herzindagi
indian railway train seats you should avoid for comfortable journey

ट्रेन में सफर के लिए इन सीटों को बुक करने से बचें, वरना नहीं मिलेगी चैन की नींद

ट्रेन का सफर अच्छा लगता है, जब सीट आपको पसंद की मिल जाती है। अच्छी सीट की वजह से ट्रेन से नजारा देखना आपको शोर-शराबे में भी सुकून का अहसास करवाता है।
Editorial
Updated:- 2025-08-30, 14:11 IST

ट्रेन में सफर करने वाले लोगों के लिए आजकर पसंदीदा सीट मिलना मुश्किल हो गया है। लोग ऑनलाइन टिकट बुक करने के दौरान सही बर्थ का सिलेक्शन तो करते हैं, लेकिन फिर भी उन्हें ऐसी सीटें मिल जाती हैं, जिससे वह पूरे सफर के दौरान परेशान रहते हैं। अगर आपका सफर रात में है, फिर तो पूरे रास्ते आप परेशान रहेंगे। जो लोग, लंबे रूट पर सफर कर रहे हैं, जैसे दिल्ली से बिहार, यूपी या मुंबई, जहां पहुंचने के लिए आपको लगभग 12 से 16 घंटे का ट्रेन सफर करना पड़ता है। ऐसे में इतने लंबे सफर में आपको पसंद की सीट न मिले, तो सफर चुभने लगता है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको ट्रेन की कुछ ऐसी सीटों के बारे में बताएंगे, जो अगर आपको मिलती है, तो आपके लिए चैन की नींद सोना मुश्किल होने वाला है।

ट्रेन की कौन सी सीटें अच्छी नहीं मानते यात्री

  • यात्रियों के अनुभव के अनुसार देखा गया है कि अक्सर लोगों को दरवाजे के पास की नीचे वाली सीटें पसंद नहीं आती। इसका कारण यह है कि बाहर से जो भी यात्री अंदर आता है, अगर उसे भीड़ मिलती है, तो किनारे वाली सीट पर ही बैठ जाते हैं। पूरे रात और पूरे दिन दरवाजे के पास वाली सीट पर बैठे लोग परेशान रहते हैं।
  • एसी कोच में दरवाजे के पास वाली सीटों पर बैठे यात्रियों को ज्यादा परेशानी होती है। दरअसल, एसी कोच में दरवाजा बंद करने के लिए दिया गया होता है। जितनी बार यात्री जाते हैं, वह दरवाजे को तेज से बंद करते हैं। इससे किनारे पर बैठे यात्रियों की बार-बार दरवाजे की आवाज से नींद टूट जाती है। यात्रियों द्वारा कुछ ट्रेन की खास सीटों को नहीं पसंद किया जाता है।

इसे भी पढ़ें- भारत की पहली बुलेट ट्रेन में सफर करना कितना होगा महंगा, जानें रूट- प्लेटफॉर्म और समय से जुड़ी सभी जानकारी

indian railway train seats you should avoid for comfortable journeyas

  • दरवाजे के किनारे वाले सीटों की एक समस्या यह भी है कि ट्रेन जहां-जहां रूकती है, वहां से लोग चढ़ते और उतरते हैं। ऐसे में वह स्टेशन आने से पहले ही दरवाजे के किनारों पर लगी सीटों पर आकर खड़े हो जाते हैं, जिससे यात्रियों को दिक्कत होती है।
  • ट्रेन में अगर बीच वाली सीट यानी मिडल बर्थ मिला है, तो भी आपको परेशानी हो सकती है। क्योंकि, आपको पूरे दिन नीचे वाली सीट पर बैठना होगा। बीच वाली सीट को आप रात 10 बजे से पहले नहीं खोल सकते। क्योंकि, इसको खोलने से नीचे वाली सीट पर बैठना मुश्किल हो जाता है। इसलिए आपको दिन का समय बैठकर ही बिताना पड़ता है।
  • लेकिन केवल बीच वाली सीट ही नहीं बल्कि नीचे की सीट वाले लोग भी लंबे ट्रेन में सफर के दौरान परेशान रहते हैं। क्योंकि, उनकी ऊपर मिडल और अपर बर्थ के यात्री भी आपकी सीट पर बैठकर दिन में यात्रा करते हैं। नीचे वाले यात्री आपको ऊपर जाने के लिए जिद नहीं कर सकते। 
  • ऑनलाइन टिकट बुकिंग के दौरान आप जरूरी बातें ध्यान रखें। 

इसे भी पढ़ें- दिल्ली रेलवे स्टेशन से भी ज्यादा फेमस है कर्नाटक का हुबली जंक्शन, जानें इससे जुड़ी रोचक बातें

 

indian railway train seats you should avoid for comfortable journeygfdasdf

अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे।

साथ ही आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
image credit- freepik, IRCTC 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।