Yamuna Aarti At Vasudev Ghat In Delhi: गंगा आरती दर्शन का जिक्र होता है, तो कई लोग सबसे पहले उत्तर प्रदेश के वाराणसी, उत्तराखंड के हरिद्वार और ऋषिकेश शहर का ही नाम लेते हैं।
गंगा आरती की तरह जब यमुना आरती दर्शन की बात होती है, तो कई लोग चुप हो जाते हैं। खैर, अगर आपसे यहां बोला जाए कि देश की राजधानी दिल्ली में भी आप यमुना आरती देख सकते हैं, तो फिर आपका जवाब क्या होगा?
जी हां, दिल्ली में एक ऐसे घाट का निर्माण किया जा चुका है, जहां पर्यटक यमुना नदी की आरती देखने के साथ-साथ अन्य कई चीजों का भी लुत्फ उठा सकते हैं। जिस घाट के बारे में जिक्र कर रहे हैं, उसका नाम वासुदेव घाट है। इस आर्टिकल में हम आपको वासुदेव घाट के बारे में ही बताने जा रहे हैं।
दिल्ली में वासुदेव घाट कहां है? (Where Is Vasudev Ghat In Delhi)
वासुदेव घाट की खासियत जानने से पहले आपको बता दें कि यह घाट दिल्ली के आईएसबीटी कश्मीरी गेट के पास है। इस घाट को मार्च 2024 में पर्यटकों के लिए खोल दिया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस घाट का उदघाटन दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने किया था। कहा जा रहा है कि वासुदेव घाट करीब 16 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है।
ऋषिकेश और हरिद्वार की तरह होती है आरती
ऋषिकेश और हरिद्वार की आरती के बारे में लगभग हर कोई जानता है, ठीक उसी प्रकार यह बोला जा रहा है कि वासुदेव घाट पर भी हरिद्वार और ऋषिकेश की तर्ज पर आरती होती है।
वासुदेव घाट के बारे में बोला जा रहा है कि यहां की आरती देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। खासतौर पर रविवार के दिन यहां लाखों की संख्या में लोग आरती देखने के लिए पहुंचते हैं।
वासुदेव घाट पर किस दिन होती है आरती?
As Delhi gets ready for its newest Civic & Tourist destination on the Yamuna at Vasudev Ghat, took stock of the works being undertaken by DDA at the site.
— LG Delhi (@LtGovDelhi) February 17, 2024
Come March, this open green adorned with char bagh architecture & varied artefact will host the Yamuna Arti regularly. pic.twitter.com/f1Jv83oJtH
ऋषिकेश और हरिद्वार में तो हर रोज आरती होती है, लेकिन दिल्ली में वासुदेव घाट के साथ ऐसा नहीं है। जी हां, आपको बता दें कि वासुदेव घाट पर रविवार और मंगलवार को ही यमुना आरती होती है।
वासुदेव घाट पर दोनों ही दिन पर्यटकों की भीड़ देखी जाती है। आपको यह भी बता दें कि रविवार और मंगलवार के दिन यहां शाम 7 बजे आरती की जाती है।
वासुदेव घाट के पास देखने वाली चीजें
सैलानियों को वासुदेव घाट पर होने वाली आरती नहीं, बल्कि अन्य कई चीजें भी आकर्षित करती हैं। जी हां, घाट के किनारे-किनारे निर्मित सीढ़ियों पर पर्यटक सुकून का पल बिता सकते हैं। यहां बारादरी और पारंपरिक छतरियां बनाई गई हैं।
इस घाट के बगल में स्थित पार्क भी सैलानियों को खूब आकर्षित करता है। पार्क में दर्जन से अधिक किस्म के फूलों को देखा जा सकता है। यहां कई छोटे-छोटे विश्राम स्थल का भी निर्माण किया गया है। कहा जा रहा है कि यहां एक स्नान कुंड है जहां करीब 300 किलो की घंटी भी लगाई गई है। यहां मां यमुना की मूर्ति भी लगी है।
इसे भी पढ़ें:Chardham Yatra 2024: चार धाम यात्रा पर जा रहे हैं, तो ट्रैवल टिप्स और ट्रिक्स को भूलकर भी न करें इग्नोर
वासुदेव घाट कैसे पहुंचें?
दिल्ली के किसी भी कोने से वासुदेव घाट पहुंचना बहुत ही आसान है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वासुदेव घाट के सबसे पास में कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन है। मेट्रो स्टेशन से रिक्सा या ऑटो लेकर आराम से वासुदेव घाट पहुंच सकते हैं। इसके लिए आप मेट्रो गेट नंबर 5 या 6 से निकल सकते हैं। इसके अलावा, घाट के सबसे पास में आईएसबीटी कश्मीरी गेट है।
- नोट: कहा जा रहा है कि घाट के पास निर्मित कार पार्किंग आम लोगों के लिए फ्री है।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो, तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image@freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों