की खेती ज्यादा होती है, इसलिए नारियल का स्वाद भी आपको खाने में मिलेगा। सादे पत्ते में परोसी जाने वाली थाली में अचार, पचड़ी (नारियल, खीरा और दही की करी), टमाटर रसम, पंच करी सांबर, चावल के साथ परीप्पु करी, मछली करी, अवियल, ओलान (लौकी और नारियल के दूध की रेसिपी), मम्पलम पुलिसरी, पापड़म, पायसम, दही और शकरारा वराट्टी शामिल होती है। इस एक थाली में आप केरल की तमाम डेलिकेसी का मजा ले सकते हैं।

गोवन की थाली

गोवा अपने आप में अद्भुत है, तो सोचिए यहां की डिशेज कितनी लजीज होंगी। अगर आपको कोंकण का असली स्वाद लेना है, तो गोवन थाली का मजा जरूर लेना चाहिए। यहां आपको मिलेगा भरपूर मात्रा में मछली, नारियल और कोकम। इसमें सादा चावल, किस्मुर (मसालों में तले हुए झींगे के साथ नारियल का सलाद), उमान कोडी और कैलडिन कोडी, सुखेम, तली हुई मछली, अचार, विंदालू और तीखी-मीठी सोल कढ़ी शामिल है। इसे पूरा करने के लिए, मटका कुल्फी, सेरादुर्रा और गोवा के केले का हलवा डेजर्ट में ले सकते हैं।

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महाराष्ट्रीयन थाली

maharashtrian thali

यह भारतीय थाली शाकाहारी और मांसाहारी, मसालों और हर्ब्स का बढ़िया कॉम्बिनेशन है। आप कोई भी महाराष्ट्रीयन ऑथेंटिक पारंपरिक थाली लें, आपको भरपूर स्वाद मिलेगा। थाली में चावल, बाजरे की रोटी या भाकरी रोटी, भरली वांगी, अचार, कोशिमबीर (महाराष्ट्रियन सलाद) साबूदाना वड़ा, कांदा पोहा, ठेचा के साथ पिटला, आमटी (दाल की सब्जी) मिलेगी। चिकन और मछली की रेसिपी भी खूब लोकप्रिय है। मटन कोल्हापुरी, आंद्रा रस्सा (सफेद ग्रेवी वाला चिकन) और भी कई नॉन-वेज ऑप्शन मिलेंगे। मिठाई के बिना थाली पूरी नहीं होती, जिसमें खीर, आमरस और मशहूर पोरन पोली शामिल है।

राजस्थानी थाली

महाराजाओं की भूमि राजस्थान, अपने खानपान के लिए भी जाना जाता है। यहां का राजशाही खाना भी अपनी संस्कृति की तरह ही भव्य है। इस रंग-बिरंगी भारतीय थाली में घी से लथपथ बाटी, पंचकुटी दाल और स्वादिष्ट चूरमा होता है, जिसे दाल बाटी चूरमा कहते हैं। इसके साथ, बाजरे की रोटी या सादे चावल के साथ लाल मांस एक लोकप्रिय मील है। केर सांगरी का अचार और मोहन मास के बिना खाना अधूरा लग सकता है। बेसन के पकोड़ों के साथ गट्टे की खिचड़ी, शाही गट्टे या मसाला गट्टे, बूंदी रायता और मीठे व्यंजन थाली को पूरा करते हैं। मीठे की बात की जाए, तो बालूशाही, घेवर और मोहनथाल का जिक्र कैसे कोई छोड़ सकता है।

उत्तराखंडी थाली

देश के अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड की डिशेज का भी अपना अलग महत्व है। उत्तराखंडी थाली संतुलित और पौष्टिक इंग्रीडिएंट्स से भरपूर होती है। इसमें मंडुए की रोटी, झंगोरा,पंचरत्न दाल, आलू के गुटके, भांग की चटनी, रायता, कचमुली, फाणू, चैंसू, सिंगोड़ी, कचोड़ी, चटनी और चटनी शामिल है। मीठे के तौर पर बाल मिठाई जो उत्तराखंड की शान है, शामिल होती है। इसके अलावा आटे की लगड़ी, गुलगुले और अरसे भी खास आइटम्स हैं, जिन्हें थाली में शामिल किया जाता है।

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भोजपुरी थाली

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बिहार की संस्कृति पूरी तरह से उनकी पारंपरिक भोजपुरी थाली में झलकती है। प्रामाणिक भोजपुरी थाली में भरभरा (बेसन और हरी मटर का मिश्रण), दही चूरा (दही से बना चावल), सत्तू का पराठा, भरी कढ़ी, लिट्टी चोखा और बेसन की सब्जी शामिल हैं। मीठे व्यंजन भी उतने ही आकर्षक हैं, चाहे वह बालूशाही (मीठा), गुरमा (आम की मीठी करी) हो या सत्तू मिल्कशेक। वहीं, चंपारण मीट, फिश करी और चिकन जैसे नॉन-वेज व्यंजनों को भी नहीं भूला जा सकता है।

इस तरह देश के अन्य राज्य भी अपनी समृद्ध थालियों के लिए चर्चित हैं। आप इनमें से कौन-सी थाली का मजा लेना चाहेंगे, हमें कमेंट करके बताएं। यदि यह लेख आपको पसंद आया, तो इसे लाइक और शेयर करना न भूलें। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।

Image Credit: Freepik

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