लीची एक ऐसा फल है जो स्वाद में सबसे अलग है। इतना ही नहीं लीची पूरे साल नहीं मिलता है। लीची ना सिर्फ स्वादिष्ट बल्कि यह विटामिन से भी भरी हुई होती है। ऐसे में यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। लीची से वैरायटी से जुड़ी कुछ खास बातें हम आपको बताने वाले है।
कलकतिया लीची
कलकतिया लीची, जो भारतीय उपमहाद्वीप में पायी जाती है, खासकर पश्चिम बंगाल राज्य में उगाई जाती है। यह लीची विशेष रूप से कोलकाता (कोलकाता) के पास के जिले में बगानों में पायी जाती है। कलकतिया लीची को इंडियन लीची या बंगली लीची भी कहा जाता है।
देहरादून किस्म लीची
देहरादून किस्म लीची उत्तराखंड राज्य के देहरादून जिले में विशेष रूप से उगाई जाती है। इसलिए इसे "देहरादून लीची" भी कहा जाता है। इसकी गोलाई लंबाई लगभग 2.5 से 3 सेमी तक होती है और इसकी रंगत सफेद होती है। लीची की देहरादून किस्म लीची बहुत पौष्टिक होती है।
लीची की अर्ली लार्ज रेड किस्म
इस लीची की खेती जून के महीने में होती है। जब यह लीची पक जाती है तो दिखने में यह बाकी के लीची से काफी अलग होती है। यह देखने में बीज आकार के होते है। ऐसे में इसका स्वाद भी नार्मल लीची से काफी अलग होता है।
इसे भी पढ़ें:लीची खरीदते समय कभी नहीं करनी चाहिए ये गलतियां
रोज सेंटेड किस्म लीची
इस लीची की किस्म के फल भी जून के दूसरे सप्ताह में पकते हैं। इस लीची का छिलका पतला और गहरे लाल रंग का होता है। इसकी बीच बहुत छोटा होती है और फसल अच्छी होती है।
इसे भी पढ़ें: गर्मियों में लीची से बनाएं ये तीन रेसिपी
लेट बेदाना
लेट बेदाना लीची का अंडाकार आकार होता है। गुलाब की सुगंध वाली इस लीची की मांग काफी अधिक होती है। लीची की यह किस्म बिहार के समस्तीपुर जिले में उगाई जाती है। इसका काफी मीठा होता है।
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों