जिस तरह पूरी दुनिया में आपको चाय के खूब शौकीन लोग मिल जाएंगे। ठीक उसी तरह कॉफी को पसंद करने वालों की भी संख्या कम नहीं है। कुछ लोगों को कॉफी इतनी ज्यादा प्रिय होती है कि वो अपने दिन की शुरुआत ही इससे करते हैं। इसको पीकर उन्हें एनर्जी मिलती है। ये तो रही कॉफी पीने की बात इसके साथ ही कॉफी को पीने का सबका तरीका अलग होता है। कोई दूध वाली तो कोई ब्लैक कॉफी और कई लोग फिल्टर कॉफी पीना पसंद करते हैं।
अमूमन कुछ लोगों को लगता है फिल्टर कॉफी औरनॉर्मलदूध वाली कॉफी एक जैसी होती है, लेकिन ये गलत है। फिल्टर और नॉर्मल कॉफी में बहुत अंतर होता है। इसको बनाने से लेकर इसका टेस्ट सब बिल्कुल अलग होता है। यदि आपको भी ऐसा लगता है कि ये दोनों एक हैं तो आज हम इस आर्टिकल में आपको फिल्टर और नॉर्मल कॉफी के बीच का अंतर बताने जा रहे हैं।
नॉर्मल कॉफी क्या है ?
अमूमन नॉर्मल कॉफी तो हर किसी के घर में बनती होगी। वहीं सबने इसको बनाया और पिया भी होगा। इस कॉफी को कप में डालकर ऊपर से गर्म दूध में चीनी डालकर उबाला जाता है फिर उसके बाद कप में वो दूध मिला दिया जाता है। इसके अलावा कुछ लोग इसको फेंटकर भी बनाते हैं। ताकि उसमें अच्छे झाग बन जाए और टेस्ट भी अच्छा आए। इस कॉफी में कैफीन की मात्रा भी कम होती है।
फिल्टर कॉफी क्या है ?
जबकि फिल्टर कॉफी को बनाने का तरीका थोड़ा जटिल। वहीं इसका टेस्ट भी बहुत अलग होता है। साथ ही, इसमें कैफीन की मात्रा भी नॉर्मल कॉफी के मुकाबले ज्यादा होती है। इस कॉफी में आपको कॉफी बीन्स का स्वाद अलग ही महसूस होता है। ऐसे में इसकी महक दिल को छू जाती है। वैसे फिल्टर कॉफी साउथ इंडियन लोगों का पेय पदार्थ है। यह कॉफी आपको या तो बेंगलुरु, चेन्नई जैसे शहरों या फिर किसी भी शहर के साउथ इंडियन रेस्टोरेंट्स में मिलेगी। इसको पीतल के बर्तन में बनाया जाता है और स्टील के गिलास में परोसा जाता है।
नॉर्मल और फिल्टर कॉफी में अंतर
बनाने का तरीका अलग
जहां नॉर्मल कॉफी को कॉफी पाउडर से बनाया जाता है, जो कि जल्दी घुल भी जाती है। ऐसे में इसको बनाने का तरीका थोड़ा आसान है। वहीं फिल्टर कॉफी को बनाने में थोड़ी ज्यादा मेहनत लगती है। इसमें ताजी कॉफी बीन्स को मशीन में गर्म पानी डालकर पीसा जाता है। ऐसे में इसको पीते समय स्मेल भी अच्छी आती है।
कैफीन की मात्रा
नॉर्मल कॉफी को कॉफी पाउडर से बनाने के चलते इसमें कैफीन की मात्रा थोड़ी कम होती है। जबकि फिल्टर कॉफी को सीधे बीन्स से तैयार करने की वजह से इसमें कैफीन की मात्रा थोड़ी ज्यादा होती है। क्यूंकि इसको बनने में भी समय ज्यादा लगता है।
स्वाद में अंतर
नॉर्मल कॉफी का स्वाद और फिल्टर कॉफी के स्वाद में भी बहुत अंतर होता है। नार्मल कॉफी आपको पीने में अच्छी लगेगी। जबकि फिल्टर कॉफी ताजे बीन्स से बनने की वजह से थोड़ी कड़वी लग सकती है।
हर बार अलग टेस्ट
नार्मल कॉफी आप जितनी बार पिएंगे आपको एक जैसा टेस्ट महसूस होगा। क्यूंकि इसको हम मार्केट से आने वाले एक ही तरह के कॉफी पाउडर से बनाते हैं। जबकि फिल्टर कॉफी आप जितनी बार पीते हैं। आपको उसका टेस्ट अलग लगता है, क्योंकि इसको कॉफी बीन्स पीसकर बनाया जाता है। ऐसे में कभी मात्रा ज्यादा तो कभी कम भी हो सकती है।
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