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Vaishno Devi Yatra 2020: जानिए कैसे होगी इस साल की यात्रा, जाने से पहले करें ये तैयारी

इस साल वैष्णो देवी यात्रा में क्या-क्या बदलेगा और किस तरह की सावधानियां होंगी, इसकी पूरी गाइडलाइन आप इस आर्टिकल में पढ़ सकते हैं। 
Editorial
Updated:- 2020-08-14, 15:21 IST

कोरोना वायरस के कारण इस साल ट्रैवल इंडस्ट्री को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। पर धीरे-धीरे सब कुछ खुल रहा है और सभी धार्मिक आयोजन भी होने लगे हैं। इसी बीच वैष्णो देवी यात्रा की शुरुआत के बारे में भी बात की जा रही है। ये यात्रा 16 अगस्त से खुलने वाली थी, लेकिन वैष्णो देवी त्रिकुटा हिल्स भवन में ही 11 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में यात्रा के शुरू होने पर संशय हो गया है। हो सकता है कि ये यात्रा कुछ दिनों के लिए पोस्टपोन हो जाए। 

इसके बारे में अभी तक जम्मू-कश्मीर एडमिनिस्ट्रेशन ने कोई भी जानकारी नहीं दी है, लेकिन अगर यात्रा रिज्यूम होती है और आप वैष्णो देवी यात्रा करना चाहते हैं तो इसके लिए कुछ खास गाइडलाइन्स को फॉलो करना होगा। इस साल वैष्णो देवी की यात्रा बहुत ही सावधानी से करनी होगी। 

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एक दिन में 5000 से ज्यादा तीर्थ यात्री नहीं जा पाएंगे-

वैसे तो हर रोज़ हज़ारों लोग वैष्णो देवी की यात्रा करते थे, लेकिन इस साल एक दिन में सिर्फ 5000 यात्रियों को ही दर्शन की अनुमती होगी। इतना ही नहीं जो यात्री जाएंगे उन्हें भी ग्रेडेड तरीके से अंदर जाना होगा और तय समय में दर्शन कर वापस भी आना होगा। इसमें भी अगर आप जम्मू-कश्मीर से बाहर से आ रहे हैं तो दिन में सिर्फ 500 ही बाहरी लोगों को अंदर आने की इजाजत है। 

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बच्चों के साथ जाने का प्लान न बनाएं-

अगर आपके साथ 10 साल से कम उम्र का कोई बच्चा है तो आपको दर्शन की अनुमति नहीं मिलेगी। इसके अलावा, सभी को मास्क पहनना होगा। 

क्या रहेंगे टाइमिंग-

वैष्णो धाम वैसे तो हर वक्त खुला रहता है, लेकिन इस बार रात में इसे बंद कर दिया जाएगा  मौजूदा समय में भक्तों को वैष्णो देवी मां की सुबह की आरती अटेंड करने नहीं दी जाएगी। 

सभी यात्रियों को इन गाइडलाइन्स का करना होगा पालन-

1. एक दिन में सिर्फ 500 बाहरी टूरिस्ट ही जम्मू-कश्मीर की यात्रा कर सकते हैं, अन्य लोग स्थानीय होंगे। 

2. जो लोग भी यात्रा करना चाहते हैं उनको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। सिर्फ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के जरिए ही आप वैष्णो देवी की यात्रा में शामिल हो सकते हैं।  

3. जो लोग जम्मू-कश्मीर से बाहर से आ रहे हैं उन्हें कोविड 19 एंटिजेन टेस्टिंग करवानी होगी। कटरा से आगे जाने की इजाजत तभी दी जाएगी जब यात्रियों की कोविड रिपोर्ट नॉर्मल आएगी। इतना ही नहीं जो लोग जम्मू-कश्मीर के कोविड रेड जोन से आएंगे उन्हें भी टेस्टिंग करवानी होगी। अगर किसी भी मौके पर यात्रियों में से कोई भी पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे आगे जाने नहीं दिया जाएगा। साथ ही यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करना होगा। 

4. रैपिड एंटिजेन टेस्ट (RAT) फेसिलिटीज भी यात्रा के रास्ते में सेट की गई हैं। अगर कोई भी संदिग्ध व्यक्ति दिखता है तो उसका तुरंत टेस्ट किया जाएगा।  

5. सिक्योरिटी पर्सन, पुजारी और अन्य सर्विस प्रोवाइडर्स सहित एक समय पर भवन के अंदर सिर्फ 600 लोग ही रह पाएंगे।  

6. यात्रा के दौरान जगह-जगह हाथ और पैर धोने की सुविधाएं होंगी और यात्रियों को सैनिटाइजेशन प्रोसेस का भी पालन करना होगा।  

7. कंबल या चादर की व्यवस्था नहीं की जाएगी। पहले यात्रियों के लिए ये सुविधाएं होती थीं और वो भवन के अंदर कुछ समय रुक सकते थे, लेकिन अब ये नहीं होगा। दर्शन करने के बाद यात्रियों को वापस आना होगा। अगर कोई यात्री संदिग्ध है तो उसे आइसोलेशन में रखा जाएगा। घोड़े और खच्चर का इस्तेमाल भी अब नहीं हो पाएगा।  

 

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इन लोगों को अंदर जाने की नहीं है इजाजत- 

मंदिर के अंदर कैसे यात्रियों को जाने की इजाजत दी जा रही है इसपर भी गाइडलाइन्स आ गई हैं। 60 साल से ऊपर के लोग, किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोग, प्रेग्नेंट महिलाएं और 10 साल की उम्र से कम के बच्चों को यात्रा की इजाजत नहीं है। इसके अलावा, जो लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करेंगे उन्हें भी यात्रा करने नहीं दी जाएगी। सभी यात्रियों को तभी अंदर जाने की इजाजत होगी जब वो फेस कवर या मास्क पहन कर जाएंगे। इसी के साथ, अगर किसी यात्री में बीमार होने के थोड़े भी लक्षण हैं तो उन्हें अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। लोगों को अंदर जाने से पहले साबुन से हाथ और पैर धोने होंगे और साथ ही साथ दर्शन के दौरान मूर्तियों को छूने की इजाजत भी नहीं होगी।  

प्रसाद देना, जल छिड़कना आदि भी मंदिर के अंदर नहीं किया जाएगा। गाइडलाइन्स के मुताबिक मंदिर के अंदर सैनेटाइजेशन प्रोसेस लगातार किया जा रहा है और साथ ही भवन परिसर की हर जगह को अच्छे से साफ किया जा रहा है।  

 

अगर किसी व्यक्ति के पास आरोग्य सेतु एप नहीं होगा तो उसे मंदिर के अंदर जाने नहीं दिया जाएगा।  

अब अगर आप वैष्णो देवी की यात्रा के बारे में सोच रहे हैं तो ध्यान रहे कि पहले रजिस्ट्रेशन जरूर करवा लिया जाए। इसके अलावा, आपको अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना होगा। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। 

 

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